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अनोखा है ये इंसान! 4 मंजिला घर का मालिक, लेकिन घर नहीं... कार में बिताए 4 साल एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की अनोखी जीवनशैली
Unique Lifestyle: उनका यह फैसला न तो किसी मजबूरी में लिया गया था, न ही आर्थिक तंगी के कारण। इसके पीछे छिपी है एक बेहद अलग सोच और जीवन को जीने का एक अनूठा प्रयोग।
Unique Lifestyle of Software Engineer Who Spent 4 Years in a Car
Unique Lifestyle: हम में से अधिकतर लोग जीवन भर मेहनत करते हैं ताकि एक आरामदायक घर का सपना पूरा कर सकें। लेकिन सोचिए, अगर किसी के पास पहले से ही आलीशान घर हो, फिर भी वह खुद की इच्छा से उस घर को छोड़कर चार साल तक एक कार में जीवन बिताए तो क्या आप हैरान नहीं होंगे? चीन के एक सॉफ्टवेयर डेवलपर झांग युनलाई ने ऐसा ही किया है। उनका यह फैसला न तो किसी मजबूरी में लिया गया था, न ही आर्थिक तंगी के कारण। इसके पीछे छिपी है एक बेहद अलग सोच और जीवन को जीने का एक अनूठा प्रयोग। आइए जानते हैं इस रोचक किस्से के बारे में विस्तार से -
झांग युनलाई की कहानी सुविधा नहीं, सादगी में खोजी खुशी
चीन के गुआंगडोंग प्रांत के यांगजियांग निवासी झांग युनलाई पेशे से एक सॉफ्टवेयर डेवलपर हैं। उनके पास अपने गृहनगर में एक चार मंजिला आलीशान मकान है। लेकिन 6 साल पहले जब वह शेनझेन शहर में काम करने के लिए पहुंचे, तो उन्होंने एक ऐसा फैसला लिया, जिसने उनकी पूरी जीवनशैली को बदल दिया। शुरुआत में झांग ने एक किराए के फ्लैट में रहना शुरू किया, जिसका मासिक किराया लगभग 29,225 रुपये था। लेकिन एक बार पार्क में कैम्पिंग का अनुभव करने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि साधारण जीवन भी कितना सुकून दायक हो सकता है। इस अनुभव ने उन्हें घर के चार दीवारों से बाहर निकलकर खुले आसमान के नीचे जीने की प्रेरणा दी।
उन्होंने एक इलेक्ट्रिक कार खरीदी, जिसमें पिछली सीटें मोड़कर गद्दा बिछाया जा सकता था। यहीं से शुरू हुआ उनका कार में रहने का अनूठा सफर। पिछले चार वर्षों से वह दिन में ऑफिस में काम करते हैं और रात को उसी कार में सोते हैं।
एक दिनचर्या जो सिस्टम से हटकर है
झांग की दिनचर्या बेहद व्यवस्थित लेकिन पारंपरिक जीवनशैली से हटकर है। इनका खाना कंपनी के कैफेटेरिया से, नहाना जिम और सार्वजनिक पार्क के शौचालयों में, कपड़े धोना वीकेंड में घर जाकर, रात बिताना कार के अंदर गद्दा बिछाकर पार्क में खड़ी कार में सोना।
न्यूनतम खर्च में बेशकीमती अनुभव
झांग का कहना है कि इस जीवनशैली के कारण उनका दैनिक खर्च बेहद कम हो गया है। खाना व अन्य जरूरतें: लगभग 1,168 रुपये प्रतिदिन, पार्किंग शुल्क ऑफिस में 233 रुपये और अन्य स्थानों पर 70 रुपये प्रतिदिन।
इस तरह बेहद कम खर्च में ये बचत के साथ एक रोमांचक जीवनशैली का आनंद उठा रहें हैं। हालांकि उन्होंने साफ किया कि यह कदम उन्होंने पैसा बचाने के लिए नहीं, बल्कि मानसिक सुकून और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के लिए उठाया है।
परिवार से रिश्ता नहीं टूटा
हालांकि वह सप्ताह के अधिकतर दिन कार में रहते हैं, लेकिन सप्ताहांत पर वह 300 किलोमीटर की यात्रा करके अपने घर जाते हैं। वहां वे अपने परिवार के साथ समय बिताते हैं और जरूरी घरेलू काम जैसे कपड़े धोना आदि भी निपटाते हैं।
सामाजिक परंपराओं से परे एक सोच
झांग युनलाई की यह कहानी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या जीवन का असली सुख सिर्फ बड़े घर, ज्यादा कमाई और भौतिक सुख-सुविधाओं में है? या फिर सादगी, स्वतंत्रता और आत्म-संतोष में? यह कहानी उन लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो जीवन की दौड़ में सुख सुविधाओं की चाहत में अपने 'खुश रहने के तरीके' का राज भूल चुके हैं।
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