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छह महीने में दिए ये ऐतिहासिक फैसले, जानें चीफ जस्टिस संजीव खन्ना का कैसा रहा कार्यकाल
Chief Justice Sanjeev Khanna: चीफ जस्टिस संजीव खन्ना आज न्यायाधीश के पद से रिटायर हो रहे हैं।
Chief Justice Sanjeev Khanna
Chief Justice Sanjeev Khanna: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना आज यानी 13 मई को अपने पद से रिटायर हो रहे हैं। उनके छह महीने का न्यायाधीश का कार्यकाल आज ख़त्म हो रहा है। इस छह महीने के कार्यकाल के दौरान उन्होने कई ऐतिहासिक फैसले दिए जो हमेशा एक उदाहरण के तौर पर याद रहेगा। इनके बारे में कहा जाता है कि ये कम बोलते थे लेकिन गहरी बातें करते थे। जज के लिए कही गई पुरानी कहावत इनके ऊपर एकदम सटीक बैठती है कि वो अपने फैसलों और आदेशों के जरिये बोलते हैं। अपने शानदार कार्यकाल के दौरान इन्होने कभी भी कोई ऐसी टिप्पणी नहीं की जो चर्चा का विषय रही हो।
आज जस्टिस संजीव खन्ना के रिटायर होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के नए चीफ जस्टिस बी आर गवई होंगे। जस्टिस गवई सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज हैं। वह 13 मई को मौजूदा सीजेआई संजीव खन्ना के रिटायरमेंट के एक दिन बाद यानी कल 14 मई को पद संभालेंगे। जानिए चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के वो ऐतिहासिक फैसले जो रखें जायेंगे हमेशा याद।
जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग
कुछ दिन पहले हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर भारी मात्रा में जले हुए कैश बरामद हुए थे। जिसका मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। जहाँ संजीव खन्ना ने पूरे केस में बड़ा ही पारदर्शी रुख अपनाया। उन्होंने इस केश से जुड़े सभी तथ्य सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिए। इसके अलावा इस केस में तीन जजों की कमेटी बैठाई गई जांच के लिए और जब जस्टिस वर्मा के आरोपों की पुष्टि हो गई तो उनके पद छोड़ने के लिए भी कहा गया। इस बात से जब जस्टिस वर्मा ने इंकार कर दिया तो चीफ जस्टिस ने ही रिपोर्ट बनाकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजा ताकि उनके खिलाफ संसद में महाभियोग चलाया जा सके और पद से हटाया जा सके।
चीफ जस्टिस संजीव खन्ना का यह फैसला काफी अहम माना जाता है। क्योंकि कैश काण्ड से न्यायपालिका पर लोगों के विश्वास को कमजोर कर रही थी। इसीलिए उन्होंने चीफ जस्टिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ा फैसला लिया।
जजों की संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करना
चीफ जस्टिस संजीव खन्ना पद पर रहते हुए कई बड़े फैसले दिए हैं जिसमें से जजों की संपत्ति का पूरा ब्यौरा सार्वजनिक करना भी एक है। 1 अप्रैल 2025 को उनकी अध्यक्षता में हुई फुल कोर्ट बैठक में इस प्रस्ताव को पारित किया गया था। जिसके अनुसार अब भविष्य में सुप्रीम कोर्ट के जज अपनी संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा कर सकेंगे।
वक्फ एक्ट विवाद पर सख्त रुख
वक्फ संशोधन कानून को लेकर अभी हाल ही में काफी विवाद हुए थे। जिसपर चीफ जस्टिस ने काफी बड़ा एक्शन लिया। उन्होएँ कानून की कुछ धाराओं पर आंतरिम रोक लगाने का आदेश दिया। जिसके बाद केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया कि फिलहाल किसी भी वक्फ संपत्ति को डिनोटिफाई नहीं किया जाएगा। साथ ही, वक्फ बोर्ड और सेंट्रल वक्फ काउंसिल में अभी कोई नई नियुक्ति नहीं होगी।
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