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Nikita Roy Review: सोनाक्षी सिंहा की सुपरनैचुरल हॉरर फिल्म निकिता रॉय कैसी है, जानिए
Nikita Roy Twitter Review: सोनाक्षी सिंहा की फिल्म निकिता रॉय कैसी है, जानिए रिलीज होने से पहले फिल्म का रिव्यू
Nikita Roy Review (Image Credit-Social Media)
Nikita Roy Review: सोनाक्षी सिंहा की फिल्म निकिता रॉय जिसका दर्शकों को काफी लंबे समय से इंतजार था। अब जाकर उनका ये इंतजार खत्म होने वाला है क्योंकि फिल्म इस हफ्ते यानि 18 जुलाई 2025 को रिलीज के लिए पूरी तरह से तैयार है। फिल्म का ट्रेलर जारी कर दिया गया है। फिल्म के ट्रेलर ने दर्शकों के मन में फिल्म को लेकर उत्सुकता और भी ज्यादा बढ़ गई है। चलिए जानते हैं निकिता रॉय दर्शकों को कितनी पसंद आने वाली है।
निकिता रॉय मूवी रिव्यू (Nikita Roy Movie Review In Hindi)-
सोनाक्षी सिंहा के भाई और नवोदित निर्देशक कुश एस सिन्हा द्वारा निर्देशित फिल्म की कहानी में खोजबीन के साथ-साथ तनावपूर्ण हॉरर तत्वों का मिश्रण है। इस फिल्म के माध्यम से पहली बार कुश एस सिंहा निर्देशन की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं। फिल्म में सोनाक्षी एक अन्वेषक की भूमिका निभा रही हैं जो अमर देव (परेश रावल) नामक एक शक्तिशाली और रहस्यमय आध्यात्मिक उपचारक के काले कारनामों का पर्दाफाश करने के लिए समय के साथ दौड़ रही है। चश्मे और दाढ़ी में अर्जुन रामपाल किसी तरह के अलौकिक शोधकर्ता की भूमिका में नज़र आ रहे हैं। निकिता सच की तलाश में एक ऐसे मोड़ पर जा पहुँचती हैं। जहाँ से मौत उसके पीछे पड़ जाती है। लेकिन उसके बाद भी वो हार नहीं मानती हैं और परेश रावल के सच को उजागर करने में जुट जाती है। सुहैल नय्यर अभिनीत, निकिता रॉय को शुरुआत में एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर के रूप में प्रचारित किया गया था। हालाँकि, निर्माताओं ने फिल्म में अलौकिक तत्वों को खूब दिखाया है।
सोशल मीडिया पर एक्टर-मॉडल कुलदीप गढ़वी ने निकिता रॉय को 4 स्टार दिए और इसे एक बेहतरीन फिल्म बताया। उन्होंने लिखा, "सेंसर स्क्रीनिंग वाली फिल्म निकिता रॉय देखी... क्या ही बेहतरीन फिल्म है। कुश एस सिन्हा ने जिस तरह से सुपरनैचुरल हॉरर का निर्देशन किया है, वह लाजवाब है। फिल्म की कहानी, पटकथा, संवाद, छायांकन और लेखन बेहतरीन है। फिल्म के 1 घंटा 54 मिनट देखने लायक हैं। फिल्म आपको शुरू से अंत तक बांधे रखती है। सोनाक्षी सिन्हा ने अपने किरदार को बेहतरीन तरीके से निभाया है, उनकी मेहनत, उनका व्यक्तित्व, उनके संवाद बोलने का अंदाज़ दमदार है। परेश रावल उन लोगों की मदद करते हैं जो सुपरनैचुरल से परेशान हैं। उन्होंने क्या ही शानदार काम किया है। वह एक लीजेंड हैं। कुल मिलाकर, निकिता रॉय, यह एक बाप-दादा सुपरनैचुरल हॉरर फिल्म है। यह कुश की पहली फिल्म है, लेकिन मैं कहूंगा कि उन्होंने एक मजेदार फिल्म बनाई है।"
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