TRENDING TAGS :
कानपुर ब्लास्ट का सबसे भयानक वीडियो, विस्फोट में बुरी तरह जली महिला, मार्केट में बिना कपड़ो के...
कानपुर के मेस्टन रोड धमाके का भयावह वीडियो सामने आया, जिसमें एक महिला बुरी तरह जल गई और मदद मांगती नजर आई। पुलिस ने बताया कि धमाका अवैध पटाखों के कारण हुआ और अब 6 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
Kanpur Blast burned women video: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीते बुधवार को मेस्टन रोड पर हुआ भीषण धमाका अब केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक दहशतनाक मंजर बनकर सामने आया है। सड़क किनारे खड़ी दो स्कूटी में अचानक हुए इस जोरदार धमाके में आठ से अधिक लोग बुरी तरह से घायल हुए थे, लेकिन अब इस हादसे का एक रूह कंपा देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसने कानपुर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है।
इस भयावह वीडियो में धमाके की शिकार एक महिला की दयनीय और भयावह स्थिति साफ दिख रही है, जो पूरी तरह से जल चुकी थी और मदद के लिए चीख रही थी। कानपुर के पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने हालाँकि यह स्पष्ट कर दिया है कि धमाका किसी बड़े बम का नतीजा नहीं था, बल्कि अवैध रूप से स्टॉक किए गए पटाखों के कारण हुआ था। इस मामले में 6 लोग हिरासत में लिए गए हैं, लेकिन सवाल यह है कि इस जानलेवा लापरवाही का जिम्मेदार कौन है?
चीखती महिला, सहमे दुकानदार: दर्दनाक वीडियो का दृश्य
सामने आए वीडियो में धमाके के बाद का जो मंजर कैद हुआ है, वह किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकता है। धमाके में लगभग पूरी तरह से जल चुकी एक महिला दोनों हाथ फैलाए हुए चीखती हुई दिखाई देती है। उसके बदन पर न के बराबर कपड़े बचे थे, जिससे उसकी स्थिति की गंभीरता साफ पता चलती है। यह महिला जलते हुए दर्द से बेहाल होकर बाजार के दुकानदारों से मदद की गुहार लगा रही थी। दहशत में आए पहले तो कई दुकानदार उसे देखकर घबरा गए और पीछे हट गए, लेकिन फिर उनमें से एक दुकानदार आगे आया और महिला के बदन पर बड़ी चादर उढ़ाकर उसकी मदद की। अत्यधिक पीड़ा के कारण महिला वहीं बुरी तरह से पलटकर जमीन पर गिर जाती है। इसके बाद, 2-3 दुकानदार मिलकर उसे उठाते हैं और संभवतः अस्पताल ले जाते हुए दिखाई देते हैं। वीडियो में महिला की यह स्थिति स्पष्ट करती है कि यह हादसा कितना भीषण और गंभीर था।
अवैध पटाखों का 'जखीरा' और पुलिस का खुलासा
धमाके के बाद जो सबसे पहली आशंका जगी थी, वह किसी बड़े बम या आतंकी हमले की थी। लेकिन पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने जाँच के बाद इन अफवाहों पर विराम लगाया। उन्होंने बताया कि यह खुलासा हुआ है कि धमाका अवैध रूप से स्टॉक किए गए पटाखों की वजह से हुआ था, न कि किसी बड़े विस्फोटक के कारण। पुलिस कमिश्नर ने यह भी स्वीकार किया था कि इस घटना के बाद अफवाहों के कारण अस्पताल में भी हंगामा हुआ था। हालाँकि, अब पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद और भी लोगों को लाया जाएगा।
संरक्षण देने वालों पर भी गाज
पुलिस कमिश्नर ने इस बात को स्वीकार किया है कि पटाखों की यह अवैध स्टॉकिंग किसी के संरक्षण (Protection) में की गई थी। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अब उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने अवैध पटाखे रखे थे और साथ ही वे पुलिस अधिकारी भी कार्रवाई के दायरे में होंगे जो इन्हें प्रोटेक्ट करते हैं।
इस खुलासे ने एक बार फिर स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध और जानलेवा विस्फोटक का स्टॉक शहर के बीचों-बीच कैसे किया जा रहा था। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) द्वारा भी मामले की जानकारी लिए जाने से यह स्पष्ट है कि यह लापरवाही अब शीर्ष स्तर तक पहुँच चुकी है।
घायलों का हाल और आगे का अभियान
इस भीषण हादसे में घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
चार गंभीर रूप से घायल लोगों को आगे के बेहतर उपचार के लिए लखनऊ रेफर किया गया है।
दो लोग मामूली रूप से घायल हुए थे, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत छुट्टी दे दी गई थी।
दो अन्य घायलों का जिला अस्पताल में इलाज जारी है।
इस घटना की भयावहता और अवैध कारोबार के खुलासे के बाद, पुलिस ने अब अवैध पटाखों के खिलाफ एक बड़ा सर्च अभियान चलाने का फैसला किया है। यह अभियान कल से शुरू होगा, ताकि शहर में कहीं भी अवैध रूप से रखे गए विस्फोटक के स्टॉक को जब्त किया जा सके और भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!