TRENDING TAGS :
अमरनाथ यात्रा पर मंडराया मौत का साया! पाकिस्तानी आतंकी रच रहे खून की साजिश, देश में सनसनी!
Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले का खतरा गहरा गया है। TRF और पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश की आशंका है। पहलगाम में हुए हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है।
Amarnath Yatra 2025
Amarnath Yatra 2025: पहलगाम आतंकी हमले के बाद 3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। इसे लेकर खुफिया एजेंसियों ने भी चेतावनी दी है। एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तानी आतंकियों का खूनी मंसूबा तैयार है, और अमरनाथ यात्रा इस बार उनका अगला टारगेट हो सकता है। ऐसे में खुफिया एजेंसियां और सुरक्षा बल सतर्क हैं।
TRF के निशाने पर अमरनाथ यात्रा?
जानकारी के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों ने खासतौर पर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन 'द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF)' द्वारा इस बार अमरनाथ यात्रा के दौरान बड़े हमले की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। यह वही संगठन है जिसने 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। वहीं सुरक्षा एजेंसियां इस बात को लेकर परेशान हैं कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पर्यटकों को निशाना बनाने वाले पाकिस्तानी आतंकी अभी भी फरार हैं और अब वह अमरनाथ यात्रा के दौरान हमले की प्लानिंग बना सकते हैं।
कश्मीर की खूबसूरत वादियों में छिपे हैं खूनी दरिंदे
22 अप्रैल को हमला करने वाले आतंकी अब भी कश्मीर की पीर जंजाल की पहाड़ियों में छिपे होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि ये इलाका सीधे अमरनाथ की पवित्र गुफा तक जाता है। इसी रूट पर रोजाना 15,000 से ज्यादा श्रद्धालु यात्रा करेंगे। लिहाजा यहां काफी खतरा बना हुआ है। ऐसे में यहां सुरक्षा बल रणनीतिक रूप से तैनात हैं।
पहली बार 'नो फ्लाई जोन' बना अमरनाथ क्षेत्र
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर पहली बार एक बड़ा कदम उठाया गया है। दरअसल, इस बार अमरनाथ यात्रा मार्ग को पहली बार 'नो फ्लाई जोन' घोषित किया गया है। हेलीकॉप्टर सेवाएं बंद, इलाके को छोटे-छोटे सुरक्षा सेक्टर्स में बांट दिया गया है, और 42,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
अमरनाथ यात्रा का शेड्यूल
अमरनाथ यात्रा की शुरुआत: 3 जुलाई, 2025 (पहलगाम और बालटाल दोनों मार्ग)
अमरनाथ यात्रा की समाप्ति: 9 अगस्त, 2025
अनिवार्य: रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडी (RFID) कार्ड और परमिट अनिवार्य
श्रद्धालु का पंजीकरण शुल्क: 150 रुपये
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge