Baghpat News : बेटी बचाओ समाज बचाओ: बागपत में खाप पंचायतों और प्रशासन की नई पहल

Baghpat News : बागपत में खाप पंचायतों ने दहेज, ऑनर किलिंग और भ्रूण हत्या के खिलाफ 'बेटी बचाओ–समाज बचाओ' अभियान की शुरुआत की।

Paras Jain
Published on: 14 Oct 2025 8:05 PM IST
Baghpat News :  बेटी बचाओ समाज बचाओ: बागपत में खाप पंचायतों और प्रशासन की नई पहल
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Baghpat Khap Joins Beti Bachao ( Image From Social Media )

Baghpat News: उत्तर प्रदेश के बागपत ज़िले में, जहाँ कभी खाप पंचायतें पारंपरिक और कठोर फैसलों के लिए जानी जाती थीं, अब वहीं से सामाजिक बदलाव की एक नई लहर उठी है। जिलाधिकारी अस्मिता लाल के नेतृत्व में बागपत से “बेटी बचाओ, समाज बचाओ” अभियान की शुरुआत हुई, जो न केवल ज़िले बल्कि पूरे देश में सकारात्मक सोच को प्रेरित करेगा।मिशन शक्ति अभियान 5.0 के अंतर्गत आयोजित इस विशेष संवाद में प्रशासन और खाप पंचायतों ने मिलकर सामाजिक कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, ऑनर किलिंग और भ्रूण हत्या के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 'बेटी बचाओ समाज बचाओ' का ऐलान किया।

बड़ौत क्षेत्र के पट्टी चौधरान में आयोजित ऐतिहासिक बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने की। बैठक में जिले की सभी प्रमुख खाप पंचायतों के चौधरी और प्रतिनिधि उपस्थित रहे।बैठक के दौरान 'बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ', मिशन शक्ति, दहेज प्रथा और ऑनर किलिंग जैसे गंभीर मुद्दों पर खुली चर्चा हुई।

DM अस्मिता लाल ने कहा

आज हमने खाप पंचायतों के साथ मिलकर समाज की कुरीतियों के खिलाफ एकजुटता दिखाई है। बेटियों के सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए खाप पंचायतों का समर्थन हमारे लिए एक बड़ी शक्ति है। हमने मिलकर संकल्प लिया है कि ऑनर किलिंग, दहेज और भ्रूण हत्या जैसी बुराइयों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगेगा। बागपत अब बदलाव का प्रतीक बनेगा — एक ऐसे समाज का, जहाँ हर बेटी को समान अवसर और सम्मान मिलेगा।”

उन्होंने आगे कहा,

बेटियाँ समाज की शक्ति हैं, और जब उन्हें सम्मान, विश्वास और अवसर मिलता है, तो वह न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे राष्ट्र का गौरव बढ़ाती हैं।”बेटी घर का कुलदीपक है। हम सबने तय किया है कि अब न दहेज लेंगे, न देंगे। अपनी बेटियों को शिक्षित और संस्कारवान बनाना ही समाज की सबसे बड़ी सेवा है।”

थाम्बेदार चौधरी यशपाल सिंह ने कहा

“पंचायत का उद्देश्य स्पष्ट है — बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ। जब बेटियाँ आगे बढ़ेंगी, तभी समाज में संतुलन और अपराधों में कमी आएगी। हम हर गाँव में इस मिशन का प्रचार करेंगे।”इस विशेष कार्यक्रम में देश खाप, दांगी खाप, पंवार खाप और थाम्बा खाप के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की घोषणा की।

जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने सभी खाप चौधरियों को बेटियों के नाम 'कुलदीपक पौधा' और 'प्रतीक घड़ी' भेंट कर सम्मानित किया।बागपत से शुरू हुआ यह सामाजिक नवजागरण अब केवल एक जिला नहीं, बल्कि एक नई सोच का प्रतीक है — जहाँ खाप पंचायतें बेटियों की ताकत बन रही हैं और प्रशासन समाज की नई परिभाषा लिख रहा है।

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