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बाप रे बाप! गुस्से में बेकाबू हुआ ह्यूमनॉइड रोबोट, AI आधारित रोबोट्स कितने हैं सुरक्षित
Humanoid Robot Attack: चीन में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है दरअसल यहाँ एक मशीन इंसानों के लिए खतरा बन गयी। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला।
Humanoid Robot Attack (Image Credit-Social Media)
Humanoid Robot Attack: इंसान ने रोबोट बनाए थे ताकि वो इंसानों का सहारा बनें, लेकिन क्या हो अगर वही मशीनें इंसानों के लिए खतरा बन जाएं? क्या तकनीक पर हमारा भरोसा कहीं बहुत ज्यादा तो नहीं हो गया? चीन की एक फैक्ट्री में घटी एक हालिया घटना ने इन सवालों को एक बार फिर सामने लाकर खड़ा कर दिया है।आइए जाने क्या है पूरी घटना..
कैसे हुई इस घटना की शुरुआत
चीन की एक अज्ञात फैक्ट्री से वायरल हुए एक वीडियो ने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक काले रंग का ह्यूमनॉइड रोबोट, जिसे एक क्रेन से लटकाया गया है, अचानक अपने पास बैठे कर्मचारियों पर हमला कर देता है। ऐसा प्रतीत होता है मानो किसी विज्ञान-फंतासी फिल्म का दृश्य हो, लेकिन यह हकीकत थी।
दो कर्मचारी जब आपस में बातचीत कर रहे थे, तभी रोबोट अचानक उग्र हो गया। उसने अपने अंगों को हिलाना-डुलाना शुरू कर दिया और टेबल पर रखा लैपटॉप नीचे गिरा दिया। उसके हाथों की हरकतें इतनी तेज थीं कि ऐसा लगा मानो वह खुद को क्रेन से छुड़ाने की कोशिश कर रहा हो। इस घटना के दौरान मौजूद कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई।
क्या रोबोट में गुस्सा आता है?
इस सवाल का सीधा उत्तर है "नहीं, लेकिन ह्यूमनॉइड रोबोट्स को आजकल इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि वे इंसानी भावनाओं की नकल कर सकें। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, ये भावनाएं वास्तव में नहीं होतीं, बल्कि एक तय प्रोग्रामिंग के तहत वे केवल प्रतिक्रिया देने का अभिनय करते हैं। लेकिन इस मामले में जो देखा गया, वह केवल 'नकल' नहीं थी, बल्कि एक अनियंत्रित प्रतिक्रिया थी। इसका मतलब यह हो सकता है कि या तो उस रोबोट की सॉफ्टवेयर प्रणाली में कोई त्रुटि थी या फिर वह भावनात्मक प्रतिक्रिया के आधार पर अधिक जटिल व्यवहार करने लगा था।
तकनीक की सीमाएं और खतरे
तकनीक जितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, उतना ही तेजी से उसके संभावित खतरे भी सामने आ रहे हैं। ह्यूमनॉइड रोबोट्स का उद्देश्य इंसानों की सहायता करना है। चाहे वह अस्पतालों में हो, फैक्ट्रियों में हो या फिर घरों में। लेकिन जब वे खुद ही नियंत्रण से बाहर हो जाएं तो समस्या उत्पन्न हो जाती है।
AI आधारित रोबोट्स में सीखने' की क्षमता होती है। उन्हें डेटा के आधार पर निर्णय लेने की शक्ति दी जाती है। लेकिन अगर यह डेटा या उनका एल्गोरिदम गड़बड़ हो जाए, तो वे ऐसे निर्णय ले सकते हैं जो मानवीय जीवन के लिए खतरा बन जाएं।
क्या यह घटना सच थी या एक प्रचार?
- कई तकनीकी विशेषज्ञों और सोशल मीडिया यूजर्स ने यह सवाल भी उठाया है कि क्या यह वीडियो वास्तविक था या किसी कंपनी द्वारा प्रचार के उद्देश्य से फैलाया गया था।
- वीडियो में दिखाया गया रोबोट अत्यंत उन्नत स्तर का प्रतीत होता है।
- वीडियो में कोई स्पष्ट रूप से कंपनी या फैक्ट्री की पहचान नहीं हो पाई है।
- कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह संभवतः किसी फिल्म या विज्ञापन का हिस्सा भी हो सकता है।
हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन एक बात तय है इसने रोबोटिक तकनीक के संभावित खतरों पर एक गंभीर चर्चा छेड़ दी है।
ऐसे मामलों में सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करें?
AI आधारित रोबोट्स का सुरक्षित इस्तेमाल करने के लिए कई मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देना बेहद आवश्यक हैं -
1. एथिकल AI का विकास
रोबोट को विकसित करते समय नैतिकता आधारित प्रोग्रामिंग आवश्यक है।
2. मैनुअल ओवरराइड सिस्टम
किसी भी आपात स्थिति में मानव द्वारा रोबोट को तुरंत बंद करने की व्यवस्था होनी चाहिए।
3. सुरक्षा ट्रेनिंग
रोबोट के साथ काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
4. निगरानी प्रणाली
सभी रोबोटिक गतिविधियों की लगातार निगरानी की जानी चाहिए ताकि किसी भी असामान्य गतिविधि को तुरंत पहचाना जा सके।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
- इस वीडियो के वायरल होते ही लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं।
- एक यूजर ने लिखा, "अब टर्मिनेटर फिल्में सच होती दिख रही हैं।"
- दूसरे ने कहा, "यही वजह है कि मैं रोबोट पर भरोसा नहीं करता।"
- कई लोग इसे मजाकिया नजरिए से भी देख रहे थे और कह रहे थे, "मशीन भी Monday blues से परेशान होती हैं।"
भविष्य को लेकर है ये चिंता
इस घटना ने तकनीकी क्षेत्र को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम तकनीक को जितनी तेज़ी से आगे ले जा रहे हैं, उतना ही ठहर कर उसकी सुरक्षा पर भी ध्यान दे रहे हैं?
AI और रोबोटिक्स में हम जिस दिशा में जा रहे हैं, वह निस्संदेह मानवता के लिए लाभदायक है, लेकिन अगर हमने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की तो वही तकनीक हमारी सबसे बड़ी चुनौती बन सकती है। हर तकनीक दो धार वाली तलवार की तरह होती है। वह हमें आगे बढ़ा भी सकती है और हमारी विनाशक भी बन सकती है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम उसे कैसे विकसित करते हैं, किस उद्देश्य से उसका उपयोग करते हैं और कितनी सतर्कता बरतते हैं।
चीन की फैक्ट्री में हुई यह घटना एक चेतावनी है एक संकेत है कि हमें अभी भी रोबोट और AI को लेकर बहुत कुछ समझना और सीखना बाकी है। वरना कल हमें किसी अबूझी समस्या से जूझना पड़ सकता है।
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