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कौन हैं हरियाणा के नए DGP ओपी सिंह, शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजे जाने के बाद संभाला पद
Haryana New DGP OP Singh: हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की कथित आत्महत्या मामले में डीजीपी शत्रुजीत कपूर को लंबी छुट्टी पर भेजने के बाद ओपी सिंह को कार्यवाहक DGP बनाया गया। इस हाई-प्रोफाइल केस में 13 वरिष्ठ अधिकारियों पर FIR दर्ज की गई है और जांच में डिजिटल सबूतों की भी मांग की गई है।
Haryana New DGP OP Singh: हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की कथित आत्महत्या मामले में राज्य सरकार ने रातोंरात एक बड़ा और निर्णायक एक्शन लिया है। इस मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर नाम आने के बाद हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर को तत्काल प्रभाव से लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है। वहीं, उनकी जगह पर एडीजीपी रैंक के सीनियर आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक बनाया गया है। ओपी सिंह का नाम सामने आते ही यह खबर राष्ट्रीय सुर्खियों में आ गई है, क्योंकि वह दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीजा हैं।
सुशांत के जीजा बने हरियाणा के कार्यवाहक DGP
आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह, जो अब हरियाणा के कार्यवाहक डीजीपी हैं, पहले हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन और एफएसएल मधुबन के निदेशक का कार्यभार संभाल रहे थे। अब उन्हें शत्रुजीत कपूर के छुट्टी पर जाने के बाद पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। यह फैसला हरियाणा सरकार की तरफ से मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
DGP समेत 13 अधिकारियों पर FIR
इस हाई-प्रोफाइल मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत उन सभी 13 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, जिनके नाम आईपीएस वाई पूरन कुमार के सुसाइड नोट में लिखे थे। वाई पूरन कुमार, जो 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और रोहतक के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में इंस्पेक्टर जनरल (IG) के पद पर तैनात थे, ने 7 अक्टूबर को कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। उनकी मौत के बाद मिले आठ पन्नों के सुसाइड नोट ने प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया था।
सुसाइड नोट में लगे थे गंभीर आरोप
दिवंगत आईपीएस अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में 13 वरिष्ठ अधिकारियों पर उत्पीड़न और उनके करियर को नुकसान पहुंचाने के गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों की आंच सीधे शीर्ष नेतृत्व तक पहुंची थी। सबसे अधिक और गंभीर आरोप डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के तत्कालीन एसपी नरेंद्र बिजारनिया पर लगाए गए थे। मामले की संवेदनशीलता के कारण पूर्व रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया को पहले ही शनिवार को पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह सुरिंदर सिंह भोरिया को रोहतक का नया एसपी नियुक्त किया गया है। फिलहाल, बिजारनिया को कोई नया पद नहीं दिया गया है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर को जांच पूरी होने तक छुट्टी पर भेजा गया है ताकि वे जांच को किसी भी तरह से प्रभावित न कर सकें।
जांच के लिए मांगा गया लैपटॉप
जांच को आगे बढ़ाते हुए, चंडीगढ़ पुलिस ने अब वाई पूरन कुमार की पत्नी से उनका लैपटॉप भी जांच के लिए मांगा है। माना जा रहा है कि लैपटॉप में सुसाइड नोट से जुड़े और भी डिजिटल सबूत या अधिकारियों के उत्पीड़न से संबंधित जानकारी हो सकती है। पुलिस इन डिजिटल सबूतों की मदद से पूरे मामले की परतें खोलने की कोशिश करेगी। यह मामला दिखाता है कि किस तरह प्रशासनिक दबाव और कथित उत्पीड़न ने एक वरिष्ठ अधिकारी को इतना बड़ा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। हरियाणा सरकार अब इस मामले की तह तक जाकर निष्पक्ष कार्रवाई करने के लिए कटिबद्ध दिखाई दे रही है।
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