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एक ही झटके में Pak खत्म! अस्त्र से लेकर ब्रह्मोस-ER तक... भारत के 5 'ब्रह्मास्त्र', हिंदुस्तान की वो मिसाइलें जो बनी काल
भारत की पांच शक्तिशाली मिसाइलें VSHORAD, Astra, Rudram, NRSAM और BrahMos-ER पाकिस्तान की मिसाइलों से कहीं आगे, ऑपरेशन सिंदूर में दिखाया अपनी श्रेष्ठता, हवा, ज़मीन और समुद्र में बना अजेय।
India superpower missiles: एक तरफ जहाँ पाकिस्तान चीन से PL-15 और अमेरिका से AIM-120 जैसी मिसाइलों का जखीरा बना रहा है, वहीं दूसरी तरफ भारत के स्वदेशी मिसाइल कार्यक्रम ने हवा, ज़मीन और समुद्र में अपनी ताकत को अजेय बना लिया है। DRDO द्वारा विकसित VSHORAD, Astra, Rudram, NRSAM और BrahMos-ER जैसी पाँच मिसाइलें रेंज, स्पीड और सटीकता के मामले में पाकिस्तान को मीलों पीछे छोड़ देती हैं। मई 2025 में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तानी मिसाइल डिफेंस को आसानी से चकमा देकर अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी थी। इन मिसाइलों की ताकत भारत की सैन्य क्षमता को 'अभेद दुर्ग' बनाती है, जिनकी पूरी स्पेसिफिकेशन और पाकिस्तान की मिसाइलों से तुलना समझना बेहद ज़रूरी है।
कम ऊंचाई के दुश्मन का काल: VSHORAD
VSHORAD यानी व्हेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस भारत की एक अत्यंत महत्वपूर्ण मैन-पोर्टेबल मिसाइल है। यह छोटे ड्रोन, हेलीकॉप्टर या कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों को मार गिराने में माहिर है। यह मिसाइल सीमा पर पाकिस्तान के छोटे ड्रोन या हेलीकॉप्टर हमलों को रोकने के लिए एकदम परफेक्ट मानी जाती है। इसकी रेंज 6 किलोमीटर और स्पीड 2470 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह इंफ्रारेड इमेजर (गर्मी से टारगेट लॉक) गाइडेंस सिस्टम पर काम करती है।पाकिस्तान की Anza मिसाइल जिसकी रेंज सिर्फ 4 किमी है, उससे यह कहीं ज़्यादा बेहतर है। 2025 में आर्मी में शामिल हुई VSHORAD बॉर्डर पर तुरंत तैनाती के लिए तैयार है।
हवा में पाक जेट्स को धूल चटाएगी: Astra (अस्त्र)
Astra (अस्त्र) भारत की स्वदेशी BVRAM (बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल) है। इसका Mk-1 वर्जन पहले से सेवा में है, जबकि Mk-2 वर्जन 2025 में टेस्ट किया जा रहा है, जो पाकिस्तान के JF-17 जेट्स को 200 किलोमीटर दूर से मार गिराने की क्षमता रखता है। Astra Mk-2 की रेंज 200 किमी और स्पीड 4939 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसका गाइडेंस एक्टिव रडार + GPS पर आधारित है। यह पाकिस्तान की PL-15 (200 किमी) से सीधी टक्कर लेती है, लेकिन Astra की सटीकता और कम कीमत (10 लाख डॉलर) इसे बेहतर बनाती है। 2025 में इसके 200 Mk-2 टेस्ट सफल हुए हैं।
जमीनी ठिकानों के लिए घातक: Rudram (रुद्रम)
Rudram (रुद्रम) एक एयर-टू-सर्फेस मिसाइल है, जिसका मुख्य काम दुश्मन के रडार, एयरपोर्ट या बंकर जैसे जमीनी ठिकानों को नष्ट करना है। इसका Rudram-1 वर्जन सेवा में है, जबकि Rudram-3 का हाइपरसोनिक वर्जन 2025 में टेस्ट किया जा रहा है। इसकी रेंज 150-250 किमी है। Rudram की पेनेट्रेशन वारहेड की क्षमता इसे हार्ड टारगेट्स (कठोर लक्ष्यों) को तोड़ने में सक्षम बनाती है, जो इसे पाकिस्तान के एयरबेस को टारगेट करने के लिए घातक बनाता है। 2025 में Rudram-3 का 7408 किमी प्रति घंटा की स्पीड से सफल टेस्ट किया गया है।
नौसेना की अचूक ढाल: NRSAM
NRSAM (नेवल शॉर्ट रेंज सर्फेस-टू-एयर मिसाइल) भारतीय नौसेना के जहाजों के लिए एक महत्वपूर्ण रक्षा कवच है। यह हार्पून जैसी एंटी-शिप मिसाइलों को समुद्र में ही रोकने में माहिर है, जिससे पाकिस्तान की नौसेना को समुद्र में घेरने में आसानी होती है। इसकी रेंज 15-25 किमी है और स्पीड 3087 किलोमीटर प्रति घंटा है। पाकिस्तान की LY-80 (40 किमी) से छोटी होने के बावजूद, NRSAM की क्विक रिएक्शन टाइम और सटीकता इसे बेहतर बनाती है। यह 2025 में नौसेना में शामिल हुई।
सुपरसोनिक क्रूज का शहंशाह: BrahMos-ER (ब्रह्मोस-ईआर)
BrahMos-ER (एक्सटेंडेड रेंज) भारत और रूस का संयुक्त प्रोजेक्ट है और यह दुनिया की सबसे घातक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों में से एक है।यह जमीन, हवा और समुद्र से लॉन्च हो सकती है और पाकिस्तान के जहाजों या बेस को 800 किलोमीटर दूर से डुबो सकती है। इसकी रेंज 800 किमी और स्पीड 3704 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो इसे पाकिस्तान की Babur (700 किमी) मिसाइल से लंबी और तेज़ बनाती है। 2025 में 220 ER वर्जन का ऑर्डर दिया गया है। इसके अलावा, भारत हाइपरसोनिक BrahMos-II (9878 किमी प्रति घंटा, 1,500 किमी रेंज) पर भी काम कर रहा है। कुल मिलाकर, भारत की मिसाइलें न केवल रेंज (800 किमी+) और स्पीड (5000 किमी/घंटा) में आगे हैं, बल्कि स्वदेशी तकनीक और बेहतर सटीकता के कारण पाकिस्तान की मिसाइलों को मात देती हैं। 2025 के आँकड़ों के अनुसार, भारत का मिसाइल आर्सेनल पाक से 2 गुना मजबूत है।
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