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उत्तराखंड में 1100 से अधिक स्टार्टप्स को मान्यता देते हुए स्थापित किए गए अत्याधुनिक 15 इंक्यूबेटर
सीएम धामी ने 'मुख्य सेवक युवा संवाद' में युवाओं से करियर बनाने और उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए दृढ़ संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने युवा शक्ति को राष्ट्रवाद और विकास के लिए अपरिहार्य बताया।
Uttarakhand News
Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा कैम्प कार्यालय में आयोजित 'मुख्य सेवक युवा संवाद' कार्यक्रम में राज्य के युवाओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे दृढ़ संकल्प लेकर अपने लक्ष्य निर्धारित करें, करियर बनाएं और अपनी ऊर्जा का प्रयोग उत्तराखंड को देश का 'सर्वश्रेष्ठ राज्य' बनाने में करें। उन्होंने कहा कि युवाओं का यह योगदान 'विकल्प रहित संकल्प' को पूरा करने में महत्त्वपूर्ण भागीदार बनेगा।
युवा ऊर्जा और सकारात्मक सोच का महत्व
मुख्यमंत्री धामी ने युवाओं की ऊर्जा और सकारात्मक दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि जब युवा ऊर्जा, उम्मीद और सकारात्मक सोच से भरे होते हैं, तो माहौल अपने आप उत्साह से भर जाता है। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि "जिस देश के युवा ठान लें वे अपने देश को शिखर पर ले जाना चाहते हैं, तो उस देश को आगे बढ़ने से कोई भी नहीं रोक सकता।" उन्होंने वर्तमान भारत की आर्थिक और सामाजिक प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि आज दुनिया भारत को आशा और विश्वास की दृष्टि से देखती है, क्योंकि भारत का जन और मन दोनों युवा हैं। भारत अपने सामर्थ्य, सपनों और चिंतन से युवा है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा आधुनिकता को अपनाया है और परिवर्तन को स्वीकार किया है, यही वजह है कि आज भारत से आने वाली आवाज़ "दुनिया की दिशा तय कर रही है।" मुख्यमंत्री ने उन युवाओं को भी प्रेरित किया जिनके घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है और संसाधन सीमित हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इच्छाशक्ति होने पर पर्वत भी रास्ता दे देते हैं।
उत्तराखंड के युवा बन रहे प्रेरणास्रोत
मुख्यमंत्री ने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि आज उत्तराखंड के हज़ारों युवा सेना और डिफेन्स सेवाओं में, सरकारी और प्राइवेट नौकरियों में, स्टार्टअप्स और नए व्यवसायों में बेहतरीन काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में मौजूद ऐसे युवा, जिन्होंने हाल के वर्षों में सरकारी नौकरियां प्राप्त की हैं या स्वरोजगार के कार्य शुरू किए हैं, वे इसका स्पष्ट प्रमाण हैं कि संघर्ष और मेहनत से सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति को संरक्षित करने के साथ ही भारत को आगामी 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के मिशन पर कार्य किया जा रहा है। इस लक्ष्य को पूर्ण करने में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।
संगठित युवा शक्ति, राष्ट्र की प्रगति का ईंधन
मुख्यमंत्री धामी ने युवा शक्ति के महत्व को रेखांकित करते हुए एक बड़ा विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से तब तक विकसित नहीं हो सकता जब तक वहाँ की युवाशक्ति संगठित, आत्मनिर्भर और राष्ट्रवाद की भावना से प्रेरित न हो। उन्होंने तुलना करते हुए समझाया कि जिस तरह इंजन को चालू करने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है, उसी तरह राष्ट्र की प्रगति सुनिश्चित करने हेतु युवाशक्ति की ताकत, उनकी इनोवेटिव सोच और प्रतिभा की आवश्यकता होती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आज भारत एक युवा देश के रूप में जाना जाता है और अगर देश के युवा सही दिशा में कार्य करेंगे तो निश्चित ही हमारा देश पुनः विश्व गुरु के पद पर आसीन होगा। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में आज भारत के युवाओं में अपने देश को आगे ले जाने की भावना विकसित हो चुकी है और युवा अपने देश के प्रति ज़िम्मेदार और कर्तव्यपरायण बन रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह "युवा संवाद" भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को मजबूत करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
स्टार्टअप कल्चर और करियर निर्माण पर ज़ोर
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार द्वारा देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के प्रयासों की जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने राज्य में स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड स्टार्टअप नीति आने के बाद से यह कल्चर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। सरकार स्टार्टअप्स को आर्थिक सहायता और पूरा माहौल मुहैया करवा रही है। राज्य में 1100 से अधिक स्टार्टअप्स को मान्यता दी गई है और 15 इनक्यूबेटर स्थापित किए गए हैं। खाद्य प्रसंस्करण, कृषि, आईटी, एआई, जैव प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और कल्याण जैसे क्षेत्रों में उत्तराखंड के स्टार्टअप्स ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। मुख्यमंत्री ने युवाओं से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि हमारे युवाओं में पर्याप्त सामर्थ्य और ऊर्जा है, उनका सही मार्गदर्शन ही हमारे देश के उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है। उन्होंने सभी प्रतिभावान युवाओं से अपील की कि वे जिस भी क्षेत्र में कार्य करें, यह ध्यान रखें कि उनके प्रत्येक कार्य से निजी प्रगति के साथ ही प्रदेश और देश के विकास में भी अवश्य सहायता मिले। युवाओं को करियर के इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा: "मैं आप सभी युवाओं से यह कहना चाहता हूं कि आप लोग नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनें।" उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार युवाओं के समग्र विकास और उन्नति के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है, क्योंकि सरकार को युवाओं और उनकी अद्वितीय प्रतिभा पर पूरा भरोसा है।
'सर्वश्रेष्ठ राज्य' बनाने का संकल्प
अपने संबोधन के अंत में, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उनसे प्रदेश की प्रगति और समृद्धि के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी युवा साथी देवभूमि उत्तराखंड को देश का "सर्वश्रेष्ठ राज्य" बनाने के हमारे "विकल्प रहित संकल्प" को पूर्ण करने के लक्ष्य में हमारे भागीदार बनेंगे। कार्यक्रम में निकिता उपाध्याय, कविता गोस्वामी, खुशी जोशी, चारु बोरा, पूर्वा गोस्वामी, हर्षिता राणा, गुलनाज, सुरजीत सिंह, रोहित जोशी जैसे युवाओं ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, जिलाधिकारी चम्पावत मनीष कुमार, एसएसपी सहित अनेक जनप्रतिनिधि और युवा मौजूद थे।
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