किन महिलाओं को नहीं रखना चाहिए जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत, जानें क्यों है मनाही

Jivitputrika Vrat 2025: संतान की सुख-समृद्धि, लंबी आयु और स्वास्थ्य के लिए महिलाएं यह व्रत करती हैं। इस व्रत के करने से पहले महिलाएं जिऊतिमा धागा धारण करती है।

Shishumanjali kharwar
Published on: 14 Sept 2025 8:42 AM IST
Jivitputrika Vrat 2025
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Jivitputrika Vrat 2025: जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत को छह पूजा के बाद सबसे कठिन व्रत माना जाता है। इसके जिउतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है। हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जितिया व्रत किया जाता है। इस साल यह व्रत रविवार (14 सितंबर 2025) को रखा जा रहा है। संतान की सुख-समृद्धि, लंबी आयु और स्वास्थ्य के लिए महिलाएं यह व्रत करती हैं।

इस व्रत के करने से पहले महिलाएं जिऊतिमा धागा धारण करती है। इस धागे में सोने या चांदी के जीमूतवाहन के प्रतीक की आकृति लगी होती है। हिंदू धर्म मान्यताओं के मताबिक जितिया व्रत करने से पुत्र पर आने वाले सभी संकट टल जाते हैं। तीन दिनों तक चलने वाले इस व्रत में नहाय-खाय, निर्जला व्रत और पारण शामिल है। हर माता के लिए जितिया व्रत रखना शुभ फलदायी होता है। लेकिन कुछ महिलाओं को यह व्रत नहीं रखना चाहिए।

गर्भवती महिलाएंः जितिया व्रत निर्जला रखा जाता है। इसमें अन्न और जल ग्रहण करने की मनाही है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को यह व्रत नहीं रखना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान निर्जल व्रत करना महिला और गर्भस्थ शिशु दोनों की सेहत के लिए उचित नहीं होता। ऐसे में गर्भवती महिला को व्रत न रखकर केवल विधिपूर्वक पूजा कर अपनी संतान के स्वास्थ्य के लिए कामना करनी चाहिए।

निसंतान महिलाः जितिया व्रत संतान की दीर्घायु और स्वास्थ्य के लिए रखा जाता है। ऐसे में जिन महिलाओं की संतान नहीं होती है। उन्हें जितिया व्रत नहीं करना चाहिए। हालांकि जिन महिलाओं की संतान नहीं हो रही होती है। ऐसे में घर के बड़े-बुजुर्ग महिलाओं को जितिया व्रत करने की सलाह देते हैं। मान्यता है कि जितिया व्रत को करने से महिला की सूनी गोद भर जाती है।

भूलवश कुछ खा लेने परः जितिया व्रत बेहद कठिन होता है। माताएं पूरा दिन निर्जल रह कर विधि-विधान से पूजा करती हैं। ऐसे में अगर किसी महिला ने व्रत के दिन भूलवश कुछ खा लिया तो फिर उसका व्रत खंडित हो जाता है। क्योंकि इस व्रत में अन्न-जल ग्रहण नहीं किया जाता है। ऐसे में फिर उस महिला को व्रत नहीं रखना चाहिए।

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Shishumanjali kharwar

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मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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