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SIR को लेकर सीईओ ने की बैठक: राजनैतिक दलों से सहयोग की अपील, इन दलों के प्रतिनिधि हुए शामिल
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को प्रदेश के मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
Lucknow News: Photo Social Media
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को प्रदेश के मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी गई और आगामी कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की गई। रिणवा ने सभी पार्टियों से इस प्रक्रिया में सहयोग की अपील की, ताकि हर पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में शामिल किया जा सके और किसी भी अपात्र व्यक्ति को इसमें शामिल न किया जाए।
SIR के दौरान होंगे कई महत्वपूर्ण सुधार
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बैठक में कहा कि बिहार के बाद उत्तर प्रदेश में SIR का यह दूसरा चरण है, और इसमें सभी पात्र मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल करना बेहद जरूरी है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया कि वे प्रत्येक बूथ पर बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करें, जो बीएलओ के साथ मिलकर गणना प्रपत्रों का वितरण और संग्रहण करेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक बूथ लेवल एजेंट को अधिकतम 50 गणना प्रपत्र प्रतिदिन भरवाकर बीएलओ को जमा करने होंगे। इसके अलावा, जिला स्तर पर जिला निर्वाचन अधिकारी और विधानसभा स्तर पर निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी भी राजनैतिक दलों के साथ बैठक कर इस प्रक्रिया के बारे में जानकारी देंगे।
मतदाता सूची की ऑनलाइन उपलब्धता
नवदीप रिणवा ने जानकारी दी कि मतदाता सूची को भारत निर्वाचन आयोग के पोर्टल voters.eci.gov.in और उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट ceouttarpradesh.nic.in पर डाउनलोड किया जा सकता है। साथ ही, बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्रों और घोषणा पत्रों को मतदाताओं तक पहुंचाएंगे, और इसे पूरा करने के बाद एक पावती के रूप में मतदाताओं को हस्ताक्षर सहित वापस करेंगे।
प्रक्रिया में विशेष ध्यान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी बताया कि वृद्ध, विकलांग निर्धन और अन्य वंचित वर्गों को इस प्रक्रिया में सुविधा देने के लिए वॉलेंटियर की तैनाती की जाएगी। इसके अतिरिक्त, जिन मतदाताओं के भरे हुए और हस्ताक्षरित गणना प्रपत्र प्राप्त होंगे, उनका नाम निर्वाचक नामावली में सम्मिलित किया जाएगा, जबकि मृतक, अनुपस्थित, स्थानांतरित और डुप्लीकेट मतदाताओं का नाम सूची में नहीं शामिल किया जाएगा।
महत्वपूर्ण तारीखें और दावे-आपत्तियों की प्रक्रिया
इस प्रक्रिया के दौरान दावे और आपत्तियां दाखिल करने की अवधि भी निर्धारित की गई है। 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियां ली जाएंगी, जिनका निस्तारण 31 जनवरी 2026 तक किया जाएगा। अंत में, 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। वहीं बैठक में भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, सीपीआई (एम), आम आदमी पार्टी, और अपना दल (एस) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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