Yoga for glowing skin: बस करें ये 7 योगासन और चेहरे पर लाएँ नेचुरल ग्लो!

Best Simple yoga for glowing skin: इस लेख में हम जानेंगे 7 आसान और असरदार योगासन, जो त्वचा की गहराई तक पोषण पहुँचाकर आपके चेहरे को नेचुरल निखार देंगे।

Shivani Jawanjal
Published on: 10 Oct 2025 10:55 AM IST
Yoga for glowing skin: बस करें ये 7 योगासन और चेहरे पर लाएँ नेचुरल ग्लो!
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Pic credit - Social Media

Yoga for natural glow: आज की तेज़ और व्यस्त जिंदगी में हर कोई चाहता है कि उसका चेहरा हमेशा ताज़गी और चमक से भरा रहे। प्रदूषण, गलत खानपान, तनाव और नींद की कमी से हमारी त्वचा थकान और फीकी पड़ जाती है। इससे चेहरे पर दाग-धब्बे, झुर्रियाँ, मुंहासे और बेरौनापन दिखाई देने लगता है।

महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स और ट्रीटमेंट्स कुछ समय के लिए असर दिखा सकते हैं लेकिन असली चमक और स्वस्थ त्वचा अंदर से ही आती है। योगासन इस मामले में एक सुरक्षित और प्राकृतिक उपाय हैं। योग से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि रक्त संचार बेहतर होता है, तनाव कम होता है और त्वचा तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुँचती है जिससे चेहरे पर प्राकृतिक ग्लो आता है।

सूर्य नमस्कार (Sun Salutation)

कैसे करें - सूर्य नमस्कार 12 चरणों में किया जाता है। इसमें खड़े होकर नमस्कार मुद्रा में आना, आगे-पीछे झुकना और कुछ आसान आसनों का क्रम होता है। इसे सुबह सूरज की किरणों में करना सबसे अच्छा माना जाता है।

लाभ - यह पूरी शरीर की कसरत है और इससे रक्त का संचार बेहतर होता है। नियमित रूप से करने से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते हैं, पाचन ठीक रहता है, लचीलापन बढ़ता है और मानसिक तनाव कम होता है। इसके अलावा त्वचा को पोषण और ऑक्सीजन मिलती है, दाग-धब्बे कम होते हैं और चेहरे पर प्राकृतिक चमक आती है। महिलाएँ मासिक धर्म के अनियमित होने पर भी इसके लाभ देख सकती हैं।

भुजंगासन (Cobra Pose)

कैसे करें - भुजंगासन करने के लिए पहले पेट के बल जमीन पर लेट जाएँ। हथेलियों को कंधों के पास फर्श पर रखें और धीरे-धीरे शरीर का ऊपरी हिस्सा ऊपर उठाएँ। रीढ़ की हड्डी को पीछे की ओर मोड़ें और 15 से 20 सेकंड तक या जितनी देर सांस सामान्य रहे, उतनी देर स्थिर रहें। फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौटें।

लाभ - भुजंगासन से चेहरे तक रक्त का प्रवाह बढ़ता है, तनाव कम होता है और शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। यह चेहरे की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, जिससे त्वचा टाइट और जवान दिखती है। साथ ही रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, पाचन बेहतर होता है, वजन कम करने में मदद मिलती है और मानसिक तनाव भी घटता है।

शीर्षासन (Headstand Pose)

कैसे करें - शीर्षासन करने के लिए योगा मैट पर घुटनों के बल बैठें और दोनों हाथों की उंगलियों को जोड़ लें। सिर को हथेलियों से सहारा देते हुए धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाएँ ताकि शरीर पूरी तरह सीधा हो जाए। इसे कुछ सेकंड या अधिक समय तक संतुलन बनाए रखकर किया जा सकता है। शुरुआत में दीवार का सहारा लेना फायदेमंद होता है और नए अभ्यासियों को इसे योग शिक्षक की देखरेख में करना चाहिए। उच्च रक्तचाप, गर्दन या आंखों की समस्याओं वाले लोग इसे न करें।

लाभ - शीर्षासन 'सभी आसनों का राजा' कहा जाता है क्योंकि यह मस्तिष्क की ओर रक्त प्रवाह बढ़ाता है। इससे चेहरे की त्वचा में निखार आता है, डार्क सर्कल और झुर्रियाँ कम होती हैं और नियमित अभ्यास से चेहरे की चमक और युवा रूप बनता है।

हलासन (Plow Pose)

कैसे करें - हलासन करने के लिए पीठ के बल लेट जाएँ। धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाएँ और उन्हें सिर के पीछे ले जाकर पैर की उंगलियाँ ज़मीन को छूने दें। हाथों को कमर को सहारा देने के लिए रखें या जमीन पर सीधे रख सकते हैं।

लाभ - हलासन पेट और पाचन तंत्र को मजबूत करता है, जिससे पाचन बेहतर होता है। यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे त्वचा साफ और चमकदार रहती है। साथ ही, यह तनाव और थकान कम करता है और चेहरे पर ताजगी और ऊर्जा लाता है।

पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)

कैसे करें - पश्चिमोत्तानासन करने के लिए जमीन पर पैर सीधा फैलाकर बैठ जाएँ। सांस लेते हुए हाथ ऊपर उठाएँ और सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे झुककर पैरों की उंगलियों को पकड़ने की कोशिश करें। कोशिश करें कि पेट और सिर जाँघों से लगें लेकिन जहाँ तक शरीर की सुविधा हो।

लाभ - यह आसन मानसिक तनाव को कम करता है और दिमाग को शांत करता है जिससे चेहरा स्वाभाविक रूप से खिल उठता है। साथ ही, यह रक्त को साफ करने में मदद करता है और त्वचा को अंदर से स्वस्थ बनाता है। इसके अलावा रीढ़ की हड्डी, कंधे और हैमस्ट्रिंग्स खिंचती हैं, पाचन बेहतर होता है, अनिद्रा कम होती है और उच्च रक्तचाप में भी लाभ मिलता है।

उष्ट्रासन (Camel Pose)

कैसे करें - उष्ट्रासन करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएँ और पैरों को पीछे की ओर मोड़ें। फिर हाथों से एड़ियों को पकड़कर धीरे-धीरे कमर और गर्दन को पीछे की ओर झुकाएँ। कुछ समय इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य मुद्रा में लौटें।

लाभ - यह आसन फेफड़ों और छाती को खोलता है जिससे शरीर में अधिक ऑक्सीजन पहुँचती है और चेहरे की त्वचा पर प्राकृतिक चमक आती है। यह हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करता है, जिससे मुंहासों जैसी त्वचा की समस्याएं कम होती हैं। साथ ही यह पाचन सुधारता है, रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और मानसिक तनाव को भी कम करता है।

प्राणायाम और कपालभाति (Breathing Exercises & Kapalbhati)

कैसे करें - प्राणायाम करते समय आराम से बैठकर गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें। कपालभाति में पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए तेज़ी से सांस बाहर निकालें, जबकि सांस अपने आप अंदर आती है। प्रतिदिन 5-10 मिनट का अभ्यास करना लाभकारी होता है।

लाभ - प्राणायाम और कपालभाति शरीर को अंदर से डिटॉक्स करता है और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है। यह रक्त परिसंचरण को सुधारता है जिससे त्वचा में निखार आता है। मानसिक शांति मिलती है, तनाव कम होता है और मेटाबॉलिज्म बढ़कर वजन नियंत्रण में मदद करता है। इसके अलावा पाचन सुधरता है, ऊर्जा बढ़ती है और नियमित अभ्यास से स्मरण शक्ति, ध्यान शक्ति और मानसिक स्पष्टता भी बेहतर होती है।

त्वचा की देखभाल (Skin Care Tips)

पर्याप्त नींद लें - रोजाना 7-8 घंटे की नींद त्वचा को ताज़गी और निखार देती है।

हाइड्रेटेड रहें - दिनभर पर्याप्त पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व निकलते हैं और त्वचा हेल्दी, नमी युक्त और चमकदार रहती है।

संतुलित आहार लें - हरी सब्जियाँ, फल, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर भोजन त्वचा को अंदर से पोषण देता है।

नियमित योग अभ्यास करें - योग से न केवल चेहरे पर स्थायी निखार आता है बल्कि मानसिक शांति और तनाव में कमी भी होती है।

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