Gold Prices: लो भैया, सोने की कीमतें तीन हफ्ते के निचले स्तर पर, अब आगे क्या होगा

Gold Prices: डॉलर की मजबूती से सोना तीन सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया है। फेडरल रिजर्व की नीतियों और जैक्सन होल संगोष्ठी से सोने की दिशा तय होगी।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 20 Aug 2025 8:58 AM IST
Gold Silver rate
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Gold Silver rate News (Image From Social Media

Gold Prices: सोने की कीमतें तीन सप्ताह के अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई हैं। ऐसा डालर की मजबूती के चलते हुए है। निवेशकों को अब अमेरिकी फेडरल बैंक की नीतियों के ब्योरे का इंतजार है। इस बीच एक और सवाल भारत में उठा है कि क्या फिजिकल गोल्ड और गोल्ड इटीएफ के लिए अलग अलग नियम होने चाहिए।

मोटे तौर पर देखें तो एक अगस्त के बाद से हाजिर सोना अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँचने के बाद 0.1% गिरकर 3,312.79 डॉलर प्रति औंस पर आ गया है। उधर अमेरिकी सोना वायदा दिसंबर के लिए 0.1% गिरकर 3,355.20 डॉलर पर आ गया है। इसके विपरीत अमेरिकी डॉलर सूचकांक एक सप्ताह से भी अधिक समय के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया है, जिससे अन्य मुद्राओं का उपयोग करने वाले खरीदारों के लिए सोना कम किफायती हो गया। 21-23 अगस्त तक जैक्सन होल संगोष्ठी में फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण पर निवेशकों का मुख्य फोकस है, क्योंकि निवेशक अगले महीने ब्याज दरों में कटौती के बाजार मूल्य निर्धारण के खिलाफ किसी भी प्रतिक्रिया पर नज़र रख रहे हैं। फेड की जुलाई की बैठक के बाद आज होने वाली बैठक से केंद्रीय बैंक के नीतिगत रुख के बारे में और जानकारी मिलने की उम्मीद है।

भारत में 24 कैरेट सोने के आज के रेट 0.46 प्रतिशत गिरावट के साथ 99170 रुपये प्रति 10 ग्राम हैं जबकि 22 कैरेट सोना 90840 के रेट के आसपास है। जबकि उत्तर प्रदेश में 40 रुपये की गिरावट के साथ 22 कैरेट सोना 93350 प्रति 10 ग्राम व 24 कैरेट सोना 98020 प्रति 10 ग्राम के आसपास है। 24 कैरेट सोना यूपी में जहां नेशनल रेट से नीचे है वहीं 22 कैरेट सोना नेशनल रेट से ऊपर है।

सोने की उठापटक ने आम आदमी स्थिति बिगाड़ दी है। खासकर शादियों और त्योहारों के मौके पर सोना खरीदने की तैयारी कर रहे मध्यम वर्ग के लिए सोने की चाल समझना मुश्किल हो गया है।

वैसे तो चांदी के लिए कोई संकट नहीं है लेकिन वर्तमान दौर में चांदी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में भी इस समय गिरावट देखी जा रही है। हालाँकि विशिष्ट वास्तविक समय की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन रिपोर्ट्स बाजार में गिरावट का संकेत दे रही हैं। यह गिरावट कई कारकों से प्रभावित है, जिनमें फेडरल रिजर्व की आक्रामक टिप्पणियाँ और उच्च अमेरिकी प्रतिफल शामिल हैं, जिन्होंने कीमती धातुओं के प्रति समग्र बाजार धारणा को प्रभावित किया है। उत्तर प्रदेश में भी टैली आंशिक गिरावट का संकेत दे रही है।

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