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कृषि में बढ़ रही महिलाओं की भागीदारीः झांसी में हुआ सम्मान
रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय महिला किसान दिवस पर महिला सशक्तिकरण और कृषि नवाचार को मिला प्रोत्साहन।
Women Farmers Empowerment Celebrated at RLB University Jhansi (image from Social Media).
Jhansi News: कुलाधिपति डॉ. पंजाब सिंह ने कहा कि महिला किसान भारतीय कृषि की रीढ़ हैं। आज महिलाएं खेती-बाड़ी, पशुपालन, दुग्ध व्यवसाय, फल-फूल उत्पादन और मछली पालन में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभा रही हैं। यह बात उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी में आयोजित “राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के अवसर पर कही है।
उन्होंने कहा कि “महिला सशक्तिकरण” के माध्यम से ही कृषि क्षेत्र में वास्तविक प्रगति संभव है। उन्होंने महिला किसानों को मूल्य संवर्धन, प्रसंस्करण और विपणन की आधुनिक तकनीकों से जुड़ने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित महिलाएं भविष्य में दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हों।
उप श्रम आयुक्त झांसी मंडल किरण मिश्रा ने कहा कि समाज को अब महिलाओं को समान अवसर और अधिकार देना होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाएं जैविक खेती, पर्यावरण संरक्षण और उद्यमिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि श्रम विभाग महिलाओं के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रहा है, जिनका लाभ पोर्टल या विभागीय कार्यालयों के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि “महिला किसान दिवस” की शुरुआत वर्ष 2017 में तत्कालीन कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के प्रयासों से हुई थी। उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में लगभग 50 प्रतिशत श्रमिक महिलाएं हैं, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में यह संख्या 90 प्रतिशत तक पहुंचती है। विश्वविद्यालय में वर्तमान में 60 प्रतिशत छात्राएं अध्ययनरत हैं और पिछले दीक्षांत समारोह में 17 छात्राओं को स्वर्ण पदक प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय महिला किसानों के लिए प्रशिक्षण, तकनीकी हस्तांतरण और मूल्य संवर्धन के क्षेत्र में निरंतर कार्यरत है। महानिदेशक उपकार, लखनऊ डॉ. संजय सिंह ने* कहा कि महिला सशक्तिकरण को कृषि के विकास और खाद्य सुरक्षा से जोड़ना समय की मांग है। केंद्र और राज्य सरकार महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं चला रही हैं।
समारोह में समन्वयक/ निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. सुशील कुमार सिंह, विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, महिला वैज्ञानिक, छात्राएँ एवं विभिन्न ग्रामों से आईं महिला किसान बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का समापन उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ, इसमें महिला सशक्तिकरण और कृषि में उनकी निर्णायक भूमिका का भावपूर्ण संदेश झलका। कार्यक्रम का संचालन डॉ स्वाति शैडगे ने एवं डॉ शुभा त्रिवेदी ने सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
इन महिला किसानों को किया सम्मानित
उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला किसानों को सम्मानित किया गया। इनमें अंगूरी देवी (ग्राम विरगुवा) – कृषि क्षेत्र में, अर्चना देवी (ग्राम विरगुवा) – पशुपालन क्षेत्र में, साधना (ग्राम बिरगुवा) – सब्ज़ी उत्पादन में, सुलेखा (ग्राम बेहटा) – सब्ज़ी क्षेत्र में, संगीता श्रीवास्तव – महिला समूह सशक्तिकरण में शामिल है। सभी को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
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