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मुकेश अंबानी का संदेश: तकनीक और ऊर्जा के सहारे भारत के साथ आगे बढ़ता रिलायंस
Reliance Future Strategy Unveiled: रिलायंस की सालाना रिपोर्ट में भविष्य की झलक, अंबानी ने बताया कैसे कंपनी बनेगी भारत के विकास की भागीदार।
Reliance Future Strategy Unveiled (Photo - Social Media)
रिलायंस इंडस्ट्रीज की हालिया सालाना रिपोर्ट सिर्फ कारोबार के आँकड़े नहीं बताती, बल्कि कंपनी की दूरदर्शी सोच और भविष्य की तैयारी को भी उजागर करती है। चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने संदेश में साफ किया है कि रिलायंस अब पारंपरिक व्यापार के दायरे से बाहर निकलकर एक तकनीक-आधारित और नवाचार-केंद्रित कंपनी बन रही है। उनका मानना है कि रिलायंस का असली उद्देश्य सिर्फ लाभ कमाना नहीं, बल्कि भारत की तरक्की में सक्रिय भागीदार बनना है।
वैश्विक दबाव के बावजूद, ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी की पकड़ मजबूत
रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया भर में बदलते टैरिफ नियम और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर कंपनी के ऑयल और केमिकल कारोबार पर साफ दिखाई दिया है। इससे मांग और आपूर्ति दोनों प्रभावित हुई हैं।
हालांकि, रिलायंस का मानना है कि भारत में जिस तरह से ऊर्जा की मांग लगातार बढ़ रही है, वह कंपनी के लिए बड़ा मौका है। ऑयल-टू-केमिकल (O2C) और गैस से जुड़े कारोबार में कंपनी आगे भी मजबूत स्थिति बनाए रखेगी। भारत की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और स्थिर फ्यूल डिमांड रिलायंस के विस्तार को नई दिशा दे रही है।
निवेशकों को बड़ा रिटर्न, सरकार को ऐतिहासिक टैक्स योगदान
रिपोर्ट में बीते 10 वर्षों की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला गया है। कंपनी के अनुसार, इस दौरान रिलायंस ने अपने निवेशकों को पांच गुना रिटर्न दिया है।
वहीं टैक्स, स्पेक्ट्रम फीस और अन्य शुल्कों के रूप में कंपनी ने 2024-25 में ₹2.10 लाख करोड़ रुपये सरकार को दिए हैं। यह आंकड़ा पिछले साल से 12.8% ज्यादा है और पहली बार रिलायंस ने दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का योगदान राष्ट्रीय खजाने में किया है।
यह दर्शाता है कि रिलायंस सिर्फ अपने निवेशकों के लिए ही नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भी बड़ी भूमिका निभा रही है।
भविष्य की दिशा: टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का नया युग
7 अगस्त को मुकेश अंबानी ने शेयरधारकों को जो चिट्ठी लिखी, उसका शीर्षक था - "जो भारत के लिए अच्छा है, वह रिलायंस के लिए भी अच्छा है।" इस संदेश में उन्होंने रिलायंस के भविष्य को लेकर स्पष्ट सोच रखी।
उन्होंने कहा कि कंपनी अब पारंपरिक इंडस्ट्री तक सीमित नहीं है, बल्कि एक गहरी तकनीकी (Deep-Tech) संस्था बनने की ओर बढ़ रही है। रिलायंस ने डिजिटल, ऊर्जा, रिटेल और एंटरटेनमेंट जैसे सभी क्षेत्रों में अत्याधुनिक तकनीक को अपनाया है।
अंबानी ने यह भी बताया कि कंपनी के 1,000 से अधिक वैज्ञानिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिन्यूएबल एनर्जी और एडवांस डिजिटल टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं। इनका मकसद भारत को तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है।
उन्होंने यह भी ज़ोर देकर कहा कि भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को वैश्विक स्तर पर लीडर बनाने के लिए रिलायंस अपने उत्पादन ढांचे को आधुनिक बना रहा है। अंबानी का मानना है कि भारत आज दुनिया में आत्मविश्वास से अपनी पहचान बना रहा है, और रिलायंस इस बदलाव का एक अहम भागीदार है।
आख़िर में उन्होंने सभी निवेशकों और ग्राहकों को विश्वास जताने के लिए धन्यवाद दिया और आश्वस्त किया कि रिलायंस आगे भी देश के विकास में सक्रिय रूप से योगदान देता रहेगा।
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