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भारत का शेयर मार्केट अगले साल देगा दुनिया को टक्कर! रिधम देसाई का बड़ा खुलासा
भारतीय शेयर बाजार दिवाली से पहले तेजी पकड़ रहा है। GST कटौती, ब्याज दरों में कमी और अच्छे नतीजों से निवेशकों के लिए अवसर बन रहे हैं।
India Market Outperforms Global Peers: भारतीय शेयर बाजार ने पिछले एक साल में थोड़ी सुस्ती देखी, लेकिन दिवाली से ठीक पहले बाजार ने तेजी पकड़ ली है। बैंक निफ्टी ने नया रिकॉर्ड बनाया है और निफ्टी भी नए उच्च स्तर की ओर बढ़ रहा है। कंपनियों के नतीजे अब बेहतर आ रहे हैं, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। GST में कटौती और ब्याज दरों में गिरावट से उपभोक्ताओं की खरीदारी बढ़ी है और बाजार में सकारात्मक माहौल बन रहा है।
इस मौके पर मॉर्गन स्टैनली इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर रिधम देसाई ने बताया कि केंद्रीय बैंक का ध्यान अब ग्रोथ बढ़ाने पर है। RBI के कदमों से अगले साल 12-13% तक लोन ग्रोथ संभव है, जिससे बैंकिंग और कंज्यूमर सेक्टर में निवेशकों को अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ गई है। यह समय निवेशकों के लिए अवसरों से भरा है और भारतीय बाजार वैश्विक स्तर पर भी तेजी दिखा सकता है।
बैंक लीड कर सकते हैं मार्केट की तेजी
रिधम देसाई ने कहा कि कंपनियों के नतीजे अगले साल 15-20% तक बढ़ सकते हैं। मार्केट की तेजी में बैंक सबसे आगे रह सकते हैं क्योंकि उनके शेयर अभी सस्ते हैं। RBI अगले एक साल में एक-दो बार ब्याज दरें घटा सकता है, जिससे बैंकिंग और कंज्यूमर शेयरों में तेजी आने की संभावना है।
GST में कटौती और CRR में कमी जैसे कदम भी मार्केट के लिए मजबूत संकेत हैं। अगर नॉमिनल ग्रोथ बढ़ेगी, तो कंपनियों की अर्निंग ग्रोथ और तेज़ होगी। पिछले 25 साल में सिर्फ दो बार ऐसा हुआ है कि दोहरी दर कट और CRR में कमी एक साथ की गई।
दिवाली 2025 - शेयर और निवेश थीम
रिधम देसाई ने बताया कि घरेलू निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है। लार्जकैप और मिडकैप दोनों मिलकर तेजी दिखाएंगे। शॉर्ट-कवरिंग से लार्जकैप को फायदा मिलेगा। बैंक और कंज्यूमर शेयर अगले समय में तेजी लाएंगे।
दिवाली पर निवेशक ट्रैवल और होटल सेक्टर में अच्छा मुनाफा देख सकते हैं। यह समय समीर अरोड़ा के समृद्धि मंत्र की तरह काम कर सकता है।
भारत - ग्लोबल मार्केट में बुलिश नजर
रिधम देसाई का मानना है कि भारत का मार्केट दूसरे देशों को पीछे छोड़ देगा। US टैरिफ का असर भारत के एक्सपोर्ट पर ज्यादा नहीं पड़ा है। निफ्टी में अगले साल करीब 15% तक बढ़ोतरी हो सकती है।
भारत में कई मल्टीनेशनल कंपनियां पहले से लिस्ट हैं और एप्पल जैसी कंपनियां भारत में आ रही हैं। सर्विस सेक्टर में भारत दुनिया में लीडर है। ग्लोबल GDP में भारत की भागीदारी अगले 15-20 साल में 20% तक बढ़ सकती है।
भारत AI की रेस में पीछे नहीं
रिधम देसाई ने कहा कि भारत AI (Artificial Intelligence) की रेस में पीछे नहीं है और आने वाले 5-10 साल में भारत AI का हब बनेगा। उन्होंने बताया कि AI का सही इस्तेमाल फिजिकल मशीनों और रोबोट्स में करना चाहिए, जिसे एम्बॉडिड AI कहते हैं।
AI से आईटी सर्विसेज सेक्टर पर खतरा नहीं है, बल्कि यह नया ग्रोथ इंजन बनेगा। अगर निवेशक 2-3 साल का नजरिया रखें, तो IT स्टॉक्स से अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं। अगले कुछ क्वार्टर में बड़े मूव न दिखें, लेकिन मीडियम-टर्म में IT शेयर बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
रिधम देसाई ने यह भी कहा कि भारत में IT इंजीनियर्स की बड़ी संख्या है, इसलिए AI की कमाई का बड़ा हिस्सा भारत को मिलेगा। इससे देश की टेक्नोलॉजी और स्टॉक मार्केट दोनों को फायदा होगा।
Disclaimer
यह आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
Source: Moneycontrol
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