Jhansi News: मढ़िया महादेव और केदारेश्वर मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़, योगी ने किया सुंदरीकरण

Jhansi News: योगी सरकार ने इन दोनों ही शिव मंदिरों पर धार्मिक पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए मूलभूत सुविधाओं का विकास किया है, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

Gaurav kushwaha
Published on: 20 July 2025 7:55 PM IST
Crowd of devotees at Madhiya Mahadev and Kedareshwar temples, beautified by yogi
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मढ़िया महादेव और केदारेश्वर मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़, योगी ने किया सुंदरीकरण (Photo- Newstrack)

Jhansi News: झांसी, उत्तर प्रदेश: श्रावण मास के पवित्र महीने में झांसी के ऐतिहासिक मढ़िया महादेव मंदिर और पौराणिक केदारेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। जहां मढ़िया महादेव मंदिर का अपना ऐतिहासिक महत्व है, वहीं केदारेश्वर मंदिर का पौराणिक दृष्टि से विशेष महत्व है। योगी सरकार ने इन दोनों ही शिव मंदिरों पर धार्मिक पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए मूलभूत सुविधाओं का विकास किया है, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन में काफी सहूलियत हो गई है

मढ़िया महादेव मंदिर, जो झांसी शहर में स्थित है, को अतिक्रमण मुक्त कराने के साथ ही योगी सरकार ने इसके पर्यटन विकास पर ₹46 लाख खर्च किए हैं। सुविधाओं के विकास के बाद अब यहां आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन में काफी सहूलियत हो गई है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण गुसाईं संतों ने करवाया था, जिन्होंने कुछ समय तक झांसी पर शासन भी किया था। मंदिर परिसर में छोटे-छोटे मंदिरों का समूह है, जिनके बारे में मान्यता है कि ये भगवान शिव को समर्पित गुसाईं संतों की समाधियों पर बनाए गए हैं। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई भी इस मंदिर में नियमित रूप से दर्शन-पूजन करने आती थीं। यह मंदिर समूह राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है।

शिव मंदिरों पर पर्यटन सुविधाओं का विकास

झांसी के मऊरानीपुर क्षेत्र में स्थित केदारेश्वर मंदिर को काफी प्राचीन माना जाता है। जनश्रुति है कि दसवीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण चंदेल राजाओं ने कराया था, और भगवान कृष्ण के आदेश पर अर्जुन ने यहां शिवलिंग की स्थापना की थी। एक अनोखी मान्यता यह भी है कि जब सुबह मंदिर के कपाट खोले जाते हैं, तो ऐसा आभास होता है कि कोई अदृश्य शक्ति पहले ही पूजा कर चुकी है। सावन के महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और कांवड़ यात्री यहां जलाभिषेक करने आते हैं। इस स्थान के धार्मिक महत्व को देखते हुए योगी सरकार ने पर्यटन विभाग के माध्यम से इसके पर्यटन विकास पर लगभग ₹119 लाख खर्च किए हैं। इसमें संपर्क सड़क, बैठने की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था, शेड आदि का विकास कर श्रद्धालुओं के लिए सहूलियत बढ़ाई गई है।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी डी.के. शर्मा ने बताया कि धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए झांसी के शिव मंदिरों पर पर्यटन सुविधाओं का विकास किया गया है। आवागमन के रास्तों को बेहतर करने के साथ ही लाइटिंग, शेड, बैठने की व्यवस्था और पेयजल की व्यवस्था जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो।

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