TRENDING TAGS :
Best Mala for Mantra Jaap: जानें कौन सी माला से सिद्ध होंगे आपके मंत्र, बनेंगे धनवान
Best Mala for Mantra Jaap धनवान बनने का मंत्र जानें किस देवता के मंत्र जाप के लिए कौन सी माला श्रेष्ठ है – रुद्राक्ष, स्फटिक, तुलसी, चंदन या हल्दी। सही माला से मंत्र सिद्ध होते हैं और धन-समृद्धि, शांति व सफलता प्राप्त होती है।
Best Mala for Mantra Jaap: धनवान बनने का मंत्र:माला से मंत्र जाप का महत्व: सनातन परंपरा में ईश्वर की आराधना और मंत्र जाप का विशेष महत्व माना गया है। शास्त्रों में कहा गया है कि भक्ति, साधना और मंत्रों के उच्चारण से न केवल मन को शांति मिलती है बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता भी प्राप्त होती है। वैसे तो लोग किसी भी माला से मंत्रों का जाप कर लेते हैं, लेकिन ज्योतिष और धर्मशास्त्रों के अनुसार हर देवता की पूजा के लिए अलग-अलग माला का प्रयोग करना चाहिए। सही माला से जाप करने पर मंत्र जल्दी सिद्ध होते हैं और उसका प्रभाव भी कई गुना बढ़ जाता है।
जानते हैं माला का महत्व, मंत्र जाप से जुड़े नियम और किस देवता के लिए कौन सी माला श्रेष्ठ मानी जाती है।
माला का महत्व-समृद्धि के लिए
रोज सुबह जप प्रार्थना करने से सद्बुद्धि बढ़ती है। ईश्वर की निकटता बढ़ती है। इस तरह के कई तरीके हैं – भजन-कीर्तन, ध्यान, स्तोत्र और मंत्र। इनमें मंत्र सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली माने जाते हैं। मंत्र न केवल मन को एकाग्र करते हैं बल्कि साधक को आध्यात्मिक शक्ति भी प्रदान करते हैं। मंत्र जाप के दौरान माला का प्रयोग इसलिए किया जाता है ताकि मंत्रों की सही संख्या पूरी की जा सके और मन भटकने न पाए। वैसे एक माला में 108 मनके होते हैं। कभी-कभी 27 या 54 मनकों वाली माला भी जपी जाती है।
माला में हर मनके के बीच एक गाँठ होती है, जो ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखती है। कहा जाता है कि 108 की संख्या पूर्णता का प्रतीक है। जब कोई साधक 108 बार मंत्र जप करता है तो उसका प्रभाव सीधा ब्रह्मांडीय ऊर्जा से जुड़ जाता है।
माला के प्रयोग से जुड़ी सावधानियां
मंत्र जाप करते समय कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है, तभी उसका पूरा फल मिलता है।
माला हमेशा व्यक्तिगत होनी चाहिए, किसी और की माला का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
जिस माला से जाप किया जाता है, उसे धारण नहीं करना चाहिए।
मंत्र जप के समय माला को किसी वस्त्र से ढकना चाहिए या गोमुखी में रखना चाहिए।
तर्जनी अंगुली से कभी भी माला का स्पर्श न करें।
सुमेरु (माला का प्रारंभिक मनका) को पार नहीं करना चाहिए।
माला से मंत्र जप शुरू करने से पहले उसे हाथ में लेकर प्रार्थना करें कि इस माला से किया गया जाप सफल और फलदायी हो।
किस देवता के लिए कौन सी माला?
रुद्राक्ष की माला- रुद्राक्ष शिव भक्तों के लिए सबसे पवित्र मानी जाती है।
शिवजी और उनके परिवार के मंत्रों का जाप इसी माला से करना श्रेष्ठ होता है।
महामृत्युंजय और लघु मृत्युंजय मंत्र का जप केवल रुद्राक्ष माला से ही करना चाहिए।
यह माला साधक को साहस, शक्ति और मानसिक शांति प्रदान करती है।
स्फटिक की माला- स्फटिक पारदर्शी और ठंडी प्रवृत्ति का होता है।
मां सरस्वती और मां लक्ष्मी के मंत्रों के लिए यह माला सर्वोत्तम है।
धन प्राप्ति, एकाग्रता और मानसिक शांति के लिए स्फटिक माला से जाप करना चाहिए।
इसे धारण करने से घर-परिवार में भी सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
हल्दी की माला-हल्दी शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक है।
बृहस्पति देव और मां बगलामुखी के मंत्रों के लिए हल्दी माला श्रेष्ठ मानी जाती है।
संतान प्राप्ति और ज्ञान से जुड़े मंत्रों के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।
यह माला साधक की मनोकामनाएं पूर्ण करने में सहायक होती है।
चंदन की माला-चंदन सुगंध और पवित्रता का द्योतक है। यह दो प्रकार की होती है – लाल और श्वेत।
लाल चंदन की माला से देवी मंत्रों का जाप करने पर विशेष फल मिलता है।
सफेद चंदन की माला भगवान कृष्ण और विष्णु अवतारों के मंत्रों के लिए उपयोगी है।
चंदन की माला से जाप करने पर मानसिक शांति और भक्ति का भाव बढ़ता है।
तुलसी की माला-तुलसी वैष्णव परंपरा में सर्वोच्च स्थान रखती है।
भगवान विष्णु और उनके सभी अवतारों (विशेषकर श्रीकृष्ण) के मंत्रों का जाप तुलसी माला से किया जाता है।
इसे धारण करने वाला व्यक्ति विष्णु भक्ति में स्थिर रहता है।
ध्यान रहे कि तुलसी की माला से देवी या शिव मंत्र का जाप नहीं करना चाहिए।
क्यों जरूरी है सही माला से मंत्र जाप?
हर मंत्र की एक विशेष ऊर्जा और तरंग होती है। जब साधक सही माला का प्रयोग करता है तो मंत्र की शक्ति और देवता की कृपा कई गुना बढ़ जाती है।
शिव साधना में रुद्राक्ष का प्रभाव शिवत्व को आकर्षित करता है।
लक्ष्मी और सरस्वती के मंत्र स्फटिक माला से जापने पर धन और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
तुलसी माला से किया गया विष्णु मंत्र जाप मोक्ष और भक्ति प्रदान करता है।
यही कारण है कि शास्त्रों में माला और मंत्र को एक-दूसरे का पूरक माना गया है।
धनवान बनने और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए केवल मेहनत और कर्म ही नहीं, बल्कि सही साधना और आस्था भी जरूरी है। जब व्यक्ति श्रद्धा से मंत्र जाप करता है और उसके लिए उपयुक्त माला का चुनाव करता है तो मंत्र जल्द ही सिद्ध हो जाते हैं और उसका प्रभाव जीवन में दिखाई देने लगता है।
note- ये जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, इसकी सत्यता की पुष्टि न्यूजट्रैक डॉट कॉम नहीं करता है।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!