Banda News: 'वोकल फॉर लोकल' का असर, मिट्टी के दीयों से सजी बाजार की रौनक

Banda News: पीएम मोदी की अपील का दिखा असर, बांदा में लोगों ने ठुकराए चीनी सामान, स्वदेशी दीयों और वस्तुओं की बढ़ी मांग से कुम्हारों के चेहरे खिले।

Anwar Raza
Published on: 18 Oct 2025 3:20 PM IST (Updated on: 18 Oct 2025 3:26 PM IST)
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Banda News: बांदा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान का असर इस दीवाली पर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। जिले के बाजारों में इस बार विदेशी और चीनी सामान की जगह स्वदेशी वस्तुओं की मांग में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। मिट्टी के दीये, मिट्टी की मूर्तियां और पारंपरिक दीपक इस बार लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं।


दीवाली को लेकर जहां बीते वर्षों में चाइना निर्मित सजावटी सामान बाजारों में छाए रहते थे, वहीं इस बार हालात बिल्कुल उलट हैं। लोगों ने विदेशी वस्तुओं को ठुकराते हुए देसी उत्पादों को अपनाया है। इसके चलते कुम्हारों की दुकानें ग्राहकों से भरी नजर आ रही हैं। कई स्थानों पर तो मिट्टी के दिये बिकने से पहले ही ऑर्डर पर तैयार करवाए जा रहे हैं।


कुम्हारों का कहना है कि कई वर्षों से चाइनीज वस्तुओं के सस्ते और आकर्षक विकल्पों ने उनके पारंपरिक व्यवसाय को नुकसान पहुंचाया था। लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी की अपील के बाद लोग स्वदेशी उत्पादों की ओर लौट रहे हैं। मिट्टी के दीयों की बिक्री बढ़ने से उन्हें इस बार अच्छी आमदनी की उम्मीद है।


स्थानीय बाजारों में मिट्टी के दीयों के अलावा गोबर के दीपक, मिट्टी के गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां और स्थानीय रूप से बने झालर, बंदनवार आदि वस्तुएं खूब बिक रही हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस बदलाव से न केवल कुम्हारों को लाभ मिला है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है।

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इस दीवाली पर ‘वोकल फॉर लोकल’ का नारा बांदा में साकार होता दिख रहा है। लोगों की स्वदेशी के प्रति जागरूकता ने चाइनीज बाजार को नुकसान पहुंचाया है और कुम्हारों की दीवाली इस बार सच में रौशन हो उठी है।

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