TRENDING TAGS :
गाजियाबाद की सड़कों पर गोलियों की बारिश! मुरादनगर में फिल्मी अंदाज में मुठभेड़, 25 हजार का इनामी बदमाश पकड़ाया
Monty Chaudhary Encounter: मुरादनगर की रावली रोड पर शुक्रवार को ऐसा सीन देखने को मिला जैसे किसी हिंदी फिल्म की शूटिंग चल रही हो। चीख-पुकार, दौड़ती बाइक, गूंजती गोलियां और फिर तड़पता हुआ एक बदमाश – ये सब असली था, रील नहीं।
Monty Chaudhary Encounter: गाजियाबाद की शांत सुबह अचानक गोलियों की गूंज से दहल गई। मुरादनगर की रावली रोड पर शुक्रवार को ऐसा सीन देखने को मिला जैसे किसी हिंदी फिल्म की शूटिंग चल रही हो। चीख-पुकार, दौड़ती बाइक, गूंजती गोलियां और फिर तड़पता हुआ एक बदमाश – ये सब असली था, रील नहीं। जिस वक्त लोग अपने काम पर निकलने की तैयारी कर रहे थे, उसी वक्त गाजियाबाद पुलिस और स्वाट टीम ने मिलकर इलाके के कुख्यात अपराधी मोंटी चौधरी को मुठभेड़ में घायल कर पकड़ लिया। मोंटी चौधरी कोई छोटा-मोटा बदमाश नहीं था। उसके सिर पर पूरे 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस उसकी तलाश में लंबे वक्त से जुटी थी। शुक्रवार को आखिरकार किस्मत ने उसका साथ छोड़ दिया और पुलिस की गोली ने उसके भाग्य का खेल खत्म कर दिया।
फिल्मी अंदाज में शुरू हुई भिड़ंत
ये सब कुछ अचानक हुआ। मुरादनगर थाने की पुलिस और स्वाट टीम इलाके में गश्त कर रही थी, तभी उनकी नजर एक संदिग्ध बाइक सवार पर पड़ी। पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन बदमाश ने बाइक की रफ्तार और तेज कर दी। रावली रोड पर जैसे ही पीछा तेज हुआ, बाइक अनियंत्रित होकर फिसल गई। पुलिस ने मौका देखकर उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन मोंटी ने तुरंत पिस्टल निकाल ली और पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। यह मंजर किसी फिल्मी एक्शन सीन से कम नहीं था। सड़क पर दोनों तरफ से गोलियां चल रही थीं। मोंटी ने पुलिस को घायल करने के इरादे से गोलियां चलाईं, लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने दिखा दिया कि वह सिर्फ वर्दी नहीं पहनते, बल्कि जंग लड़ने का जज़्बा भी रखते हैं। जवाबी कार्रवाई में चली गोली सीधे मोंटी के दोनों पैरों में लगी और वह जमीन पर गिर पड़ा।
बरामद हुआ हथियारों का जखीरा और चोरी की बाइक
पकड़े जाने के बाद मोंटी के पास से पुलिस ने एक अवैध 0.32 बोर की पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, दो खोखा कारतूस और एक चोरी की सुपर स्प्लेंडर बाइक बरामद की। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस बाइक को उसने कुछ दिन पहले ही चोरी किया था और इसे इस्तेमाल कर फरार होने की प्लानिंग कर रहा था।गौर करने वाली बात ये भी है कि मोंटी पहले से ही कई आपराधिक वारदातों में वांछित था। लूट, चोरी, रंगदारी और फायरिंग जैसे कई मामलों में उसके खिलाफ केस दर्ज हैं। पुलिस के रिकॉर्ड में उसका नाम पहले ही 'खास निगरानी' में शामिल था। यही वजह थी कि गाजियाबाद पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था।
अस्पताल में इलाज, अब होगा सलाखों के पीछे हिसाब
पुलिस ने मोंटी को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसके पैरों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, फिलहाल उसकी हालत स्थिर है। लेकिन जैसे ही वह अस्पताल से बाहर निकलेगा, सीधे उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि अब मोंटी से पूछताछ कर उसके पूरे गैंग और नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा। इस मुठभेड़ के बाद गाजियाबाद पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जिले में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। जो भी गाजियाबाद की सड़कों पर कानून तोड़ने की सोच रहा है, उसके लिए पुलिस ने आज सीधा संदेश भेज दिया है – या तो सुधर जाओ या गोली खाने के लिए तैयार रहो।
गाजियाबाद बना अपराधियों का कब्रगाह?
गाजियाबाद पुलिस की ये कार्रवाई बताती है कि अब जिले की पुलिस अपराधियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति पर काम कर रही है। हाल के दिनों में लगातार ऐसे एनकाउंटर हुए हैं, जहां छोटे-बड़े अपराधियों को धर दबोचा गया है या फिर उनके अपराध का अंत पुलिस की गोली से हुआ है। अब देखने वाली बात होगी कि मोंटी चौधरी की गिरफ्तारी के बाद उसके पूरे नेटवर्क का क्या होता है। क्या पुलिस मोंटी से बाकी गैंग के बारे में जानकारी निकाल पाएगी? क्या गाजियाबाद की सड़कों पर फिर कोई मोंटी बनने की हिम्मत करेगा? फिलहाल तो मुरादनगर की गलियों में आज एक ही चर्चा है – "पुलिस ने गोली मारकर पकड़ा मोंटी चौधरी… और ये कहानी यहीं खत्म नहीं होने वाली!" "गाजियाबाद की सड़कों पर अब कानून की गोली का राज है… और अपराधियों के लिए सिर्फ एक रास्ता – या तो सुधर जाओ या सलाखों के पीछे जाओ!
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge