3 हजार पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में चंदोला में होगा अतिक्रमण, 2.5 लाख वर्ग मीटर पर चलेगा बुलडोजर

Bulldozer Action: अहमदाबाद में चंडोला तालाब पर अवैध अड्डा बना चुके लोगों के खिलाफ फिर बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हो गई है।

Newstrack Network
Published on: 20 May 2025 10:14 AM IST
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Bulldozer Action: अहमदाबाद में चंडोला तालाब पर अवैध अड्डा बना चुके लोगों के खिलाफ फिर बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हो गई है। ये तीसरी बार है जब तालाब के किनारे बने गैरकानूनी घरों, झुग्गियों और दुकानों को गिराया जा रहा है। इस बार प्रशासन ने कुल तीन दिन की डिमोलिशन मुहिम चलाई है, जिसमें करीब आठ हजार अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने का लक्ष्य रखा गया है। जानकारी के लिए बता दें कि नगर निगम और पुलिस कमिश्नर की देख‑रेख में चल रही इस कार्रवाई में 50 बुलडोजर, 50 निगम की टीमें और करीब 3 हजार पुलिसकर्मी जसमें जेसीपी, एडीसीपी, छह डीसीपी, एसीपी, पीआई और 25 एसआरपी कंपनियां मौजूद हैं। पहले चरण में चार हजार से ज्यादा अवैध निर्माणों को गिराया जा चुका है, जिससे 1.5 लाख वर्ग मीटर जमीन खाली हुई थी। इस दूसरे चरण के बाद कुल 2.5 लाख वर्ग मीटर जगह आबादी से मुक्त हो जाएगी।

अवैध निर्माण को हटाने का आदेश

नगर निगम ने पहले चरण के बाद पूरे इलाके का सर्वे किया था, जिसमें करीब आठ हजार अवैध निर्माण मिले। जिन्हें खाली करने के आदेश पहले ही जारी किए जा चुके थे। निगम के अधिकारी कहते हैं कि 2010 से पहले यहां रहने वाले कानून में फिट बैठने वाले लोगों को वैकल्पिक आवास भी मुहैया कराया जाएगा उसके लिए सभी जरूरी फॉर्म वितरित कर दिए गए हैं। वैध पाए जाने पर इन्हें शीघ्र नई झुग्गी‑बस्ती या आवासीय ब्लॉक में जगह दी जाएगी।

यह भी बता दें कि इस पूरे इलाके में सबसे ज़्यादा ध्यान बांग्लादेशी नागरिकों पर है। पुलिस कमिश्नर जी.एस. मलिक का कहना है कि चंदोला तालाब के किनारे बने कई घर अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के कब्जे में थे, जो गैरकानूनी गतिविधियों में भी लिप्त थे। पिछले महीने शहर में पकड़े गए 250 अवैध बांग्लादेशियों में से 207 इसी इलाके से जुड़े थे। इससे पहले 2009 में 95 अवैध बांग्लादेशी यहां से गिरफ्तार हुए थे, तब भी एक बड़ी डिमोलिशन कार्रवाई हो चुकी है।

दो चरणों में हुई कार्रवाई

पहले चरण के दौरान स्थानीय लोगों ने गुजरात हाईकोर्ट तक पहुंचकर कार्रवाई पर रोक लगाने की कोशिश की थी, लेकिन कोर्ट ने तालाब पर मौजूद सभी निर्माणों को अवैध करार देते हुए डेमॉलिशन जारी रखने का आदेश दे दिया था। इसके बाद प्रशासन ने तेजी से काम करते हुए चार हजार से ज्यादा ढांचे गिरा दिए। अब दूसरे चरण में बाकी बचे लगभग आठ हजार घरों, ईंट मटोली दुकानों और झुग्गियों को हटाकर तालाब का एक बड़ा हिस्सा साफ़ किया जाएगा। प्रशासन ये भी सुनिश्चित कर रहा है कि खाली हुई जगह पर कोई नई अवैध बस्ती न बस सके। इसलिए निगरानी कैमरों के साथ‑साथ पुलिस भी नियमित गश्त करेगी।

स्थानीय व्यापारी और तालाब के आस‑पास रहने वाले लोग बताते हैं कि तालाब का पानी और आसपास का सौंदर्य इस अवैध कब्जे की वजह से लंबे समय से खराब हुआ था। उन्हें उम्मीद है कि अब तालाब का पानी फिर से भरने की व्यवस्था होगी, आसपास का इलाका साफ़‑सुथरा दिखेगा और परिवार यहां शाम की सैर‑सपाटे के लिए आ सकेंगे। नगर निगम का कहना है कि ये कार्रवाई पूरे शहर में किसी भी सार्वजनिक संपत्ति पर अवैध अतिक्रमण को रोकने की एक कड़ी मिसाल बनेगी। अगले कुछ हफ्तों में तालाब के नवीनीकरण का काम भी शुरू होगा, जिससे चंदोला तालाब फिर से पूरे शहर के लिए एक हरीतिमा भरी झिलमिलाती जगह बनकर उभरेगा।

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Sonali kesarwani

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Content Writer

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