Laddu Gopal Ji ki :इसके बिना अधूरी रह जाएगी जन्माष्टमी, आधी रात में जरूर करें आरती लड्डू गोपाल जी की..

Aarti Laddu Gopal Ji ki : जन्माष्टमी की रात लड्डू गोपाल की ये दो आरती जरूर करें , नहीं किया तो इनके बिना अधूर रहेगी पूजा...

Suman  Mishra
Published on: 16 Aug 2025 3:06 PM IST (Updated on: 16 Aug 2025 3:59 PM IST)
Aarti Laddu Gopal Social media
X

Shri krishna Janmashtami Aarti Lyrics In Hindi: आज 16 अगस्त, शनिवार को जन्माष्टमी मनाया जाएगा। इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस दिन पूरे समय कृष्ण के नाम से गूंजयमान है मध्य रात्रि को 12 बजे मुख्य पूजा होगी। पूजा के बाद भगवान की आरती भी करते हैं। वैसे तो हर दिन कान्हा की आरती करना चाहिए, लेकिन जन्माष्टमी के दिन विशेष कर इस आरती को गाने से लड्डू गोपाल प्रसन्न होते है। जानें जन्माष्टमी पर कौन सी और किस विधि से लड्डू गोपाल की आरती करें।

जन्माष्टमी पर कान्हा की आरती की विधि

जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण की आरती से पहले विधि-विधान से पूजा करें। कुमकुम से तिलक लगाएं। शुद्ध घी का दीपक जलाएं। फूलों की माला पहनाएं। माखन-मिश्री, पंजीरी, मौसमी फल का भोग लगाएं। इसके बाद शुद्ध घी के दीपक से लड्डू गोपाल की आरती करें। पहले 4 बार कान्हा के चरणों से, 2 बार नाभि से, 1 बार मुख पर से और 7 बार पूरे शरीर से आरती उतारें।

भगवान श्रीकृष्ण की आरती

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला ।

श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला ।

गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली ।

लतन में ठाढ़े बनमाली;

भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक;

ललित छवि श्यामा प्यारी की ॥ श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की…

कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं ।

गगन सों सुमन रासि बरसै;

बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग, ग्वालिन संग;

अतुल रति गोप कुमारी की ॥ श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की…

जहां ते प्रकट भई गंगा, कलुष कलि हारिणि श्रीगंगा ।

स्मरन ते होत मोह भंगा;

बसी सिव सीस, जटा के बीच, हरै अघ कीच;

चरन छवि श्रीबनवारी की ॥ श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की…

चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू ।

चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू;

हंसत मृदु मंद,चांदनी चंद, कटत भव फंद;

टेर सुन दीन भिखारी की ॥ श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की…

श्रीलड्डू गोपाल जी की आरती

आरती श्री गोपाल जी की कीजे।

अपना जन्म सफल कर लीजे ॥

श्री यशोदा का परम दुलारा।

बाबा की अखियन का तारा ।।

गोपियन के प्राणों का प्यारा।

इन पर प्राण न्योछावर कीजे ।।

।। आरती ।।

बलदाऊ के छोटो भैय्या।

कान्हा कहि कहि बोलत मैय्या।।

परम मुदित मन लेत बलैय्या।

यह छबि नैनन में भरि लीजे ।।

।। आरती ।।

श्री राधावर सुघर कन्हैय्या।

ब्रज जन का नवनीत खवैय्या।।

देखत ही मन नयन चुरैय्या।

अपना सर्वश्व इनको दीजे ।।

।। आरती ।।

तोतर बोलनि मधुर सुहावे।

सखन मधुर खेलत सुख पावे ।।

सोई सुकृति जो इनको ध्याये।

अब इनको अपनो करि लीजे

1 / 6
Your Score0/ 6
Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!