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Fall in Titan Shares: रेखा झुनझुनवाला को ₹1000 करोड़ का झटका, टाटा ग्रुप की कंपनी पर क्यों टूटा निवेशकों का भरोसा?

Fall in Titan Shares: 8 जुलाई 2025 को शेयर बाजार में उस समय हलचल मच गई जब टाटा ग्रुप की प्रमुख कंपनी Titan Limited के शेयरों में अचानक तेज़ गिरावट दर्ज की गई।

Sonal Girhepunje
Published on: 8 July 2025 8:43 PM IST
Fall in Titan Shares Rekha Jhunjhunwala
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Fall in Titan Shares Rekha Jhunjhunwala 

Fall in Titan Shares: 8 जुलाई 2025 को शेयर बाजार में उस समय हलचल मच गई जब टाटा ग्रुप की प्रमुख कंपनी Titan Limited के शेयरों में अचानक तेज़ गिरावट दर्ज की गई। कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर लगभग 6 प्रतिशत तक टूटकर ₹3,438.30 के स्तर तक पहुंच गया। इस गिरावट से दिग्गज निवेशक रेखा झुनझुनवाला को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा, जिनकी टाइटन में 5.15% हिस्सेदारी है। इस हिस्सेदारी की कुल वैल्यू एक दिन में करीब ₹1,000 करोड़ घटकर ₹15,800 करोड़ रह गई।

अब सवाल यह उठता है कि टाइटन जैसे मजबूत ब्रांड के शेयर अचानक क्यों टूटे? आइए जानते हैं गिरावट के पीछे की बड़ी वजहें और बाजार की प्रतिक्रियाएं।

कमजोर तिमाही प्रदर्शन बना गिरावट की मुख्य वजह

टाइटन लिमिटेड के शेयरों में गिरावट की सबसे प्रमुख वजह रही कंपनी का तिमाही अपडेट। JM Financial की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का स्टैंडअलोन रेवेन्यू भले ही सालाना आधार पर 18% की ग्रोथ दिखा रहा है, लेकिन यह अनुमानित वृद्धि निवेशकों की अपेक्षाओं से कम रही।

इसके अलावा, EBIT मार्जिन में 20 बेसिस प्वाइंट्स की गिरावट और EBITDA व PAT में क्रमशः 20% व 19% की ग्रोथ होने के बावजूद, बाजार को तगड़ी निराशा मिली।

इस प्रदर्शन से साफ होता है कि कंपनी की आय में तेजी अब सीमित हो सकती है, जिससे निवेशकों का भरोसा डगमगाया है।

सोने की कीमत, हीटवेव और चुनावी माहौल का असर

Emkay Global की रिपोर्ट में बताया गया कि सोने की कीमतों में तेज़ उछाल, देशभर में पड़ी हीटवेव, और लोकसभा चुनावों के चलते ग्राहकों की खरीदारी पर असर पड़ा है।

हालांकि Tanishq और CaratLane जैसे टाइटन के ज्वैलरी ब्रांड्स की बिक्री में कोई खास गिरावट नहीं आई, लेकिन ग्राहक संख्या में खास इजाफा भी नहीं देखा गया। माना जा रहा है कि सोने की बढ़ती कीमतों के कारण कई उपभोक्ताओं ने खरीदारी से दूरी बना ली।

Emkay का मानना है कि समान स्टोर बिक्री वृद्धि जहां 15-20% तक होनी चाहिए थी, वहीं टाइटन इसमें पिछड़ गया। उन्होंने शेयर का टारगेट प्राइस ₹3,350 तय किया है, जो मौजूदा भाव से भी कम है।

विशेषज्ञों की राय और भविष्य की रणनीति

हालांकि कुछ ब्रोकरेज फर्म अभी भी टाइटन को लेकर सकारात्मक हैं। मोतिलाल ओसवाल ने अपनी ‘Buy’ रेटिंग को बरकरार रखते हुए शेयर का लक्ष्य मूल्य ₹4,250 बताया है। उनके अनुसार, घरेलू ज्वैलरी सेगमेंट में 18% की सालाना ग्रोथ दर्ज की गई, लेकिन यह अनुमानित 22% से कम रही।

टाइटन ने अप्रैल-जून तिमाही में 19 नए स्टोर्स जोड़े – जिनमें Tanishq के 3, Mia के 7 और CaratLane के 9 स्टोर शामिल हैं। आईवियर डिवीजन में भी 12% की वृद्धि देखी गई।

ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि अगर कंपनी अपनी कीमत नीति और ब्रांड विस्तार की रणनीति पर काम करती है तो दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह गिरावट एक अवसर साबित हो सकती है।

निष्कर्ष:

टाइटन लिमिटेड जैसे मजबूत ब्रांड में गिरावट अस्थायी हो सकती है, लेकिन यह निवेशकों के लिए चेतावनी है कि कंपनियों के बिजनेस अपडेट पर नजर रखना बेहद जरूरी है। रेखा झुनझुनवाला जैसे अनुभवी निवेशकों के पोर्टफोलियो पर भी इसका असर हुआ है, जिससे यह साफ होता है कि बाजार में उतार-चढ़ाव किसी को नहीं छोड़ता।

यदि आप दीर्घकालिक निवेशक हैं तो टाइटन जैसी कंपनी में यह गिरावट एक बेहतर एंट्री प्वाइंट हो सकती है, बशर्ते आप उसके फंडामेंटल्स में भरोसा रखते हों।

डिस्क्लेमर:

यह केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। निवेश से पहले अपनी रिसर्च करें या वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।

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