Fuel prices in India July 23 2025: भारत में ईंधन की कीमतें और खपत: 23 जुलाई को शहरों-राज्यों में अंतर, कच्चे तेल के दाम बढ़े

Fuel prices in India July 23 2025: चंडीगढ़ में पेट्रोल सबसे सस्ता, तिरुअनंतपुरम में महंगा; भारत की ईंधन खपत 5 मिलियन बैरल प्रतिदिन पार

Ramkrishna Vajpei
Published on: 23 July 2025 8:19 AM IST
Petrol Diesel Rate
X

Petrol Diesel Rate  

Fuel prices in India July 23 2025: आज, 23 जुलाई को भारत के प्रमुख शहरों में पेट्रोल की कीमतों में काफी भिन्नता है। चंडीगढ़ में पेट्रोल सबसे सस्ता ₹94.30 प्रति लीटर है, जबकि तिरुअनंतपुरम में यह सबसे महंगा ₹107.49 प्रति लीटर बिक रहा है। राज्यों की बात करें तो आंध्र प्रदेश में पेट्रोल की कीमत सबसे अधिक ₹109.63 प्रति लीटर है, वहीं अंडमान निकोबार में यह ₹82.46 प्रति लीटर के साथ सबसे कम है। केरल में राज्य सरकार द्वारा लगाए गए ₹2 प्रति लीटर के कर को पेट्रोल महंगा होने का एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है।

डीजल की कीमतों में भी इसी तरह का अंतर देखने को मिल रहा है; चंडीगढ़ में डीजल ₹82.45 प्रति लीटर है, जबकि तिरुअनंतपुरम में यह ₹96.48 प्रति लीटर है।

उत्तर प्रदेश में ईंधन की कीमतें (23 जुलाई):

उत्तर प्रदेश पर विशेष ध्यान दें तो झांसी में पेट्रोल सबसे सस्ता ₹94.43 प्रति लीटर है, जबकि सुल्तानपुर में यह ₹96.01 प्रति लीटर है। डीजल की बात करें तो फिरोजाबाद में यह ₹87.39 प्रति लीटर है, वहीं सुल्तानपुर में ₹89.16 प्रति लीटर है। अन्य शहरों में कीमतों में कुछ पैसों की वृद्धि या कमी देखी जा सकती है।

भारत में पेट्रोलियम उत्पादों की खपत: 5 मिलियन बैरल से अधिक

भारत में प्रति सप्ताह "औसत ईंधन खपत" का सटीक अनुमान लगाना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हाल के आंकड़े बताते हैं कि देश में प्रतिदिन औसतन 92.82 मिलियन लीटर पेट्रोल (MS) और 238.59 मिलियन लीटर डीजल (HSD) की खपत होती है। कुल पेट्रोलियम उत्पाद खपत लगभग 5 मिलियन बैरल प्रतिदिन है, और भारत में खपत वृद्धि दर वैश्विक औसत से भी अधिक है, जो देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को दर्शाती है।

ईंधन खपत का विवरण (दैनिक औसत):

पेट्रोल (मोटर स्पिरिट - MS): लगभग 92.82 मिलियन लीटर (लगभग 2784.53 मिलियन लीटर प्रति माह)।

डीजल (हाई-स्पीड डीजल - HSD): लगभग 238.59 मिलियन लीटर (लगभग 7157.72 मिलियन लीटर प्रति माह)।

एलपीजी: लगभग 99.86 मिलियन लीटर।

एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF): हवाई यातायात में वृद्धि के साथ खपत बढ़ रही है; जुलाई 2024 में 0.73 मिलियन मीट्रिक टन खपत देखी गई, जो जुलाई 2023 की तुलना में 9.6% की वृद्धि है।

भारत विश्व में तेल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार की स्थिति: कच्चे तेल में उछाल

ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, तीन दिनों की गिरावट के बाद बुधवार को डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल का वायदा भाव $66 प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है। अमेरिकी व्यापार वार्ताओं में प्रगति से मांग के प्रति धारणा में सुधार हुआ है। प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से जुड़े हालिया व्यापार सौदों ने 1 अगस्त की समय-सीमा से पहले प्रमुख अमेरिकी साझेदारों—जिनमें प्राथमिक कच्चे तेल के उपभोक्ता भी शामिल हैं—के साथ व्यापक समझौतों की उम्मीदें बढ़ाई हैं। इससे यह चिंता कम हुई है कि लंबे समय तक चलने वाले विवाद ऊर्जा मांग पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने आगामी सप्ताह में चीनी अधिकारियों से मुलाकात करने की बात कही है, जिससे 12 अगस्त की व्यापार समय-सीमा बढ़ने की संभावना है। इस वार्ता में रूस और ईरान से चीन द्वारा प्रतिबंधित तेल की निरंतर खरीद जैसे व्यापक मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है। पिछले हफ्ते अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 6 लाख बैरल की गिरावट आने से भी कीमतों को समर्थन मिला, जिसने तीन हफ्ते से जारी भंडार वृद्धि पर विराम लगा दिया। हालांकि, डिस्टिलेट भंडार में वृद्धि हुई है। व्यापारी आज बाद में आने वाले आधिकारिक इन्वेंट्री डेटा का इंतजार कर रहे हैं।

1 / 10
Your Score0/ 10
Ramkrishna Vajpei

Ramkrishna Vajpei

Mail ID - [email protected]

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!