Gold Silver: सबसे फायदे का सौदा, सोना चांदी की कीमतें नई ऊंचाई छूने को बेताब

Gold Silver: फेड चेयर पावेल के भाषण के बाद सोना 1% उछला, चांदी ने 2011 के बाद का उच्चतम स्तर छुआ, भारत में भी भावों में तेजी और निवेशकों में उत्साह।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 23 Aug 2025 7:59 AM IST
Gold Rises 1%, Silver Hits 2011 High After Powell Speech
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Gold Rises 1%, Silver Hits 2011 High After Powell Speech (From Social Media)

Gold Silver: सोने के अंतरराष्ट्रीय बाजार को जिस बूस्ट की जरूरत थी वह शुक्रवार को पावेल के चिरप्रतीक्षित भाषण में जैसे ही सकारात्मक रूप से सामने आया सोने के दामों में एक प्रतिशत की वृद्धि हो गई। यह एक फीसद की बढोतरी पिछले दो हफ्तों में सबसे ज्यादा है। भारत के स्वर्ण बाजार में भी आंशिक बढ़ोतरी दिखायी दी। यहां भी सोने के दाम दस- 12 रुपये प्रति ग्राम बढ़ गए। हालांकि फिलहाल उत्तर प्रदेश में 15-16 रुपये प्रति ग्राम की गिरावट दिखी है। जो कि बाजार की सतर्क चाल का संकेत दे रही है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 22 अगस्त, 2025 को बाजार बंद होने तक, हाजिर सोना 3,372.60 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ, जो एक दिन में 1% की वृद्धि दर्शाता है, जो लगभग दो हफ्तों में इसका उच्चतम स्तर है। संस्थागत विश्लेषकों का मानना है कि अत्यधिक तेजी के परिदृश्य में, जिसमें फेड द्वारा पूर्णतया ढील देने की नीति अपनाना भी शामिल है, सोना 4,600 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। यानी भारतीय रुपये में 4,01,607.48 रुपये प्रति 28 ग्राम तक जा सकता है। यानी अगर दूरगामी परिणाम पर गौर करें तो भारतीय परिदृश्य में सोने की कीमत 14 हजार का आंकड़ा पार कर सकती है। जो कि वर्तमान में 10 हजार रुपये प्रति ग्राम के आसपास चल रहा है।

सोना जहाँ एक ओर लगभग स्थिर बना हुआ है, वहीं चाँदी मज़बूत प्रदर्शन कर रही है। सप्ताहांत से पहले चाँदी की कीमतों ने सोने से बेहतर प्रदर्शन किया और सितंबर 2011 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर बंद हुई। मौजूदा माहौल में, सोने का परिदृश्य थोड़ा धुंधला होने से बाज़ार का ध्यान चाँदी की ओर जा रहा है। इसीलिए चांदी 40 डॉलर प्रति औंस की ओर बढ़ रही है, जो एक आकर्षक मूल्य-आधारित खेल का प्रतिनिधित्व करता है। वर्तमान में भारत में 111 से 113 रुपये प्रति ग्राम के बीच चल रही है लेकिन चांदी पर दबाव बढ़ना जारी रहा तो चांदी 124 रुपये प्रति ग्राम का आंकड़ा छू सकती है।

पीली और सफेद धातुओं के क्षेत्र में यह बदलाव संकेत दे रहा है कि निवेशक अवसरों की तलाश में हैं। फ़ेडरल रिज़र्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से चाँदी को फ़ायदा हो रहा है, जबकि लगातार उच्च मुद्रास्फीति के बीच इसके औद्योगिक गुण अतिरिक्त समर्थन प्रदान करते हैं। जिससे चांदी का बाजार गर्म है।

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