TRENDING TAGS :
होम लोन लेकर टैक्स में बचाएँ लाखों रुपये - चौंकाने वाले फायदे जो आप नहीं जानते!
होम लोन लेने से न केवल आप अपना सपना घर खरीद सकते हैं, बल्कि इनकम टैक्स में लाखों रुपये तक की बचत भी कर सकते हैं। जॉइंट लोन और ब्याज-प्रिंसिपल छूट का सही इस्तेमाल करके अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत बनाएं और भविष्य सुरक्षित करें।
Home Loan Benefits: किसी का सपना होता है अपना घर। अपने घर में रहना, परिवार के लिए सुरक्षित जगह होना और खुद की संपत्ति होना हर इंसान की ख्वाहिश होती है। लेकिन आजकल घर की कीमतें इतनी ज्यादा हैं कि आम आदमी के लिए तुरंत घर खरीदना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में होम लोन यानी गृह ऋण घर खरीदने का आसान और सस्ता तरीका बन गया है। होम लोन सिर्फ घर खरीदने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके कई ऐसे फायदे भी हैं जिनके बारे में आम लोगों को कम ही पता होता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका होम लोन सिर्फ ईएमआई चुकाने तक सीमित न रहे, तो आइए जानते हैं कि आप कौन-कौन से फायदे पा सकते हैं।
होम लोन से टैक्स बचत
होम लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा है इनकम टैक्स में राहत। भारत के इनकम टैक्स एक्ट की धारा 24(b) के तहत, आप होम लोन पर दिए गए ब्याज पर सालाना ₹2 लाख तक की छूट पा सकते हैं। इसके साथ ही, धारा 80C के अंतर्गत होम लोन की मूल राशि (Principal) पर ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट भी मिलती है।
अगर होम लोन जॉइंट नेम (सह-नामांकन) में लिया गया हो, तो दोनों लोनधारक मिलकर कुल करीब ₹7 लाख तक की टैक्स बचत कर सकते हैं। इसका मतलब है कि आप न केवल अपना घर खरीदकर संपत्ति के मालिक बनते हैं, बल्कि टैक्स रिटर्न भरते समय भी बड़ी रकम बचा सकते हैं।
होम लोन के साथ प्रॉपर्टी की कानूनी सुरक्षा
जब आप किसी प्रॉपर्टी के लिए होम लोन लेते हैं, तो बैंक उसकी पूरी कानूनी जांच (लीगल वेरिफिकेशन) करता है। इस प्रक्रिया में बैंक यह सुनिश्चित करता है कि प्रॉपर्टी पर कोई विवाद न हो, दस्तावेज़ सही हों और कोई अवैध कब्जा न हो। बैंक की यह जांच आपके लिए सुरक्षा कवच का काम करती है। इसका मतलब है कि बैंक की ओर से जांच पूरी होने के बाद, आपको यह गारंटी मिलती है कि आप जो प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, वह कानूनी रूप से पूरी तरह सुरक्षित है और सभी कागज़ात सही हैं।
महिला को-अप्लिकेंट से होम लोन पर फायदा
अगर आप अपने जीवनसाथी या परिवार की किसी महिला सदस्य को को-अप्लिकेंट बनाते हैं, तो आपको होम लोन पर ब्याज दर में खास छूट मिल सकती है। कई बैंक महिलाओं को 0.05% तक कम ब्याज दर पर लोन देते हैं, जिससे आपकी EMI और कुल ब्याज कम होता है। इसके अलावा, महिलाओं को कई सरकारी योजनाओं और बैंक नीतियों में प्राथमिकता दी जाती है, जिससे लोन की मंजूरी और प्रोसेसिंग तेज और आसान हो जाती है।
महिला को-अप्लिकेंट जोड़ने से न सिर्फ ब्याज कम होता है, बल्कि यह परिवार की कुल क्रेडिट प्रोफाइल को भी मजबूत करता है। इसका फायदा यह होता है कि भविष्य में लोन लेना और भी आसान और सस्ता हो जाता है।
होम लोन कम ब्याज और लचीली सुविधा
होम लोन अन्य लोन जैसे पर्सनल लोन या गोल्ड लोन की तुलना में ज्यादा लचीला और ग्राहक-फायदे वाला होता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि होम लोन पर ब्याज दरें बहुत कम होती हैं। उदाहरण के लिए, भारत के बड़े बैंकों में होम लोन की ब्याज दरें 7.35% से शुरू होती हैं, जबकि पर्सनल लोन या अन्य अनसिक्योर्ड लोन की दरें इससे काफी ज्यादा होती हैं।
होम लोन में आपको प्रीपेमेंट (Prepayment) और फोरक्लोजर (Foreclosure) की सुविधा भी मिलती है। इसका मतलब है कि अगर आपके पास अतिरिक्त पैसा है, तो आप बिना किसी जुर्माने के अपना लोन जल्दी चुका सकते हैं। इससे ब्याज की कुल राशि कम होती है और आपका लोन जल्दी खत्म हो जाता है।
होम लोन में टॉप-अप लोन की सुविधा
होम लोन की एक और महत्वपूर्ण सुविधा है टॉप-अप लोन। यह एक तरह का पर्सनल लोन होता है, जो आपके मौजूदा होम लोन के आधार पर दिया जाता है। इसकी ब्याज दर सामान्य पर्सनल लोन से बहुत कम होती है, जिससे यह ज्यादा किफायती बन जाता है। इसके अलावा, इसकी रिपेमेंट टर्म भी आसान और लचीली होती है, जिसे आप अपने बजट के अनुसार एडजस्ट कर सकते हैं।
अगर आपने कोई पुराना या सेमी-फर्निश्ड घर खरीदा है, तो इसके इंटीरियर, रेनोवेशन या अन्य जरूरतों के लिए आप टॉप-अप लोन ले सकते हैं। इसमें न तो कोई छुपा हुआ चार्ज होता है और न ही कोई जटिल प्रक्रिया। बस आपकी मौजूदा होम लोन की रिपेमेंट हिस्ट्री साफ और समय पर होनी चाहिए। इससे आपको जल्दी और आसानी से अतिरिक्त फंड मिलने की सुविधा मिलती है।
होम लोन के स्मार्ट फायदे
होम लोन सिर्फ घर खरीदने तक सीमित नहीं है, इसे स्मार्ट निवेश और वित्तीय योजना में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आप अपनी प्रॉपर्टी के मूल्य के आधार पर होम इक्विटी या HELOC लेकर स्टॉक्स, क्रिप्टो या बिजनेस में निवेश कर सकते हैं, जिससे टैक्स बचता है। अपनी EMI को मासिक आय का 40% से अधिक नहीं रखना अच्छा होता है, ताकि बाकी राशि से अन्य निवेश किए जा सकें। लंबी अवधि का होम लोन लेने से EMI कम और बचत ज्यादा होती है, और ब्याज पर मिलने वाले टैक्स बेनिफिट का फायदा धीरे-धीरे उठाया जा सकता है। इसके अलावा, होम लोन महंगाई के खिलाफ सुरक्षा भी देता है क्योंकि समय के साथ प्रॉपर्टी का मूल्य बढ़ता है, जिससे संपत्ति की वैल्यू और कुल संपत्ति दोनों बढ़ती हैं।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!



