अब मिनटों में होगा Breast Cancer का इलाज! सिर्फ एक क्लिक में ये AI ऐप बताएगा खतरा! कैसे करेगा काम?

AI to Cure Breast Cancer in Minutes: देशभर की महिलाओं में Breast Cancer का ख़तरा तेज़ी से बढ़ रहा है। जिसे देखते हुए अब पश्चिम बंगाल के वैज्ञानिकों ने इस बिमारी का जल्दी पता लगाने के लिए एक AI-आधारित ऐप विकसित कर रहा है। यह ऐप 5 से 6 महीनों में पूरी तरह तैयार होने की उम्मीद है।

Priya Singh Bisen
Published on: 19 Oct 2025 11:06 AM IST
AI to Cure Breast Cancer in Minutes
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AI to Cure Breast Cancer in Minutes (photo: social media)

AI to Cure Breast Cancer in Minutes: Breast Cancer... आज के समय में देखा जाए तो महिलाओं में होने वाले सबसे कॉमन कैंसर में से एक है। वक़्त पर यदि इस कैंसर जैसे बड़े खतरे का पता लगा लिया जाए, तो इलाज सफल होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर की तरफ़ आज भी गंभीरता से ध्यान नहीं देती, जिसके कारण बीमारी धीरे-धीरे शरीर में बढ़ना शुरू हो जाती है।

लेकिन हाल ही में, बंगाल के स्वास्थ्य विभाग में इस खतरनाक बिमारी से निपटने के लिए ऐप तैयार कर रहा है। यह ऐप AI की सहायता से ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने में सहयता करेगा। आइए जानते हैं कैसे AI की मदद से स्तन के कैंसर की पहचान की जा सकती है।

अब ब्रेस्ट कैंसर की पहचान करेगा AI

बंगाल का स्वास्थ्य विभाग स्तन कैंसर की पहचान के लिए एक AI ऐप निर्मित कर रहा है। यह ऐप आशा कार्यकर्ताओं द्वारा इकठ्ठा गए डेटा के आधार पर महिलाओं मैं कैंसर के खतरे का पता लगाएगा। गंभीर जोखिम वाली महिलाओं को आगे की जांच के लिए भेजा जाएगा। यह स्टेप ब्रेस्ट कैंसर के जल्द से जल्द निदान में सहायता करेगी। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IPGMER) को एक जानकारी प्रौद्योगिकी कंपनी के साथ मिलकर ऐप विकसित करने के लिए कोष दिया गया है।

IPGMER के विशेषज्ञ डॉ. ने बताया कि ऐप पर काम शुरू कर दिया गया है। यह 5 से ६ महीनों में बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद। इसे आशा कार्यकर्ताओं के स्मार्टफोन पर अपलोड किया जाएगा, जो पहले से ही बंगाल के हर गांव, कस्बे और शहर में पहुंच रही हैं। वे महिलाओं में लक्षणों की सही पहचान करेंगी। वे कुछ बुनियादी जानकारी एकत्रित करेंगी, जैसे कि क्या स्तन में कोई गांठ है और क्या मरीज को स्तन से स्राव हो रहा है आदि।

अगर किसी महिला में इनमें से कोई भी या दोनों लक्षण दिखते हैं, तो उसे पास के ही किसी जिला या राज्य अस्पताल में अल्ट्रासाउंड जांच के लिए भेजा जाएगा और नतीजा सिस्टम में अपलोड कर दिया जाएगा। यह ऐप पर रियल टाइम आधार पर उपलब्ध होगा, जिससे स्वास्थ्य भवन को संदिग्ध मरीजों की एक तैयार जानकारी मिल सकेगी।

बता दे, यह ऐप अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट का गहनता से विश्लेषण करेगा और मरीजों को उच्च जोखिम और कम जोखिम श्रेणियों में बांटेगा। उच्च जोखिम वाले मरीजों को स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए मैमोग्राफी के लिए भेज दिया जाएगा, जबकि कम जोखिम वाले मरीजों की कड़ी निगरानी कर देखभाल की जायेगी।

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