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Moradabad News: मुरादाबाद मदरसा विवाद: छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगने पर हंगामा
Moradabad News: मुरादाबाद के जामिया असानुल बनात मदरसे में 13 वर्षीय छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगने का आरोप, एक आरोपी गिरफ्तार, जिला प्रशासन ने जांच शुरू की।
Moradabad News
Moradabad News: उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद जिला एक बार फिर सुर्खियों में है, वजह है जामिया असानुल बनात गर्ल्स मदरसा। एक 13 वर्षीय छात्रा के एडमिशन के लिए परिजनों से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट (मेडिकल टेस्ट) मांगने के बहुचर्चित प्रकरण में अब नया और चौंकाने वाला मोड़ आ गया है। इस संवेदनशील मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब जिला प्रशासन की टीम ने मदरसे में गहन जाँच शुरू कर दी है, जहाँ मदरसा संचालक की कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
मुरादाबाद के थाना पाकबड़ा इलाके में स्थित इस मदरसे पर 7वीं से 8वीं कक्षा में दाखिले के नाम पर एक नाबालिग छात्रा के परिजनों से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट की मांग करने का गंभीर आरोप लगा था। परिजनों की शिकायत के बाद मुरादाबाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एडमिशन सेल इंचार्ज और प्रिंसिपल समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में एडमिशन सेल इंचार्ज शाहजहाँ को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है।
मुरादाबाद के जामिया असानुल बनात मदरसे में 13 वर्षीय छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगने का आरोप, एक आरोपी गिरफ्तार, जिला प्रशासन ने जांच शुरू की।@myogiadityanath @myogioffice pic.twitter.com/eNNBTURIlm
— Newstrack (@newstrackmedia) October 29, 2025
सरकारी टीम ने शुरू की जाँच
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इसका संज्ञान लिया। इसके बाद जिला प्रशासन की एक उच्च-स्तरीय टीम जाँच के लिए मदरसे पहुंची। एसडीएम सदर राम मोहन मीणा अन्य विभागों की टीम के साथ मदरसे में जाँच के लिए मौजूद रहे।
जाँच के दौरान कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं:
पुराना इतिहास: सूत्रों के हवाले से पता चला है कि 2014 में समाजवादी सरकार के दौरान भी इसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियाँ मदरसे में सामने आई थीं।
राजनीतिक निकटता: सूत्र यह भी बताते हैं कि पूर्व में मदरसा संचालक के संबंध सत्ताधारी नेताओं (सपा) से काफी नजदीकी रहे हैं।
स्थानीय लोगों का दावा: स्थानीय लोगों ने भी कई चीजों का जिक्र करते हुए कहा कि मदरसे के अंदर इस प्रकार की संदिग्ध गतिविधियाँ कोई नई बात नहीं है, इससे पहले भी ऐसी शिकायतें सामने आ चुकी हैं।
जाँच के दौरान ताला और 'बेसमेंट' का रहस्य
जाँच टीम के मदरसे पहुंचने पर एक अजीबोगरीब घटनाक्रम देखने को मिला। जाँच अधिकारी (एसडीएम सहित अन्य) जब मदरसा संचालक से बातचीत कर रहे थे, तो उन्हें लगभग 10 मिनट के लिए एक कमरे के अंदर बाहर से ताला लगाकर बंद कर दिया गया।बाहर से ताला लगाने वाले व्यक्ति से जब पूछा गया, तो उसने कुछ भी बताने से मना कर दिया, लेकिन इतना कहा कि "मलिक के कहने के अनुसार मेरे द्वारा गेट को बंद किया गया है।"इस घटना से मदरसा संचालक पर कई सवाल खड़े हो गए। उन्होंने मीडिया से भी दूरी बनाए रखी और मीडियाकर्मियों को जमकर टारगेट करने की कोशिश की।इसके अलावा, जाँच अधिकारियों ने मदरसे के अंदर कई बेसमेंट भी देखे, जिन पर ताले लटके हुए थे। अधिकारियों ने इन संदिग्ध बेसमेंटों को खुलवाना उचित नहीं समझा।
अधिकारियों का बयान
जाँच करने पहुंची टीम के अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने बताया कि वे अपनी पूरी जाँच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि जाँच में जैसी भी कोई चीज पाई जाती है, उसी हिसाब से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।फिलहाल, इस पूरे प्रकरण ने मुरादाबाद के मदरसे की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है, और सबकी निगाहें अब जिलाधिकारी को सौंपी जाने वाली जाँच रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं।
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