पुरुषों के यौन कमजोरी से लेकर 100 बीमारियों पर काल बनकर टूटती है ये एक सस्ती सी काली चीज, बस जान लें 15 दिनों का ये फॉर्मूला!

Pippali Benefits: पिप्पली एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक औषधि है, जो पाचन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, श्वसन और यौन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है।

Akriti Pandey
Published on: 22 Oct 2025 12:56 PM IST (Updated on: 22 Oct 2025 12:59 PM IST)
Pippali Benefits
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Pippali Benefits

Pippali Benefits: पिप्पली (Piper Longum), जिसे लंबी मिर्च भी कहा जाता है, भारतीय आयुर्वेद में एक अत्यंत प्रभावशाली और बहुउपयोगी औषधि मानी जाती है। इसका उल्लेख चरक संहिता सहित अनेक प्राचीन ग्रंथों में किया गया है, जहाँ इसे पाचन सुधारक, शक्तिवर्धक और बल्य रसायन के रूप में वर्णित किया गया है। इसका उपयोग प्राचीन काल से ही कई प्रकार के रोगों के इलाज में किया जा रहा है।

पाचन शक्ति को बढ़ाए

पिप्पली की सबसे प्रमुख विशेषता इसकी जठराग्नि (Digestive Fire) को तेज करने की क्षमता है। इससे पाचन क्रिया सुधरती है और भूख में वृद्धि होती है। यदि एक चुटकी पिप्पली चूर्ण को घी के साथ भोजन से पहले लिया जाए, तो गैस, अपच, और पेट फूलना जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। यह पाचन तंत्र को संतुलित करता है और भोजन को आसानी से पचाने में मदद करता है।

श्वसन तंत्र को दे राहत

पिप्पली श्वसन संबंधी रोगों में भी बेहद लाभकारी है। इसका काढ़ा या चूर्ण खांसी, बलगम, श्वास की तकलीफ और अस्थमा जैसी समस्याओं में राहत देता है। यह फेफड़ों से बलगम को निकालने में मदद करता है और गले की खराश को शांत करता है। सर्दी-जुकाम की स्थिति में इसका सेवन बहुत फायदेमंद माना गया है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा

पिप्पली एक प्राकृतिक रसायन (Rejuvenator) के रूप में कार्य करती है, जो शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है। इसके नियमित सेवन से इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है और व्यक्ति बार-बार बीमार नहीं पड़ता। यह शरीर को अंदर से पोषण प्रदान करती है और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।

पुरुषों के लिए विशेष लाभकारी

आयुर्वेद में पिप्पली को बलवर्धक और वीर्यवर्धक औषधियों में गिना गया है। यह पुरुषों में यौन दुर्बलता, थकावट, और वीर्य की कमी जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक है। इसके नियमित सेवन से शारीरिक ऊर्जा और यौन स्वास्थ्य में सुधार होता है।

बुखार और अन्य लाभ

पिप्पली बुखार में भी उपयोगी है क्योंकि यह शरीर से पसीना निकालकर तापमान को नियंत्रित करती है। इसमें मौजूद पाइपरीन (Piperine) नामक तत्व शरीर में अन्य औषधियों के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे उनके गुण अधिक प्रभावी ढंग से काम करते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट और लिवर की सुरक्षा

पिप्पली में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, और हिपैटोप्रोटेक्टिव (लिवर-संरक्षक) गुण होते हैं। ये शरीर के अंगों को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं, खासकर यकृत (लिवर) को।

Disclaimer: यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है। हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है। NEWSTRACK इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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