इश्क में तख्त-ओ-ताज कुर्बान करने वाले ये नेता, रुला देगी 'चंद्र मोहन और फिज़ा' की मोहब्बत की दास्तान

Love and Politics: इश्क ने कई सियासी नेताओं का सियासत में सफर खत्म कर दिया...

Snigdha Singh
Published on: 26 May 2025 11:35 AM IST
इश्क में तख्त-ओ-ताज कुर्बान करने वाले ये नेता, रुला देगी चंद्र मोहन और फिज़ा की मोहब्बत की दास्तान
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Political Leaders lost Career after Lover Affairs

Love and Politics: राजनीति और प्रेम दोनों ही ऐसे क्षेत्र हैं जहां संतुलन बनाए रखना आसान नहीं होता। इतिहास गवाह है कि तख्त-ओ-ताज छोड़कर मोहब्बत को गले लगाने वाले किरदारों की कहानियां हर दौर में चर्चित रही हैं। लेकिन लोकतांत्रिक राजनीति में यह संतुलन और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है, खासकर जब प्रेम सार्वजनिक हो जाए और सामाजिक मान्यताओं से टकरा जाए।

भारतीय राजनीति में कई ऐसे उदाहरण हैं, जहां नेताओं का राजनीतिक करियर प्रेम संबंधों की वजह से या तो रुक गया या पूरी तरह खत्म हो गया। सामाजिक दबाव, पारिवारिक असहमति और राजनीतिक दलों की दूरी ने ऐसे नेताओं को अकेला कर दिया। जिस तरह राजद सुप्रीमो ने तेज प्रताप को बाहर का रास्ता दिखा दिया, वैसे ही कई नेताओं को इश्क करने की बड़ी भरपाई करनी पड़ी।

चंद्र मोहन और फिज़ा, एक हाई-प्रोफाइल मोहब्बत और दुःखद अंत

हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन का प्रेम प्रसंग देशभर में सुर्खियों में रहा था। उन्होंने इस्लाम कबूल कर अपना नाम ‘चाँद मोहम्मद’ रखा और अनुराधा बाली से निकाह किया, जो बाद में ‘फिज़ा’ के नाम से चर्चित हुईं। यह रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल पाया और फिज़ा की मौत रहस्यमय हालात में हुई। चंद्र मोहन का राजनीतिक सफर इस विवाद के बाद कभी पटरी पर नहीं लौट सका। यह मामला राजनीति में निजी फैसलों के सार्वजनिक प्रभाव की एक बड़ी मिसाल बन गया।

रोहतास के नेता का प्रेम और राजनीतिक पतन

बिहार के रोहतास जिले के एक प्रभावशाली नेता जो कभी जनता पार्टी सरकार में शीर्ष पदों पर रहे उनके बेटे की कहानी भी कम सनसनीखेज नहीं थी। विधायक बनने के बाद एक विश्वविद्यालय छात्रा के साथ उनके संबंधों की तस्वीर एक पत्रिका में छपी, जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो गया। इसका असर इतना हुआ कि न सिर्फ उनका राजनीतिक करियर समाप्त हो गया, बल्कि पिता ने भी उनसे नाता तोड़ लिया।

बेटे की मोहब्बत ने खत्म की मां की राजनीति

अस्सी के दशक में कांग्रेस से विधायक रही एक महिला नेता को अपने बेटे के प्रेम प्रसंग की कीमत खुद चुकानी पड़ी। उनके बेटे का एक आदिवासी अधिकारी की पत्नी से संबंध चर्चा का विषय बन गया। मामला इतना तूल पकड़ गया कि महिला नेता को धीरे-धीरे पार्टी और राजनीति से बाहर होना पड़ा।

जब दुनिया के सामने बयां किया इश्क तो दिखा दिया बाहर का रास्ता

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव एक बार फिर अपने निजी जीवन को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला और भी गंभीर हो गया जब तेज प्रताप ने सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रेमिका का खुलासा किया। तेज प्रताप ने अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए अनुष्का यादव को अपनी गर्लफ्रेंड बताया। उन्होंने लिखा कि वे दोनों पिछले 12 वर्षों से एक-दूसरे को जानते हैं और प्यार करते हैं। यह पोस्ट कुछ देर बाद डिलीट कर दिया गया, लेकिन फिर दोबारा पोस्ट किया गया। बाद में दो से तीन घंटे के भीतर वह पोस्ट फिर से फेसबुक से हटा लिया गया। तेज प्रताप की इस पोस्ट ने न सिर्फ सोशल मीडिया पर हलचल मचाई, बल्कि उनके परिवार और पार्टी में भी गहमागहमी का माहौल बना दिया। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया और तेज प्रताप को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

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Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh, leadership role in Newstrack. Leading the editorial desk team with ideation and news selection and also contributes with special articles and features as well. I started my journey in journalism in 2017 and has worked with leading publications such as Jagran, Hindustan and Rajasthan Patrika and served in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi during my journalistic pursuits.

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