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अपच से परेशान हैं? तो जानिए बरसात के मौसम में क्या खाएं और कब तक पचता है खाना! मिनटों में होगा समाधान
Indigestion In Monsoon Season: आइए आपको इस लेख में बताते हैं कि बरसात के मौसम में खाना कितनी देर में पचता है और क्या खाना चाहिए जिससे पाचन से जुड़ी समस्याओं से बचा जा सके।
Indigestion In Monsoon Season (photo credit: social media)
Indigestion In Monsoon Season: बारिश का मौसम जहां मन को राहत और सुकून देता है, वहीं इस मौसम में कई तरह की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं भी जन्म ले लेती हैं। इस मौसम में वातावरण में नमी ज्यादा होती है जिससे पाचन क्रिया पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आयुर्वेद और मॉडर्न हेल्थ रिपोर्ट्स दोनों ही इस बात की पुष्टि करते हैं कि मानसून के दौरान हमारी डाइजेस्टिव फायर (अग्नि) बेहद कमजोर हो जाती है, जिससे खाना पचाने की क्षमता बहुत कम हो जाती है। आइए आपको इस लेख में बताते हैं कि बरसात के मौसम में खाना कितनी देर में पचता है और क्या खाना चाहिए जिससे पाचन से जुड़ी समस्याओं से बचा जा सके।
बरसात में पाचन की स्थिति कैसी होती है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मानसून में हमारी पाचन क्रिया लगभग 30 से 40% तक कम हो जाती है। जहां गर्मियों के मौसम में साधारण भोजन 4 से 5 घंटे में पच जाता है, वहीं बरसात में यही प्रक्रिया 6-8 घंटे ज्यादा लग सकता है। इसके पीछे कारण है ह्यूमिडिटी और शरीर में गैस्ट्रिक जूस का कम स्राव। इसके अलावा इस मौसम में पाचन तंत्र बहुत सुस्त हो जाता है, जिससे गैस, अपच, एसिडिटी, दस्त, फूड पॉयजनिंग जैसी दिक्कतें आम हो जाती हैं। ऐसे में आवश्यक है कि हम ऐसा आहार लें जो हल्का, सुपाच्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला हो।
बरसात के मौसम में क्या खाना चाहिए?
1. हल्का और सुपाच्य भोजन लें
बारिश के मौसम में खिचड़ी, मूंग दाल, दलीया, रागी, ओट्स और उबली सब्जियां सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं। ये जल्दी पच जाते हैं और पेट पर अधिक दबाव नहीं डालते।
2. गर्म और ताजा भोजन का ही सेवन करें
मानसून में बासी या फ्रिज का खाना खाने से फूड पॉयजनिंग का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मानसून में बैक्टीरियल सबसे तेजी से फैलते है। इसलिए ताजा, गरमागरम भोजन ही खाएं।
3. मसाले और औषधीय तत्वों का इस्तेमाल करें
अदरक, हींग, अजवाइन, हल्दी और काली मिर्च का सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें। ये पाचन क्रिया को दुरुस्त करते हैं और गैस, एसिडिटी जैसी समस्या से बचाते हैं।
4. हरी पत्तेदार सब्जियों से बचें
बारिश के मौसम में पालक, मेथी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों में मिट्टी और कीटाणु लगे होते हैं, जिससे पेट के संक्रमण हो सकते हैं। अगर लेना ही हो तो अच्छी तरह धोकर और पकाकर खाएं।
5. दही की बजाय छाछ लें
दही की तासीर ठंडी होती है, जिससे बलगम बन सकता है। इसकी बजाय छाछ में थोड़ा काला नमक और भुना जीरा डालकर पिएं, यह पाचन के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।
6. मौसमी फलों का सेवन करें
मौसमी फल जैसे कि जामुन, नाशपाती, सेब और अनार। ये न सिर्फ इम्यूनिटी बढ़ाते हैं बल्कि फाइबर से भरपूर होते हैं जो पाचन को बेहतर बनाते हैं।
किन चीजों से बचना चाहिए?
- स्ट्रीट फूड और कटे हुए फलों से बचें
- बहुत अधिक ऑयली और फ्राइड आइटम न खाएं
- ज्यादा ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक या आइसक्रीम न लें
- दिन में बार-बार थोड़ा-थोड़ा खाना खाएं, एक बार में भारी भोजन न करें
बता दे, बारिश का मौसम जितना सुहावना होता है, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी होता है हमारे शरीर के लिए। सही खानपान अपनाकर हम मानसून में पाचन संबंधी दिक्कतों से बच सकते हैं। हेल्थ रिपोर्ट्स और आयुर्वेद दोनों इस बात पर जोर देते हैं कि हल्का, गर्म और ताजा भोजन ही इस मौसम का मंत्र है। यदि आप भी अपने खानपान में थोड़ी सतर्कता बरतें, तो बरसात के दिनों का आनंद बिना किसी पेट की चिंता के लिया जा सकता है।
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