ध्यान से होता है चमत्कार! क्यों कहते हैं इसे मानसिक शक्तियों को जागृत करने का दिन? जानिए वर्ल्ड मेडिटेशन डे का रहस्य

World Meditation Day 2025: क्या आप जानते हैं केवल 10 मिनट का ध्यान करके आप अपने दिन भर के तनाव को दूर कर सकते हैं? 21 मई को हर साल विश्व ध्यान दिवस मनाया जाता है, जो हमें आत्म-चिंतन मानसिक शांति और आंतरिक संतुलन बनाये रखने की हिम्मत प्रदान करता है।

Priya Singh Bisen
Published on: 20 May 2025 5:17 PM IST
World Meditation Day 2025
X

World Meditation Day 2025 (photo: social media)

World Meditation Day 2025: क्या आप जानते हैं केवल 10 मिनट का ध्यान (Meditation) करके आप अपने दिन भर के तनाव (Stress) को दूर कर सकते हैं? 21 मई को हर साल विश्व ध्यान दिवस (World Meditation Day) मनाया जाता है, जो हमें आत्म-चिंतन (Self-reflection), मानसिक शांति (mantle piece) और आंतरिक संतुलन (internal balance) बनाये रखने की हिम्मत प्रदान करता है। यह दिन केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित अभ्यास को अपनाने का आमंत्रण है जो न सिर्फ हमारे चंचल मन को शांत करता है बल्कि शरीर को भी सेहतमंद और दुरुस्त बनाता है। आइए इस लेख में आपको बताते हैं कि ध्यान करने के लय-क्या चमत्कारी फायदे होते हैं, क्यों ये बनता जा रहा है पूरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य का सबसे शक्तिशाली तरीका और इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य क्या है।


साल 2024, 6 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पारित प्रस्ताव द्वारा विश्व ध्यान दिवस मनाये जाने के लिए घोषित किया, जिसमें भारत ने सह-प्रस्तावक की बड़ी भूमिका अदा की थी। इस दिन का उद्देश्य हमारे मानसिक, भावनात्मक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को और सशक्त बनाना है।

क्या है इसका इतिहास ?

ध्यान करने का चलन लगभग 5000 ईसा पूर्व से ही चला आ रहा है, जिसका ज़िक्र प्राचीन भारतीय ग्रंथों में मिलता है। यह प्रथा हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख, ईसाई और इस्लामी परंपराओं में भी मौजूद है। साल 2024 में संयुक्त राष्ट्र ने ध्यान करने के महत्व को मान्यता दे कर 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस (World Meditation Day) घोषित कर दिया।

21 दिसंबर का महत्व

21 दिसंबर को उत्तरी गोलार्ध में साल का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होती है, जिसे 'विंटर सोल्सटिस' (winter solstice) कहा जाता है। भारतीय परंपरा में यह 'उत्तरायण' की शुरुआत का प्रतीक है जो आत्मनिरीक्षण और आंतरिक विकास के लिए सबसे शुभ समय के रूप में माना जाता है। यह दिन 21 जून को विश्व स्तर पर मनाये जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के छह महीने बाद आता है, जिससे योग और ध्यान के बीच एक संतुलन स्थापित होता है।

विंटर सोल्स्टिस का अर्थ ?

विंटर सोल्स्टिस (Winter Solstice) का अर्थ होता है शीतकालीन संक्रांति यानी यह वो समय होता है जब सूर्य का उत्तरी गोलार्ध सूर्य से अत्यधिक दूरी पर होता है, जिस कारण उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होती है। यह तकरीबन 21 या 22 दिसंबर को होता है। बता दे, विंटर सोल्स्टिस के दौरान, उत्तरी गोलार्ध सूर्य से सबसे अधिक दूरी पर झुका हुआ होता है।

क्या है भारत की भूमिका


भारत ने विश्व ध्यान दिवस (world meditation day) की स्थापना में अपना बड़ा योगदान दिया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, परवथनेनी हरीश ने इसे 'वसुधैव कुटुंबकम्' की भावना के अनुरूप बताया। साल 2014 में भारत ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पहल की थी, जो आज एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है।

ध्यान करने से होते हैं लाभ-

1. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार: ध्यान करने से मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद को कम काफी हद तक कम किया जा सकता है।

2. भावनात्मक संतुलन: ध्यान करने से आत्म-जागरूकता और सहानुभूति को बढ़ाता मिलता है।

3. शारीरिक स्वास्थ्य सुधार: ध्यान करने से रक्तचाप (blood pressure) को नियंत्रण किया जा सकता है जो नींद में सुधार लाता है।

4. आध्यात्मिक विकास: ध्यान करने से आंतरिक शांति और आत्म-ज्ञान को प्रोत्साहन मिलता है।

DD New की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी ध्यान को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना है। WHO ने मानसिक स्वास्थ्य पर कई रिपोर्टें पब्लिश की हैं और ध्यान को मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक असरदार तकनीक के रूप में मान्यता दिया है।

- WHO के मुताबिक, ध्यान करने से तनाव और चिंता कम करने, एकाग्रता बढ़ाने, के साथ ही भावनात्मक स्थिरता बढ़या जा सकता है।

- ध्यान से शारीरिक स्वास्थ्य को भी कई फायदे होते हैं। यह हृदय गति को धीमा करने, रक्तचाप को नियंत्रण करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायता करता है।

- WHO ने अपनी विश्व मानसिक स्वास्थ्य रिपोर्ट में सभी देशों से मानसिक स्वास्थ्य को दिए जाने वाले महत्व को गंभीरता से लेने और मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन (mental health promotion) और रोकथाम को प्राथमिकता (priority to prevention) देने का आह्वान किया है।

भारत में क्या है 'ध्यान' का महत्व ?


भारत में ध्यान को आत्म-जागरूकता (Self-awareness), मानसिक शांति (mantle piece) और आध्यात्मिक विकास (spiritual growth) का एक बेहद आवश्यक तरीका माना जाता है। ध्यान करने से मन को शांत रखने, एकाग्रता बढ़ाने और तनाव को कम करने में सहायता मिलती है। इसके अलावा, ध्यान को जीवन के प्रति एक नई दृष्टिकोण और बेहतर जीवनशैली अपनाने में भी मददगार माना जाता है। भारत में ध्यान की जड़ें बहुत पहले से गहरी हैं। स्वामी विवेकानंद ने ध्यान को पश्चिमी देशों में लोकप्रिय (popular) बनाया। उन्होंने ध्यान को आत्मा और परमात्मा के बीच का एक सेतु बताया। उनकी पुस्तक 'राज योग' में ध्यान की विधियों का विस्तार से वर्णन किया गया है।

2025 की थीम

2025 में विश्व ध्यान दिवस (world meditation day) की थीम है: "Meditation for Global Peace and Harmony" (वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए ध्यान)। यह थीम 'ध्यान' की मदद से दुनिया में शांति और एकता को बढ़ावा देने पर केंद्रित किया गया है।


विश्व ध्यान दिवस आंतरिक शांति, मानसिक स्वास्थ्य और वैश्विक सौजन्य को बढ़ावा देने का एक बड़ा अवसर है। यह दिन हमें आत्मनिरीक्षण, सहानुभूति और एकता की ओर प्रेरित करता है। भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में ध्यान का ख़ास स्थान हमेशा से रहा है और इस दिवस के माध्यम से हम उस विरासत को दुनियाभर में साझा कर सकते हैं।

Start Quiz

This Quiz helps us to increase our knowledge

Priya Singh Bisen

Priya Singh Bisen

Content Writer

Content Writer

Next Story