TRENDING TAGS :
Azamgarh News: पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार का आरोप, प्रधान प्रतिनिधि और ग्राम पंचायत अधिकारी पर वसूली का आरोप
Azamgarh News: आजमगढ़ के दो ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप। पीएम आवास योजना में अवैध वसूली और शौचालय घोटाले में प्रधान निलंबित।
Azamgarh News: अतरौलिया विकासखंड के सेल्हरापट्टी ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत आवास दिलाने के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है। ग्राम विकास अधिकारी राजेश यादव और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सन्नी पर पात्र लाभार्थियों से 10,000 से 20,000 रुपये तक की उगाही करने का आरोप लगा है।
वीडियो वायरल, महिला ने लगाए धमकी देने के आरोप
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक महिला अधिकारी को पैसे देती दिख रही है। महिला ने आरोप लगाया कि वह चाय-समोसे की दुकान चलाकर परिवार पालती है और उससे 15,000 रुपये की मांग की गई। पैसे न देने पर अधिकारी ने उसे धमकी दी कि “पैसा दोगी तभी आवास मिलेगा, वरना तुम्हारा नाम कट जाएगा।”
40 हजार रुपये देने पर स्वीकृत हुआ आवास!
इसी गांव के मंटू नामक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसने पहले 20,000 रुपये दिए, फिर दोबारा उतनी ही रकम मांगी गई। कुल 40,000 रुपये देने के बाद ही उसका आवास स्वीकृत हुआ। इससे प्रधानमंत्री आवास योजना की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
स्पष्टीकरण तलब, कार्रवाई की तैयारी
खंड विकास अधिकारी सागर सिंह ने बताया कि मामले की शिकायत और वीडियो प्राप्त हुआ है। ग्राम विकास अधिकारी राजेश यादव से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो शासन स्तर पर कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
राजेपुर में शौचालय घोटाला: ग्राम प्रधान निलंबित
ठेकमा विकासखंड की राजेपुर ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण में सरकारी धन के गबन का मामला सामने आया है। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान रामचेत चौरसिया को 2.46 लाख रुपये के गबन के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
एक आरटीआई कार्यकर्ता ने अक्टूबर 2023 में शिकायत की थी, जिसके बाद जांच कराई गई। रिपोर्ट में गबन की पुष्टि हुई और जिलाधिकारी ने उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद कार्रवाई की। एडीपीआरओ मक्कल यादव ने बताया कि ग्राम प्रधान को निलंबन की सूचना दे दी गई है।
ब्लॉक कार्यालयों में लूट-खसोट का माहौल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि अतरौलिया सहित अन्य ब्लॉकों में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर लूट मची है। प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है और अधिकारी-कर्मचारी मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!