भारत ने उड़ाईं पाकिस्तान की धज्जियां, खोली पोल, PAK प्रोपेगेंडा को सिलेसिलेवार तरीके से किया खारिज

India-Pakistan News: विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला पाकिस्तान की तरफ से एक उकसावे की कार्रवाई थी। इसके बावजूद भारत ने जिम्मेदारी का परिचय देते हुए एक सटीक प्रतिक्रिया दी।

Newstrack          -         Network
Published on: 8 May 2025 7:28 PM IST (Updated on: 8 May 2025 7:55 PM IST)
Foreign Secretary Vikram Misri
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Foreign Secretary Vikram Misri addresses media (Photo: Social Media)

India-Pakistan News: पाकिस्तान की ओर से 15 भारतीय शहरों को निशाना बनाने के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव उबाल पर है। इसके हमले के जवाब देते हुये भारत ने लाहौर स्थित एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया।

विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस ऑपरेशन और उससे जुड़ी पृष्ठभूमि पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने साफ कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला पाकिस्तान की तरफ से एक उकसावे की कार्रवाई थी। इसके बावजूद भारत ने जिम्मेदारी का परिचय देते हुए एक सटीक और मापी गई प्रतिक्रिया दी जिसका मकसद केवल आतंक के ढांचे को खत्म करना था ना कि तनाव बढ़ाना।

आतंकवाद का केंद्र है पाकिस्तान

विदेश सचिव ने पाकिस्तान की दोहरी नीति की ओर इशारा करते हुए कहा कि अब यह कोई छुपा हुआ तथ्य नहीं है कि पाकिस्तान आतंकवाद का वैश्विक केंद्र बन चुका है। दुनिया को भली-भांति याद है कि ओसामा बिन लादेन को किस देश ने शहीद कहा था और कहाँ उसे पनाह दी गई थी।

मिसरी ने बताया कि पाकिस्तान की धरती पर आज भी संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित कई वैश्विक आतंकी संगठनों और आतंकियों को खुली छूट मिली हुई है। जिनमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे नाम प्रमुख हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा और पूर्व विदेश मंत्रियों ने खुद स्वीकार किया है कि उनका देश इन आतंकियों के साथ संबंध रखता है।

दोहरा रवैया अपनाता है पाक

विदेश सचिव ने पाकिस्तान के उस दावे को भी खारिज किया जिसमें वह खुद को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने वाला देश बताता है। उन्होंने कहा कि भारत ने मुंबई हमलों से लेकर पठानकोट हमले तक पुख्ता फॉरेंसिक सबूत पाकिस्तान को सौंपे, लेकिन आज तक किसी भी बड़े आतंकी आकाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई पाकिस्तान सबूत मिलने के बावजूद इन आतंकियों को सजा देने के बजाय अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खुद को निर्दोष दिखाने की कवायद करता रहता है। यह रवैया साफ तौर पर दर्शाता है कि पाकिस्तान की मंशा आतंक के खिलाफ लड़ने की नहीं, बल्कि उसे संरक्षण देने की है।

TRF को लेकर दोहरा मापदंड

मिसरी ने बताया कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ी शाखा टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने दो बार ली थी, और भारत ने इस बारे में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सूचित भी किया। लेकिन जब UNSC में इस हमले को लेकर प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी, तब पाकिस्तान ने TRF का नाम प्रस्ताव से हटाने की मांग की तब पाकिस्तान ने इस प्रस्ताव का भी विरोध किया।

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Shivam Srivastava

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