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गुजरात में नए चेहरों की ताजपोशी! 2 डिप्टी सीएम का सस्पेंस..जानें भूपेंद्र कैबिनेट फेरबदल की असली वजह
Gujarat cabinet reshuffle: गुजरात की राजनीति में हलचल, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दिया। आज नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण, कई नए चेहरों को मौका मिल सकता है।
Gujarat cabinet reshuffle: गुजरात की राजनीति में बीते दिन अचानक बड़ी हलचल मच गई है, जब मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया। अब आज शुक्रवार सुबह 11:30 बजे गांधीनगर में नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें नए चेहरें को जगह मिल सकती है। 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के बीच इस फेरबदल को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आलाकमान की तरफ से राज्य में चुनावी रणनीति को नए सिरे से साधने की बड़ी कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
शाह और नड्डा की मौजूदगी में मंथन
इस बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह देर रात गुजरात पहुंच चुके हैं, जबकि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी गुरुवार शाम को गांधीनगर पहुंचे थे। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी पहले ही गुजरात में मौजूद थे। रात 9 बजे मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के आवास पर मंत्रिमंडल को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसके बाद राज्यपाल को नए मंत्रियों की सूची सौंप दी गई है।
पुराने 16 मंत्रियों के इस्तीफे के बाद अब मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या बढ़कर 26 होने की संभावना है, जबकि अधिकतम सीमा 27 है। अटकलें हैं कि इस बार दो उप-मुख्यमंत्री भी बनाए जा सकते हैं। देर रात तक चले मंथन के बाद यह तय माना जा रहा है कि निवर्तमान मंत्रिपरिषद के सिर्फ एक-दो चेहरों को ही नई टीम में जगह मिलेगी, और कई नए चेहरों को पदोन्नति के साथ वापसी मिल सकती है।
फेरबदल की असली वजह
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस बड़े फेरबदल की मुख्य वजह आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव और उससे पहले होने वाले निकाय चुनाव हैं।
- आलाकमान की असंतुष्टि: मौजूदा सरकार के अधिकांश मंत्री बीजेपी आलाकमान की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए हैं। हाल ही में विसावदर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की हार (आप के गोपाल इटालिया से) ने शीर्ष नेतृत्व की चिंता बढ़ा दी है।
- सत्ता विरोधी लहर को थामना: नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री कार्यकाल के बाद से गुजरात में लगातार नेतृत्व बदला है। आनंदीबेन पटेल और विजय रूपाणी सरकारों के अचानक इस्तीफे के बाद अब भूपेंद्र पटेल सरकार में यह फेरबदल तब हुआ है, जब जनता में सत्ता विरोधी लहर का असर महसूस होने लगा है।
- पुराने दिग्गजों की वापसी: चर्चा है कि विसावदर के नतीजों ने पार्टी को बेचैन कर दिया है। संगठन में ताकतवर माने जाने वाले, लेकिन किन्हीं कारणों से दरकिनार किए गए नेताओं को अब बड़ी जिम्मेदारी और पद देकर वापस लाया जाएगा।
नए मंत्रिमंडल में कौन?
नए मंत्रिमंडल में बड़े स्तर पर बदलाव देखने को मिलेंगे। संभावना है कि 16 में से 7 से 10 मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा, जबकि केवल 3 से 5 मंत्री ही रिपीट हो सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस से बीजेपी में आए नेताओं को बड़ा मौका मिल सकता है। नए चेहरों में अर्जुन मोढवाड़िया, अल्पेश ठाकोर, सीजे चावड़ा और हार्दिक पटेल को मंत्री पद मिल सकता है। सौराष्ट्र क्षेत्र से जयेश रादडिया और जीतू वाघानी का भी मंत्रिमंडल में जगह पाना लगभग तय माना जा रहा है। बीजेपी का फोकस खास तौर पर पाटीदारों और उत्तर गुजरात के ठाकोर समुदाय पर रहेगा, जिन्हें तवज्जो दी जाएगी।
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