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एक ऐसी राजकुमारी, जिसकी मौत अब भी है रहस्यमयी, क्या थे विवाद जिसकी वजह से हुआ था कत्ल या कुछ और, आइए जानते हैं
Princess Diana Ke Maut ka Rahasya: प्रिंसेस डायना मौत अब भी एक रहस्य है - एक ऐसा रहस्य, जो अभी तक सुलझा नहीं है।
Mystery Of Princess Diana Death: 31 अगस्त 1997 की रात इतिहास में एक ऐसे काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गई जिसने करोड़ों दिलों को तोड़ दिया। पेरिस की सुरंग में हुई एक भीषण कार दुर्घटना में ब्रिटिश राजघराने की सबसे चहेती, खूबसूरत और मानवीय संवेदनाओं से भरी राजकुमारी डायना ने अपनी आखिरी सांस ली। पूरी दुनिया स्तब्ध रह गई, शोक की लहर सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं, बल्कि हर उस देश में दौड़ पड़ी जहां लोग उन्हें एक राजकुमारी से कहीं बढ़कर मानते थे ।
लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, इस दर्दनाक हादसे के पीछे कई सवाल उठने लगे। क्या यह वास्तव में एक महज़ दुर्घटना थी? या फिर पर्दे के पीछे कोई ऐसा सच छिपा है जिसे छुपाया जा रहा है? डायना की रहस्यमयी मौत ने षड्यंत्र सिद्धांतों को जन्म दिया। जिन्होंने इस घटना को सिर्फ एक दुर्घटना नहीं बल्कि एक ‘राजशाही रहस्य’ बना दिया।
इस लेख में हम डायना की मृत्यु से जुड़े सभी प्रमुख तथ्यों, घटनाक्रमों और उन साजिशी सिद्धांतों की गहराई से पड़ताल करेंगे, जिन्होंने आज तक इस हादसे को संदेह के घेरे में रखा हुआ है।
प्रिंसेस डायना कौन थीं?
डायना फ्रांसेस स्पेन्सर(Princess Diana)का जन्म 1 जुलाई 1961 को हुआ था। 1981 में उन्होंने ब्रिटेन के युवराज प्रिंस चार्ल्स से विवाह कर शाही परिवार में प्रवेश किया। यह विवाह समारोह इतना भव्य था कि उसे ‘फेयरी टेल वेडिंग’ कहा गया और पूरी दुनिया ने इसे टेलीविजन पर देखा। विवाह के बाद डायना न केवल ब्रिटिश राजघराने की सदस्य बनीं, बल्कि अपनी करुणा, संवेदनशीलता और सामाजिक सेवा के कारण वह ‘पीपल्स प्रिंसेस’ के रूप में दुनिया भर में लोकप्रिय हो गईं। उन्होंने एचआईवी/एड्स, मानसिक स्वास्थ्य, कैंसर और विशेष रूप से लैंडमाइन्स के खतरे को लेकर जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि उनका वैवाहिक जीवन सुखद नहीं रहा और प्रिंस चार्ल्स के साथ बढ़ते तनाव के चलते 1996 में दोनों का तलाक हो गया। लेकिन इस टूटे रिश्ते के बावजूद डायना ने अपने सामाजिक कार्यों और मानवीय प्रयासों को जारी रखा।
31 अगस्त 1997 की रात का वो हादसा
31 अगस्त 1997 की उस रात डायना अपने मित्र और प्रेमी डोडी अल-फायेद के साथ पेरिस के रिट्ज़ होटल में थीं। होटल से निकलने के बाद वे मर्सिडीज कार में सवार हुए, जिसमें ड्राइवर हेनरी पॉल और उनके बॉडीगार्ड ट्रेवर रीज़-जोन्स भी मौजूद थे। जैसे ही कार निकली, पापराज़ी फोटोग्राफरों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया, जिससे बचने के प्रयास में ड्राइवर ने कार की गति अत्यधिक बढ़ा दी। तेज़ रफ्तार में कार Pont de l'Alma टनल में एक खंभे से जा टकराई। इस भयावह दुर्घटना में डोडी और ड्राइवर हेनरी पॉल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि डायना को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की लेकिन भीतरी चोटों और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण कुछ घंटों बाद उनकी भी मृत्यु हो गई। इस हादसे में सिर्फ बॉडीगार्ड ट्रेवर रीज़-जोन्स ही गंभीर रूप से घायल होकर जीवित बचे। एक और दुखद पहलू यह था कि कार में सवार किसी ने भी सीट बेल्ट नहीं पहनी थी, जो शायद उनकी जान बचा सकती थी।
आखिर क्यों उठे सवाल?
डायना की मौत ने पूरी दुनिया को गहरे शोक में डुबो दिया, लेकिन साथ ही इस हादसे ने कई ऐसे रहस्य और संदेहों को भी जन्म दिया जो आज तक सवाल बने हुए हैं।
गति और सुरंग का रहस्य - पेरिस की Pont de l'Alma सुरंग को आमतौर पर कोई खतरनाक स्थान नहीं माना जाता लेकिन उस रात डायना की कार वहां करीब 95 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी, जबकि सुरंग की अधिकतम गति सीमा केवल 50 किमी/घंटा थी। कहा गया कि यह तेज़ गति पापराज़ी से पीछा छुड़ाने के प्रयास में थी, हालांकि कुछ रिपोर्टों में यह भी सामने आया कि हादसे के समय पापराज़ी थोड़ी दूरी पर थे और कार का नियंत्रण अपने आप छूटा।एक और अजीब बात यह रही कि हादसे की रात सुरंग के कैमरे सड़क की तरफ न होकर दीवार की ओर मुड़े हुए थे, जिससे घटना का कोई स्पष्ट वीडियो साक्ष्य सामने नहीं आ सका। इसके अलावा, दुर्घटना के कुछ ही घंटों में सुरंग को पूरी तरह से साफ कर दिया गया, जिससे फॉरेंसिक सबूत भी मिटा दिए गए।
ड्राइवर की शराब की रिपोर्ट - ड्राइवर हेनरी पॉल की खून की जांच में तय सीमा से तीन गुना ज्यादा अल्कोहल मिला, लेकिन उनके परिवार और करीबी लोगों ने इस बात पर संदेह जताया और कहा कि वह नशे में नहीं थे। सीसीटीवी फुटेज में भी वह सामान्य हालत में दिखाई दिए।
गर्भवती होने की अफ़वाहें - इस बीच डोडी अल-फायेद के पिता मोहम्मद अल-फायेद ने दावा किया कि डायना गर्भवती थीं और डोडी से शादी करने वाली थीं, लेकिन पोस्टमॉर्टम और वैज्ञानिक जांच में ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला। डायना के रक्त में गर्भावस्था से जुड़े कोई हार्मोन नहीं पाए गए और उनके नजदीकी मित्रों ने भी इस दावे का खंडन किया। इन तमाम सवालों और विसंगतियों ने इस दर्दनाक हादसे को केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक गहरी और रहस्यमयी साजिश के शक में खड़ा कर दिया है।
साजिश सिद्धांतों की शुरुआत
MI6 या ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों की भूमिका- प्रिंसेस डायना की मौत को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा उस संभावित साजिश की होती रही है, जिसमें ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों विशेषकर MI6 की भूमिका पर सवाल उठाए गए। डायना द्वारा लिखे गए एक पत्र ने इस शक को और हवा दी जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से लिखा था कि "मेरी कार की ब्रेक के साथ छेड़छाड़ की जा रही है और मेरी हत्या एक दुर्घटना के रूप में की जाएगी"।हालांक ब्रिटेन और फ्रांस की संयुक्त जांच विशेष रूप से ऑपरेशन पगेट में इस आरोप के समर्थन में कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला और इसे महज एक दुखद दुर्घटना करार दिया गया।
शाही परिवार की नाराज़गी - दूसरी ओर डायना और डोडी अल-फायेद के रिश्ते को लेकर भी तमाम अटकलें सामने आईं। माना जाता है कि मुस्लिम डोडी से डायना का रिश्ता शाही परिवार को असहज कर रहा था। डोडी के पिता मोहम्मद अल-फायेद ने यहां तक कहा कि शाही परिवार डायना की संभावित गर्भावस्था और अंतरधार्मिक विवाह को स्वीकार नहीं कर सकता था। हालांकि पोस्टमॉर्टम और जांच रिपोर्ट में गर्भावस्था का कोई प्रमाण नहीं मिला, जिससे इस दावे को आधार नहीं मिल सका।
फ्रांसीसी जांच पर संदेह - फ्रांसीसी जांच एजेंसियों की भूमिका पर भी कई सवाल उठे। रिपोर्ट में हादसे का कारण ड्राइवर की शराब की स्थिति, अत्यधिक गति और पापराज़ी के दबाव को बताया गया। लेकिन कई गंभीर चूकों की भी ओर इशारा किया गया जैसे CCTV फुटेज का न होना, ड्राइवर की रिपोर्ट को लेकर संदेह, और चश्मदीदों की गवाही की उपेक्षा। यही वजह है भले ही आधिकारिक रूप से इसे दुर्घटना घोषित किया जा चुका हो लेकिन आज भी इस घटना को लेकर संदेह बना हुआ है ।
Operation Paget और ब्रिटिश जांच
2004 में ब्रिटेन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने "ऑपरेशन पैजेट" (Operation Paget) नामक एक व्यापक और बहुचर्चित जांच शुरू की जिसका उद्देश्य डायना की मौत से जुड़ी साजिश संबंधी सभी आशंकाओं और आरोपों की निष्पक्ष पड़ताल करना था। इस जांच के अंतर्गत एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई जो लगभग 800 पन्नों की थी। रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया कि डायना की मौत के पीछे किसी साजिश के प्रमाण नहीं मिले हैं। इसमें यह भी स्पष्ट किया गया कि डायना गर्भवती नहीं थीं और उनकी मृत्यु एक दुखद दुर्घटना का परिणाम थी। जिसका मुख्य कारण था ड्राइवर की शराब के नशे में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना और पापराज़ी फोटोग्राफरों द्वारा पीछा किया जाना। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि जांच के दौरान कुल 175 से अधिक साजिश सिद्धांतों की विस्तार से जांच की गई थी लेकिन किसी को भी प्रमाणिक नहीं पाया गया। इसके बावजूद, डायना की असमय मौत और उससे जुड़ी विसंगतियों के चलते आज भी कई लोग इस रिपोर्ट को पूरी तरह स्वीकार नहीं करते और साजिश के सवाल अब भी सार्वजनिक चर्चा का हिस्सा बने हुए हैं।
जनता की राय और सांस्कृतिक प्रभाव
प्रिंसेस डायना की मौत ने जैसे पूरी दुनिया की भावनाओं को झकझोर दिया। हादसे के बाद लंदन के केंसिंग्टन पैलेस के बाहर लाखों लोग इकट्ठा हुए, जिन्होंने फूलों, मोमबत्तियों और श्रद्धांजलियों के माध्यम से अपने गहरे शोक और सम्मान को व्यक्त किया। डायना की लोकप्रियता केवल एक शाही सदस्य के रूप में नहीं बल्कि एक संवेदनशील, साहसी और समाजसेवी महिला के रूप में थी, जिसने उन्हें आम जनता के दिलों में एक खास स्थान दिलाया। उनकी असामयिक और रहस्यमयी मौत ने लोगों को न सिर्फ भावनात्मक रूप से तोड़ा बल्कि एक पूरी पीढ़ी के मन में यह सवाल भी पैदा कर दिया कि क्या दुनिया की ताकतवर ताकतें सच में किसी को चुप कराने के लिए इस हद तक जा सकती हैं? यही वजह है कि डायना की मौत आज भी एक रहस्य की तरह लोगों के ज़हन में जिंदा है।
डायना की भविष्यवाणी?
प्रिंसेस डायना की मौत को लेकर साजिश की आशंकाएं केवल बाहरी विश्लेषणों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि खुद डायना के कुछ बयानों और लिखित पत्रों ने इन संदेहों को और गहरा कर दिया। उन्होंने कई बार अपने करीबी दोस्तों और स्टाफ से यह साझा किया था कि उन्हें अपने जीवन को लेकर असुरक्षा महसूस होती है और उन्हें लगता है कि कुछ ताकतवर लोग उन्हें हटाना चाहते हैं। 1995 में उन्होंने अपने निजी बटलर पॉल बरेल को एक पत्र लिखा था, जिसमें साफ तौर पर कहा गया था कि “मेरे जीवन का यह दौर सबसे खतरनाक है। कोई मेरी कार में ब्रेक फेल होने जैसी दुर्घटना की साजिश रच रहा है, जिससे मेरे सिर में गंभीर चोट लगे और रास्ता चार्ल्स के लिए साफ हो जाए"।हालांकि डायना ने सार्वजनिक रूप से कभी यह दावा नहीं किया कि उनकी जान को सीधा खतरा हैलेकिन मीडिया और निजी बातचीत में उनके कई ऐसे संकेत मिले, जिनसे यह स्पष्ट होता है कि वे डर और दबाव में थीं। उनके इन बयानों और पत्रों ने उनकी मौत के बाद साजिश की थ्योरी को और भी ताकत दी, जिसे लेकर आज तक दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में चर्चा जारी है।
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