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लालू के दौर में RJD नेताओं ने किया था IAS की वाइफ का रेप! कोर्ट ने सुनाई थी ये सजा, बिहार का जंगलराज दौर
पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के शासनकाल में बिहार की राजनीति और अपराध के गठजोड़ की भयंकर सच्चाई उजागर होती है। आरजेडी नेता मृत्युंजय यादव पर पूर्व IAS अधिकारी की पत्नी चंपा विश्वास के साथ बलात्कार का आरोप लगा था, जिसकी कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई। जानिए इस काले दौर की पूरी कहानी और बिहार के उस समय के हालात।
During Lalu's rule RJD leaders had raped IAS's wife Court had given punishment Bihar's Jungle Raj era
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का नाम भारतीय राजनीति में एक शक्तिशाली नेता के तौर पर जाना जाता है। उनके समर्थक उन्हें पिछड़ों और गरीबों की आवाज़ मानते हैं, तो वहीं उनके विरोधी उन पर शासन के दौरान राज्य को अराजकता और विकासहीनता की ओर ले जाने का आरोप लगाते हैं। लालू यादव न सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री रहे, बल्कि केंद्र में रेल मंत्री भी रहे और उन्हें 'बिहार का किंग' कहा जाता था। लेकिन लालू यादव के शासनकाल से जुड़ी एक ऐसी सनसनीखेज घटना फिर से सुर्खियों में है, जो बिहार के उस दौर के राजनीतिक-अपराध गठजोड़ की भयावह सच्चाई को उजागर करती है।
क्या था मामला?
एक पॉडकास्ट शो में झारखंड बीजेपी के इलेक्शन मैनेजमेंट हेड मृत्युंजय शर्मा ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 1995 से 1997 के बीच, बिहार की राजनीति में बेहद ताकतवर मानी जाने वाली आरजेडी की विधायक हेमलता यादव के बेटे मृत्युंजय यादव (उर्फ बबलू यादव) पर एक पूर्व आईएएस अधिकारी बी.बी. विश्वास की पत्नी चंपा विश्वास के साथ कई दिनों तक बलात्कार करने और उनके परिवार की महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा था। शर्मा ने कहा, “सोचिए, जिस राज्य में एक पूर्व आईएएस की पत्नी तक सुरक्षित नहीं थी, वहां आम महिलाओं की सुरक्षा का क्या हाल रहा होगा?
कौन हैं चंपा विश्वास?
चंपा विश्वास, बिहार कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी बी.बी. विश्वास की पत्नी हैं। घटना के समय उनका परिवार पटना में रह रहा था। बताया जाता है कि मृत्युंजय यादव और उसके साथियों ने चंपा विश्वास, उनकी मां, भतीजी और घर की नौकरानियों तक को शारीरिक, मानसिक और यौन प्रताड़ना दी। चंपा विश्वास ने कई बार पुलिस और प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन उस समय सत्ता से जुड़े होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जब न्याय के लिए दर-दर भटकीं चंपा विश्वास
कई बार पुलिस से निराशा झेलने के बाद, चंपा विश्वास ने राज्यपाल सुंदर सिंह भंडारी को एक चिट्ठी लिखकर न्याय की मांग की। राज्यपाल ने गृह मंत्रालय को जांच के आदेश दिए, जिसके बाद कार्रवाई शुरू हुई। जांच के बाद मृत्युंजय यादव को गिरफ्तार किया गया और कोर्ट ने उसे 10 साल की सजा सुनाई। इस मामले में उसकी मां, हेमलता यादव को भी तीन साल की सजा मिली।
आज कहां हैं चंपा विश्वास?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दर्दनाक अनुभव के बाद चंपा विश्वास और उनका परिवार बिहार छोड़कर दिल्ली चले गए। झारखंड बनने के बाद कुछ वर्षों तक वे वहां भी रहे। वर्तमान में चंपा विश्वास कोलकाता में एक शांत और गुमनाम जीवन बिता रही हैं।
बिहार का वो काला दौर
यह मामला बिहार के उस दौर की झलक देता है, जब अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ था। दर्जनों पुलिसकर्मी मारे गए, प्रशासन मूकदर्शक बना रहा, और आम नागरिकों के साथ-साथ अधिकारी भी असुरक्षित थे। क्या यही कारण हैं कि बिहार विकास की दौड़ में पिछड़ गया? क्या सत्ता में बैठे लोगों को ऐसे अपराधों की जवाबदेही लेनी चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। न्यूज़ ट्रैक आपके लिए लाता रहेगा ऐसी सच्ची, बेबाक और जरूरी खबरें, जिससे आप राजनीति और प्रशासन के असली चेहरे से वाकिफ रह सकें।
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