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Temple Bell Benefits: जानिए मंदिर में घंटी बजाने के धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
Temple Bell Benefits: मंदिरों में अक्सर बड़ी घंटियां होती हैं, जिन्हें भक्त भगवान की पूजा करते समय बजाते हैं। ऐसा माना जाता है कि घंटी बजाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
Bell in Temple
Mandir Me Ghanti Bajane Ke Fayde: हिंदू धर्म में पूजा के दौरान शंख और घंटी बजाना अनिवार्य माना जाता है। मंदिरों में अक्सर बड़ी घंटियाँ होती हैं, जिन्हें भक्त भगवान की पूजा करते समय बजाते हैं। स्कंद पुराण, अग्नि पुराण और तंत्र ग्रंथों में भी घंटियों का उल्लेख मिलता है। ऐसा माना जाता है कि घंटी बजाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
घंटी से जुड़ी मान्यता
घंटी बजाने से ग्रह केतु का नकारात्मक प्रभाव दूर होता है। इसलिए विशेषज्ञ अक्सर राहु के कमज़ोर होने पर घंटी बजाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा, घंटी और उसकी ध्वनि को भगवान ब्रह्मा का प्रतीक माना गया है। यह आपको एकाग्र होने और वातावरण को शुद्ध करने में मदद करती है। इसकी ध्वनि आपके भीतर शक्ति और ऊर्जा का संचार करती है, साथ ही यह मन को शांत करती है और ध्यान लगाने में सहायक होती है।
घंटी को चेतना जगाने वाला यंत्र भी माना जाता है। इसकी ध्वनि शरीर के सातों चक्रों को जागृत कर संतुलन बनाए रखने में मदद करती हैं। घंटियाँ न केवल धार्मिक, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। यही कारण है कि इनका प्रयोग मुख्य रूप से धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है।
घंटियों के प्रकार
घंटियाँ चार प्रकार की होती हैं—गरुड़ घंटी, द्वार घंटी, हाथ घंटी और बड़ी घंटी।
गरुड़ घंटी: यह छोटी होती है और हाथ से बजाई जाती है।
द्वार घंटी: इसे मंदिरों के प्रवेश द्वार पर लगाया जाता है। यह बड़ी या छोटी, दोनों प्रकार की हो सकती है।
हाथ घंटी: यह ठोस पीतल से बनी एक गोल प्लेट होती है, जिसे लकड़ी के गद्दे से बजाया जाता है।
बड़ी घंटी: इनका आकार बहुत विशाल होता है और इनकी ध्वनि कई किलोमीटर तक सुनाई देती है।
घर में: गरुड़ घंटी का ही उपयोग किया जाता है। मान्यता है कि इस घंटी पर स्थित गरुड़ पक्षी भक्तों का संदेश भगवान विष्णु तक पहुँचाता है।
मन को एकाग्र करने में सहायक
यदि पूजा के दौरान मन भटकता है, तो घंटी की ध्वनि उसे वापस प्रार्थना की ओर ले आती है। यह मस्तिष्क को सक्रिय कर ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है। यही कारण है कि प्रार्थना की शुरुआत और अंत, दोनों समय घंटी बजाना शुभ माना जाता है। इससे पूजा में एकाग्रता आती है और उसका प्रभाव गहरा होता है।
घरेलू समस्याओं से मुक्ति
यदि घर में लंबे समय से अशांति, तनाव या कलह चल रही हो, तो नियमित रूप से पूजा कक्ष में घंटी बजाना अत्यंत लाभकारी साबित होता है। इससे वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक विचार धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं। वास्तु शास्त्र में इसे एक सरल और प्रभावी उपाय माना गया है।
देवी-देवताओं के आह्वान का संकेत
घंटी बजाना केवल ध्वनि उत्पन्न करना नहीं, बल्कि देवताओं को आमंत्रित करने का एक माध्यम भी है। जब भक्त घंटी बजाते हैं, तो यह संकेत होता है कि पूजा आरंभ होने वाली है और देवताओं का आह्वान किया जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इससे देवता प्रसन्न होते हैं और भक्त की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।
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