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Fed Rate Cut से ट्रंप को बड़ी राहत - लगातार दूसरी बार 0.25% ब्याज घटा, लोन हुआ और सस्ता!
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए लगातार दूसरी बार 0.25% की ब्याज दर कटौती की है। अब फेड की नीति दर 3.75-4% के बीच आ गई है, जिससे लोन सस्ते होंगे, बाजार में तेजी आएगी और ट्रंप सरकार को आर्थिक मोर्चे पर बड़ी राहत मिलेगी।
Fed Rate Cut: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने एक बार फिर उम्मीदों को पूरा करते हुए ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया है। चेयरमैन जेरोम पॉवेल की अगुवाई में फेड ने लगातार दूसरी बार 0.25% की रेट कट की है। अब फेड की नई ब्याज दर सीमा 3.75% से 4% के बीच हो गई है। यह पिछले सितंबर 2024 से अब तक की पांचवीं रेट कट है। अब तक 1.50% की राहत दी जा चुकी है। इस कदम से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिलेगी, वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह एक बड़ी राजनीतिक राहत मानी जा रही है। ब्याज दरों में कमी से लोगों के लिए लोन सस्ता होगा, घर खरीदना आसान होगा और व्यवसायों को भी कम ब्याज पर फंड मिलने का फायदा मिलेगा।
फेड का फैसला और अमेरिका पर असर
अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब देश अक्टूबर से सरकारी शटडाउन की स्थिति झेल रहा है। यानी सरकार के कुछ विभाग बंद हैं और आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ा है। पिछले तीन महीनों से अमेरिकी महंगाई दर 3% पर बनी हुई है, जबकि फेड का लक्ष्य सिर्फ 2% का है। इस वजह से पहले से ही उम्मीद थी कि फेड ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
फेड के अनुसार, अमेरिकी अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे बढ़ रही है, लेकिन नौकरी के आंकड़ों और लेबर मार्केट में कमजोरी दिख रही है। कई कंपनियों में भर्ती धीमी हो गई है और बेरोजगारी थोड़ा बढ़ी है। इसीलिए फेड ने फैसला किया कि ब्याज दरों में कमी से आम लोगों और कारोबारियों को राहत दी जाए। इससे लोन सस्ते होंगे, व्यवसायों को फंड मिलना आसान होगा और रोजगार, निवेश और खर्च तीनों में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
अमेरिकी शेयर बाजार और सोना-चांदी में तेजी
फेड के इस कदम के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया। डाउ जोंस, नैस्डैक और एसएंडपी 500 जैसे प्रमुख इंडेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। निवेशकों को भरोसा है कि कम ब्याज दरें कंपनियों के मुनाफे को बढ़ाएंगी और अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देंगी। सोने और चांदी की कीमतों में भी तेजी दर्ज की गई। सोना 1,053 रुपये बढ़कर ₹1,19,646 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी 1,800 रुपये उछलकर ₹1,46,140 प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई। विशेषज्ञों के अनुसार, ब्याज दर घटने से निवेशक अब फिर से सोना और कीमती धातुओं में निवेश बढ़ा सकते हैं।
भारत पर फेड रेट कट का असर
अगर भारत के शेयर बाजारों की बात करें तो गुरुवार को सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। फेडरल रिजर्व की संभावित रेट कट नीति का असर भारतीय बाजारों में भी साफ दिखा। बुधवार को भारतीय शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ, जहां सेंसेक्स 369 अंक चढ़कर 84,997.13 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी ने साल 2025 में पहली बार 26,000 अंक का स्तर पार किया और ऊंचाई पर बंद हुआ।
इसके साथ ही, देश के वायदा बाजार (फ्यूचर मार्केट) में भी सोने और चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। हालांकि बाजार बंद हो चुका था, फिर भी सोना और चांदी दोनों ही महंगे हुए। बाजार बंद होने तक सोने की कीमत में 1,053 रुपये की बढ़ोतरी हुई और यह ₹1,19,646 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं चांदी 1,800 रुपये की तेजी के साथ ₹1,46,140 प्रति किलो पर बंद हुई।
फेडरल रिजर्व की आगे की रणनीति
फेड ने संकेत दिया है कि आने वाले दो वर्षों में दो से तीन बार और ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। हालांकि, यह फैसला पूरी तरह महंगाई के आंकड़ों पर निर्भर करेगा। यदि अमेरिकी महंगाई दर 2% से 2.5% के बीच आ जाती है, तो फेड और राहत देने पर विचार कर सकता है। इसके साथ ही, फेड ने 1 दिसंबर से क्वांटिटेटिव टाइटनिंग (QT) यानी असेट खरीद में कमी को खत्म करने की घोषणा की है। इसका मतलब है कि अब बाजार में और ज्यादा लिक्विडिटी (नकदी प्रवाह) बढ़ेगी। इससे अमेरिकी कंपनियों और बैंकों को निवेश बढ़ाने का मौका मिलेगा, जो आर्थिक सुधार को और मजबूत करेगा।
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