Janmashtami Vishesh:सुख-वैभव देने वाले है श्रीकृष्ण के 108 नाम, जन्माष्टमी पर जरूर करें जाप

Janmashtami Vishesh:जन्माष्टमी आने में कुछ दिन शेष रह गए है। सभी इसकी तैयारी में जुट गए है। जानते है श्री कृष्ण के 108 नाम के बारे में जो जन्माष्टमी पर जरूर करे स्मरण...

Suman  Mishra
Published on: 13 Aug 2025 8:40 AM IST (Updated on: 13 Aug 2025 3:02 PM IST)
Janmashtami Vishesh:सुख-वैभव देने वाले है श्रीकृष्ण के 108 नाम, जन्माष्टमी पर जरूर करें जाप
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Janmashtami Vishesh: भगवान श्रीकृष्ण का जन्म उत्सव ‘कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से मनाया जाता है। जन्माष्टमी भाद्रपद मास में मनाई जाती है, इस दिन को भगवान श्रीकृष्ण की आराधना के लिए विशेष माना जाता है और इसे उनकी पूजा-पाठ के साथ मनाया जाता है।


इस साल भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि का सूर्योदय 16 अगस्त को होगा, इसीलिए इसी दिन श्री कृष्ण का पर्व जन्माष्टमी मनाया जाएगा।जन्माष्टमी भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। पूजा का शुभ मुहूर्त मध्यरात्रि को होता है, जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस बार जन्माष्टमी 15 और 16 अगस्त को मनाई जाएगी।

भगवान कृष्ण के 108 नामों का जाप करें

जन्माष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के जन्म स्मरण के रूप में मनाया जाता है। इस दिन उपवास रखते हैं, विशेष पूजा करते हैं और श्रीकृष्ण के बालरूप ‘लड्डू गोपाल’ की आराधना भी करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की कृपा के लिए श्रीकृष्ण के 108 नामों का जाप करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।

भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम

1. ॐ कृष्णाय नमः

2. ॐ कमलानाथाय नमः

3. ॐ वासुदेवाय नमः

4. ॐ सनातनाय नमः

5. ॐ वसुदेवात्मजाय नमः

6. ॐ पुण्याय नमः

7. ॐ लीलामानुष विग्रहाय नमः

8. ॐ श्रीवत्सकौस्तुभधराय नमः

9. ॐ यशोदावत्सलाय नमः

10. ॐ हरिये नमः

11. ॐ चतुर्भुजात्तचक्रासिगदा नमः

12. ॐ शङ्खाम्बुजायुधाय नमः

13. ॐ देवकीनन्दनाय नमः

14. ॐ श्रीशाय नमः

15. ॐ नन्दगोपप्रियात्मजाय नमः

16. ॐ यमुनावेगसंहारिणे नमः

17. ॐ बलभद्रप्रियानुजाय नमः

18. ॐ पूतनाजीवितहराय नमः

19. ॐ शकटासुरभञ्जनाय नमः

20. ॐ नन्दव्रजजनानन्दिने नमः

21. ॐ सच्चिदानन्दविग्रहाय नमः

22. ॐ नवनीतविलिप्ताङ्गाय नमः

23. ॐ नवनीतनटनाय नमः

24. ॐ मुचुकुन्दप्रसादकाय नमः

25. ॐ षोडशस्त्रीसहस्रेशाय नमः

26. ॐ त्रिभङ्गिने नमः

27. ॐ मधुराकृतये नमः

28. ॐ शुकवागमृताब्धीन्दवे नमः

29. ॐ गोविन्दाय नमः

30. ॐ योगिनांपतये नमः

31. ॐ वत्सवाटचराय नमः

32. ॐ अनन्ताय नमः

33. ॐ धेनुकासुरभञ्जनाय नमः

34. ॐ तृणीकृत तृणावर्ताय नमः

35. ॐ यमलार्जुनभञ्जनाय नमः

36. ॐ उत्तलोत्तालभेत्रे नमः

37. ॐ तमालश्यामलाकृतिये नमः

38. ॐ गोपगोपीश्वराय नमः

39. ॐ योगिने नमः

40. ॐ कोटिसूर्यसमप्रभाय नमः

41. ॐ इलापतये नमः

42. ॐ परंज्योतिषे नमः

43. ॐ यादवेंद्राय नमः

44. ॐ यदूद्वहाय नमः

45. ॐ वनमालिने नमः

46. ॐ पीतवसने नमः

47. ॐ पारिजातापहारकाय नमः

48. ॐ गोवर्थनाचलोद्धर्त्रे नमः

49. ॐ गोपालाय नमः

50. ॐ सर्वपालकाय नमः

51. ॐ अजाय नमः

52. ॐ निरञ्जनाय नमः

53. ॐ कामजनकाय नमः

54. ॐ कञ्जलोचनाय नमः

55. ॐ मधुघ्ने नमः

56. ॐ मथुरानाथाय नमः

57. ॐ द्वारकानायकाय नमः

58. ॐ बलिने नमः

59. ॐ बृन्दावनान्त सञ्चारिणे नमः

60. ॐ तुलसीदाम भूषनाय नमः

61. ॐ स्यमन्तकमणेर्हर्त्रे नमः

62. ॐ नरनारयणात्मकाय नमः

63. ॐ कुब्जा कृष्णाम्बरधराय नमः

64. ॐ मायिने नमः

65. ॐ परमपुरुषाय नमः

66. ॐ मुष्टिकासुर चाणूर मल्लयुद्ध विशारदाय नमः

67. ॐ संसारवैरिणे नमः

68. ॐ कंसारये नमः

69. ॐ मुरारये नमः

70. ॐ नाराकान्तकाय नमः

71. ॐ अनादि ब्रह्मचारिणे नमः

72. ॐ कृष्णाव्यसन कर्शकाय नमः

73. ॐ शिशुपालशिरश्छेत्रे नमः

74. ॐ दुर्योधनकुलान्तकाय नमः

75. ॐ विदुराक्रूर वरदाय नमः

76. ॐ विश्वरूपप्रदर्शकाय नमः

77. ॐ सत्यवाचे नमः

78. ॐ सत्य सङ्कल्पाय नमः

79. ॐ सत्यभामारताय नमः

80. ॐ जयिने नमः

81. ॐ सुभद्रा पूर्वजाय नमः

82. ॐ विष्णवे नमः

83. ॐ भीष्ममुक्ति प्रदायकाय नमः

84. ॐ जगद्गुरवे नमः

85. ॐ जगन्नाथाय नमः

86. ॐ वेणुनाद विशारदाय नमः

87. ॐ वृषभासुर विध्वंसिने नमः

88. ॐ बाणासुर करान्तकाय नमः

89. ॐ युधिष्ठिर प्रतिष्ठात्रे नमः

90. ॐ बर्हिबर्हावतंसकाय नमः

91. ॐ पार्थसारथये नमः

92. ॐ अव्यक्ताय नमः

93. ॐ गीतामृत महोदधये नमः

94. ॐ कालीय फणिमाणिक्य रञ्जित श्री पदाम्बुजाय नमः

95. ॐ दामोदराय नमः

96. ॐ यज्ञभोक्त्रे नमः

97. ॐ दानवेन्द्र विनाशकाय नमः

98. ॐ नारायणाय नमः

99. ॐ परब्रह्मणे नमः

100. ॐ पन्नगाशन वाहनाय नमः

101. ॐ जलक्रीडा समासक्त गोपीवस्त्रापहाराकाय नमः

102. ॐ पुण्य श्लोकाय नमः

103. ॐ तीर्थकृते नमः

104. ॐ वेदवेद्याय नमः

105. ॐ दयानिधये नमः

106. ॐ सर्वभूतात्मकाय नमः

107. ॐ सर्वग्रह रुपिणे नमः
108. ॐ परात्पराय नमः

जन्माष्टमी पर नाम जप से पहले पूजा विधि

हर साल सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करें। साथ ही, भगवान श्रीकृष्ण का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। घर में लड्डू गोपाल की मूर्ति को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से स्नान कराएं। फिर भगवान को नए वस्त्र, फूल और चंदन से सजाएं। भगवान श्रीकृष्ण को माखन, मिश्री, तुलसी पत्र, फल आदि का भोग लगाएं। दीपक और धूप जलाकर पूजा करें और श्रीकृष्ण के 108 नामों का जाप करें फिर आरती करें।

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Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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