TRENDING TAGS :
नीतीश कुमार ने बुलाई 'इमरजेंसी बैठक', बिहार में सीटों पर महा-संग्राम... जानें अंदर की बात
Nitish Kumar Emergency Meeting: बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर NDA और महागठबंधन दोनों में घमासान मचा हुआ है। इस बीच नीतीश कुमार के आवास पर जदयू की इमरजेंसी बैठक जारी है।
Nitish Kumar Emergency Meeting: बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा को आठ दिन बीत चुके हैं, लेकिन राज्य की दोनों प्रमुख राजनीतिक गठबंधनों, NDA और महागठबंधन में सीटों का बंटवारा अभी तक नहीं हो पाया है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार के आवास पर जदयू की बैठक जारी है।
इस इमरजेंसी मीटिंग से पहले भागलपुर के सांसद अजय मंडल ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सांसद होने के बावजूद टिकट बंटवारे में उनसे कोई सलाह ही नहीं ली गई। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि भागलपुर की विधानसभा सीटों के टिकट के बंटवारे में जिला अध्यक्ष और स्थानीय नेतृत्व की राय को नजरअंदाज किया गया है। वहीं भागलपुर में गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल का टिकट कटने की संभावना जताई जा रही है। इसी बीच वो सीएम नीतीश कुमार से मिलने पटना में सीएम आवास एक अणे मार्ग पहुंचे हैं। लेकिन उन्हें अंदर जाने को नहीं मिला। इसके बाद गोपाल मंडल एक अणे मार्ग के बाहर ही धरने जैसा माहौल बना कर बैठ गए हैं।
सीट बंटवारे को लेकर नाराजगी
NDA में सीट बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने 9 सीटों के बंटवारे पर आपत्ति जताई है और भारतीय जनता पार्टी (BJP) से इन सीटों पर फिर से विचार करने की मांग की है। इसी खींचतान के चलते NDA की तरफ से अब तक प्रत्याशियों का औपचारिक एलान नहीं हो सका है।
हालांकि, इस बीच लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने ट्वीट करके गठबंधन में सब ठीक होने का दावा किया है। उन्होंने लिखा, "एनडीए दलों में सीट संख्या का विषय सौहार्दपूर्ण बातचीत में पूरा हो चुका है। कौन दल किस सीट पर लड़ेगा यह चर्चा भी सकारात्मक बातचीत के साथ अंतिम दौर में है।" चिराग ने मोदी और नीतीश के नेतृत्व में एनडीए की एकजुटता पर ज़ोर दिया। ख़बर है कि आज शाम को NDA की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हो सकती है, जिसमें गठबंधन की तस्वीर साफ़ होने की उम्मीद है।
महागठबंधन में भी भारी उथल-पुथल
विपक्ष का महागठबंधन भी अंदरूनी संघर्ष से जूझ रहा है। सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू यादव ने कुछ RJD उम्मीदवारों को पार्टी का सिंबल (चुनाव चिह्न) देना शुरू कर दिया था, लेकिन यह कदम गठबंधन के अन्य सहयोगियों को रास नहीं आया। महागठबंधन में दरार की खबरों के बीच, देर रात कई उम्मीदवारों से सिंबल वापस ले लिए गए। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव की आपत्ति और गठबंधन के अन्य नेताओं के दबाव के बाद यह बड़ा फैसला लिया गया। यह घटनाक्रम दिखाता है कि भले ही RJD ने पहले अपने दम पर कदम बढ़ाना चाहा हो, लेकिन अब वह सहयोगी दलों की नाराजगी मोल लेने के जोखिम से बचना चाहती है। दोनों गठबंधनों में हो रही यह देरी बिहार की सियासी अनिश्चितता को दर्शाती है। अब देखना यह है कि NDA और महागठबंधन कब तक अपने 'घर' की लड़ाई सुलझाकर, चुनावी मैदान में उतरने के लिए अंतिम रूप से तैयार हो पाते हैं।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!