Bahraich News: सीएम योगी बोले- वन्यजीव आतंक खत्म होगा, हर पीड़ित को मदद मिलेगी

Bahraich News: बहराइच दौरे पर सीएम योगी ने वन्यजीव हमलों से पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया, मृतकों को 5-5 लाख व घायलों को उपचार दिलाया।

Newstrack          -         Network
Published on: 27 Sept 2025 8:07 PM IST
CM Yogi says wildlife terror will end, every victim will be helped
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सीएम योगी बोले- वन्यजीव आतंक खत्म होगा, हर पीड़ित को मदद मिलेगी (Photo- Newstrack)

Bahraich News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को बहराइच दौरे पर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण किया, फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष से पीड़ित ग्रामीणों के साथ ग्रामसभा मंझारा, तौकली, कैसरगंज में संवाद किया। मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद हर पीड़ित से मुलाकात की और उनका दर्द जाना। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को फल व राहत सामग्री वितरित की और बच्चों को चॉकलेट भी दिया। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को आश्वस्त किया कि सरकार आपकी हर पी़ड़ा और कष्ट में साथ खड़ी है।


भेड़िया पकड़ा जाए तो ठीक, वरना शूट कर दीजिए

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोशिश की जाए कि भेड़िया पकड़ा जाए। यदि वह पकड़ लिया जाता है तो ठीक, वरना वन विभाग की टीम शूटर बुलाकर उसे मारने की कार्रवाई करे। उससे लोगों को मुक्ति मिलनी चाहिए। सीएम ने पीड़ितों से कहा कि डबल इंजन सरकार आपकी पीड़ा-कष्ट में सदैव खड़ी है। सरकार हरसंभव सहयोग करेगी। सीएम ने प्रशासन से कहा कि घायलों के उपचार की व्यवस्था करें। साथ ही सांसद, विधायक के माध्यम से इनके परिवारों को तत्काल 50-50 हजार रुपये उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। सीएम योगी ने कहा कि पिछली बार महसी क्षेत्र इसके आतंक से त्रस्त था। उस समय वहां से छह भेड़ियों को पकड़कर चिड़ियाघर में भेजा गया था। यह आतंक इस बार कैसरगंज में दिख रहा है। यहां के लोगों को भी जल्द इससे राहत मिलेगी। सीएम ने हरसंभव सहायता व सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया।


जान गंवाने वाले बच्चों के परिजनों को पांच-पांच लाख की सहायता

मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से मुलाकात के उपरांत कहा कि घाघरा नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में बरसात में अक्सर बहराइच में भेड़िया, लकड़बग्घा जैसे वन्यजीवों से सावधान होना पड़ता है। खासकर जब नदी का जलस्तर ऊपर होता है और इन वन्यजीवों की मांद में पानी घुस जाता है तो वे बाहर निकलकर मानव बस्ती की तरफ आते हैं और छोटे बच्चों व कमजोर लोगों पर हमला करने का दुस्साहस करते हैं। हमारी सरकार ने मानववन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखकर पीड़ितों परिवारों को सहायता के दायरे में लाया है। परिवार का सदस्य खोने वाले परिजनों को सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये की सहायता दी जाती है। वन्यजीवों से बचाव के लिए प्रभावी कदम भी उठाए जाते हैं। घायलों का उपचार व आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।


पूरे क्षेत्र में गठित की गई है 21 टास्क फोर्स

सीएम ने कहाकि यहां पिछले कुछ दिनों से यह आतंक देखने को मिला है। जैसे-जैसे घाघरा का जलस्तर बढ़ता गया तो उसके बाद 9 व 10 सितंबर की रात्रि से इस क्षेत्र में भय-दहशत का माहौल है। यद्यपि सरकार ने पूरे क्षेत्र में 21 टास्क फोर्स गठित की है। इसमें ग्राम रोजगार सेवक, पंचायत सहायक, सफाई कर्मचारी, ग्राम पंचायत सचिव, सहायक विकास अधिकारी व ग्राम चौकीदार आदि शामिल हैं। टास्क फोर्स गांवों में जनजागरण के साथ-साथ वन्य जीवों से बचाव के बारे में आवश्यक उपाय कर रही है। वन विभाग के द्वारा भी वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में छह टीमें गठित की गई हैं। विद्युत व पुलिस विभाग द्वारा भी लगातार पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है। यहां 1437 एलईडी स्ट्रीट लाइट, 660 स्ट्रीट लाइट, 91 सोलर लाइट लगाई गई है।


मुख्यमंत्री ने प्रशासन को दिया निर्देश- जरूरतमंदों को हरसंभव सहायता दी जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतक बच्चों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता दी गई है। उन्होंने प्रशासन से कहा कि जिनके पास पक्का मकान नहीं है, उन्हें मकान दें। जिन मकानों में दरवाजा नहीं है, वहां सरकार की ओर से दरवाजा लगवाने की व्यवस्था कराएं। जिन घरों में शौचालय नहीं बन पाया है, वहां तत्काल उसका निर्माण करें। सीएम ने लाइटिंग की व्यवस्था करने, घायलों को एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने को कहा। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों की हरसंभव सहायता की जाए।

लगातार जागरूक होकर करें कार्य, मझला तोकली के कोने-कोने को छाने वन विभाग

सीएम ने सभी 21 टास्क फोर्स से कहा कि लगातार जागरूक होकर कार्य करें। पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। सीएम ने कहाकि मझला तोकली में ज्यादा आतंक है। वन विभाग की टीम अलर्ट रहकर यहां के कोने-कोने को छाने। एरियल सर्वे में मुझे दो जगह वन्य जीव दिखे। वह सियार या कोई अन्य जानवर भी हो सकता है। यह अति संवेदनशील क्षेत्र है। यह नदी के किनारे मांद बनाकर रहते हैं। जब भी जलस्तर बढ़ता है तो वहां से निकलकर मानव बस्ती की तरफ रुख करते हैं। अंधेरे का लाभ उठाकर छोटे बच्चों को शिकार बनाते हैं और बीमार व अशक्त व्यक्ति पर भी हमला करते हैं। सीएम ने आश्वस्त किया कि कार्रवाई तेजी से बढ़ाते हुए इस क्षेत्र के लोगों को मुक्ति देनी है।


इस दौरान वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, कैसरगंज सांसद करण भूषण सिंह, बहराइच के सांसद आनंद कुमार गोड़, विधायक अनुपमा जायसवाल, सुरेश्वर सिंह, सुभाष त्रिपाठी, सरोज सोनकर, रामनिवास वर्मा, विधान परिषद सदस्य पद्मसेन चौधरी, डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, पूर्व मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष बृजेश पांडेय आदि मौजूद रहे।

अलग-अलग हमलों में चार बच्चों ने गंवाई जान, 16 हुए घायल

मुख्यमंत्री ने बताया कि अलग-अलग हमले में चार बच्चों (कैसरगंज के मझला तोकली की ज्योति पुत्री रामजी, महसी के भौरी गांव की संध्या पुत्री दिनेश, मझला तोकली के अंगेश पुत्र रक्षाराम, मझला तोकली की सोनी पुत्री बाबूलाल) को खोना पड़ा है। वहीं भेड़िए के हमले में अब तक शिवप्यारी, मदन, श्यारथी, चंद्रिका, हरदेई, मनीषा, अंजली, पृथ्वीनाथ, सूरजलाल, सिताबी, शांति, राजाराम, प्रिंसु, अनिकेश, हरिशचंद्र, सावित्री देवी समेत 16 लोग घायल हुए हैं। मझला तोकली में भेड़िए ने लगातार हमला कर कई लोगों को घायल किया है।

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