Aaj Ka Mantra: रावण संहिता में बताए उपाय करें आपका भला,बनाएंगे अट्रैक्टिव और दिलायेंगे मान-सम्मान

Aaj Ka Mantra: जब भाग्य साथ नहीं देता है तो हम परेशान होते है कि मेहनत का फल नहीं मिला,लेकिन आज का मंत्रा में जानेंगे रावण संहिता के बताए उपाय किस्मत चमकाने में कारगर होंगे।

Suman  Mishra
Published on: 5 Sept 2025 9:55 AM IST
Aaj Ka Mantra
X

Aaj Ka Mantra : कभी कभी नेक नियति से चलते हुए भी खराब किस्मत पीछा नहीं छोड़ती है। ऐसे में लाख परिश्रम और उपाय भी काम नहीं आते है तब हम अध्यात्म की शरण में जाते है। जब दुर्भाग्य आता है तो धन, मान-सम्मान, परिवार, नौकरी, सभी जगहों पर समस्याएं आती हैं। अपने ही पराए लगते हैं। शास्त्रों में कई उपाय हैं। जो दुर्भाग्य को भी सौभाग्य में बदलते हैं। इन उपायों करने से चमत्कार दिखाई देता है।ऐसे तो भविष्य पुराण और रावण संहिता में किस्मत चमकाने की बात की गई है।जो हमेशा कारगर होता है।

आज का मंत्र रावण संहिता

रावण को दुनिया रामायण के सबसे नेगेटिव इंसान माना जाता है, लेकिन उसके जैसा भक्त भी बनाना आसान नहीं है। जिसने अपनी भक्ति से पूरी दुनिया को वश में कर लिया था। लेकिन राक्षसों का राजा होने के बावजूद, रावण एक महान ज्योतिषी और प्रकांड विद्वान भी था।

ऐसा वर्णन मिलता है कि सौरमंडल के सभी ग्रह रावण की आज्ञा से चलते थे। कोई भी ग्रह रावण की इच्छा के विरुद्ध काम नहीं कर सकता था। जब मेघनाद (रावण का पुत्र) अपनी माँ के गर्भ में था, तब रावण ने सभी ग्रहों को एक निश्चित स्थिति में रहने का आदेश दिया था ताकि उसका पुत्र एक सफल और महान योद्धा के रूप में जन्म ले।मसभी ग्रहों ने रावण के निर्देशों का पालन किया, लेकिन समय-निर्धारक ग्रह शनिदेव ने ठीक उसी समय अपनी स्थिति बदल दी जब मेघनाद का जन्म होने वाला था। इस कारण मेघनाद एक सफल और महान योद्धा तो बना, लेकिन उसकी आयु अल्पायु रही। रावण को ज्योतिष और तंत्र विद्या में महारत हासिल थी। उसने अपने ज्ञान को रावण संहिता में संरक्षित किया, जिसके सिद्धांत आज भी मान्य हैं।

रावण संहिता कारगर उपाय

इस शास्त्र के अनुसार सफलता के लिए सुबह जल्दी उठना चाहिए।स्नान के बाद, उन्हें किसी शांत स्थान पर बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जाप करना चाहिए: 'ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः ध्वः ध्वः स्वाहा।' उन्हें लगातार 21 दिनों तक इस मंत्र का जाप करना चाहिए। एक बार यह मंत्र कारगर हो जाए तो आपको अपने जीवन में धन के नए अवसर मिलने लगते है।


जिन्हें पढ़ाई या धन प्राप्ति में परेशानी आ रही है, उन्हें 'ॐ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा' मंत्र का 40 दिनों तक लगातार जाप करना चाहिए। यह देवी को प्रसन्न करने का एक तांत्रिक उपाय है। इस मंत्र के नियमित जाप से धन संबंधी समस्याओं का शीघ्र समाधान होता है। आपको इस मंत्र की एक माला रखनी चाहिए और नियमित रूप से इसका जाप करना चाहिए।

ॐ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा

किसी भी खास तिथि अमावस्या पूर्णिमा या अक्षय तृतीया, दिवाली, होली यह लाभकारी हो सकता है। एक थाली में कुमकुम से 'ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नमः' मंत्र लिखें। इसे रुद्राक्ष या कमल गट्टे की माला से इस मंत्र का जाप करते रहें।इस मंत्र का नियमित रूप से 108 बार जाप करने से लाभ मिलता है।

धन की कमी नहीं चाहते हैं तो 'ॐ नमो भगवती पद्मा पद्मावती उम्म ह्रीं उम्म उम्म पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आश पूर्णाय सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा' मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे जीवन में धन की वर्षा होने लगती है।

'ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि में देहि दापय स्वाहा' मंत्र का नियमित जाप करना चाहिए।मंत्र जप करते समय एक धन लक्ष्मी कौड़ी अपने पास रखें। तीन महीने तक लगातार इस मंत्र का जप करने के बाद उस कौड़ी को तिजोरी में रख दें।

यदि आप अपने समाज या ऑफिस में आकर्षण का केंद्र बनना चाहते हैं, तो बकरी के दूध में बिजौरी, नींबू या बिल्वपत्र का लेप माथे पर लगाएं तो इससे आकर्षण बढ़ता है। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और लोग आपकी बातों का सम्मान करेंगे। सफेद फूलों को सफेद गाय के दूध में मिलाकर माथे पर लगाने से समाज में प्रभुत्व बढ़ता है।

दूर्वा घास को चमत्कारी है। दूर्वा घास और सफेद गाय के दूध को मिलाकर लेप बनाएँ और इसे माथे पर लगाएँ। इससे हर काम में सफलता मिलती है।

नोट: ये जानकारियां धार्मिक आस्था और मान्यताओं पर आधारित हैं, Newstrack.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।इसे सामान्य रुचि को ध्यान में रखकर लिखा गया है।

1 / 5
Your Score0/ 5
Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!