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Kedarnath: मंत्रोच्चारण के साथ खुले केदारनाथ धाम के कपाट, मनमोहक तस्वारों में करें बाबा के दर्शन
Kedarnath Kapat: कपाट खुलने के बाद मंदिर परिसर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।
Photo; Social Media
Kedarnath Kapat: शुक्रवार की सुबह मंत्रोच्चार और श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच भगवान शिव के पावन धाम श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा की गई और चारों ओर जय बाबा केदार के जयघोष गूंज उठे। इस पावन अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री धामी ने बाबा केदारनाथ की पूजा-अर्चना की और श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह वह शुभ घड़ी है जिसका सभी श्रद्धालु साल भर इंतजार करते हैं। मैं आप सभी का बाबा के इस पावन धाम पर हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता हूं। कपाट खुलने के बाद मंदिर परिसर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। मंदिर और आसपास का वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना हुआ है। दूर-दराज से आए श्रद्धालु इस मौके पर भाव-विभोर हो उठे। मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि इस बार यात्रा को पूरी तरह व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। उन्होंने कहा कि 2024 की यात्रा समाप्त होते ही हमने 2025 की यात्रा के लिए तैयारियां शुरू कर दी थीं। हमारा प्रयास है कि देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा ना हो। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि दो दिन बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे, जिसके बाद चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से शुरू हो जाएगी।
प्रधानमंत्री के नाम की हुई विशेष पूजा
इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से विशेष पूजा भी की। धामी ने कहा कि हमने आज बाबा केदारनाथ से प्रार्थना की है कि प्रधानमंत्री को शक्ति और सुरक्षा प्रदान करें और देश में आतंकवाद व अलगाववाद की जड़ें समाप्त हों। पहलगाम में हाल ही में हुई घटना के दोषियों को बाबा का न्याय अवश्य मिलेगा। चारधाम यात्रा के इस पावन शुभारंभ के साथ उत्तराखंड एक बार फिर श्रद्धा और आस्था का केंद्र बन गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज बहुत अच्छा दिन है। हमारे प्रधानमंत्री बाबा के अनन्य भक्त हैं। उनके नाम से यहां हर बार पहली पूजा होती है। इस बार भी पूजा की गई है कि बाबा उन्हें(प्रधानमंत्री मोदी) देश का नेतृत्व लंबे समय तक करने की शक्ति दें। हमारा प्रयास है कि इस यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा सरल हो। यहां पर नवनिर्माण और पुन:निर्माण का कार्य 2014 के बाद से शुरू हुआ है। 2013 की आपदा के बाद यह पूरा परिसर क्षतिग्रस्त हो गया था। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इस नवनिर्माण और पुन:निर्माण के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का हमारा प्रयास है।
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