Lenskart IPO: लेंसकार्ट आईपीओ में जबरदस्त निवेशक रुचि, जीएमपी दे रहा डबल डिजिट गेन का संकेत

Lenskart IPO investors: लेंसकार्ट आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स, जीएमपी मजबूत लिस्टिंग के संकेत दे रहा है; तेजी से सब्सक्रिप्शन बढ़ा और ब्रोकरेज हाउस ने लंबी अवधि का भरोसा जताया।

Jyotsana Singh
Published on: 5 Nov 2025 12:18 AM IST
Lenskart IPO: लेंसकार्ट आईपीओ में जबरदस्त निवेशक रुचि, जीएमपी दे रहा डबल डिजिट गेन का संकेत
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नई दिल्‍ली: मौजूदा समय में लेंसकार्ट आईपीओ की खूब चर्चा हो रही है। जहां ग्रे मार्केट लेंसकार्ट के आईपीओ को लेकर डरा रहा है। वहीं लगातार रिटेल निवेशकों की तरफ से लेंसकार्ट के आईपीओ को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। जिसकी वजह से पहले दिन ही रिटेल कैटगरी में आईपीओ पूरा का पूरा भर गया। चश्‍मे और लेंस बेचने वाली कंपनी लेंसकार्ट (Lenskart) ने बाजार में अपना आईपीओ उतारा है। जिसको लेकर कंपनी को यह कतई उम्‍मीद नहीं थी कि निवेशक उस पर इस हद तक भरोसा जताएंगे। आईपीओ आने के पहले दिन ही इसका ज्‍यादातर हिस्‍सा सब्‍सक्राइब हो गया, जबकि दूसरे दिन भी निवेशकों की खरीदारी थमने का नाम नहीं ले रही। वहीं इसकी ग्रे मार्केट पर नजर डालें तो इसके आईपीओ का जीएमपी इसकी लिस्टिंग पर बड़े मुनाफे का संकेत दे रहा है।

हालांकि जीएमपी 87 रुपये से घटकर 57 रुपये हो गया है, जो कि इश्यू प्राइस 402 रुपये प्रति शेयर से करीब 14 प्रतिशत अधिक है।

इस आधार पर लिस्टिंग कीमत लगभग 459 रुपये के आसपास रहने का अनुमान है। कंपनी का आईपीओ 31 अक्‍टूबर को शुरू हुआ था और 4 नवंबर को बंद होने जा रहा है।

स्मदेंतज कंपनी की भारत से वैश्विक बाजारों तक मजबूत पकड़

लेन्सकार्ट ने एक ऑनलाइन स्टार्टअप से ओमनी-चैनल आईवियर दिग्गज बनने तक की सफल यात्रा तय की है। यह कंपनी खासतौर से कॉन्टैक्ट लेंस, प्रिस्क्रिप्शन ग्लासेज़, सनग्लासेज़ की मार्केटिंग करती है। दुनिया भर में इसके कुल 2,800 से ज्यादा स्टोर कुल 14 देशों में फैले हैं। जिसमें से सबसी बड़ी संख्या के साथ 2,137 स्टोर केवल भारत में हैं। कंपनी ओनडेज (जापान) और मेलर (स्पेन) जैसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों की भी मालिक है। उत्पादन क्षमता भारत के भिवाड़ी और गुरुग्राम प्लांट में मौजूद है। जल्द ही हैदराबाद में दुनिया की सबसे बड़ी आईवियर फैक्ट्री स्थापित करने की भी तैयारी जोरों पर है।

लेंसकार्ट की शुरुआत साल 2008 में हुई थी और साल 2010 में इसने ऑनलाइन प्रोडक्‍ट बेचना शुरू किया था। कंपनी का पहला ऑफलाइन स्‍टोर साल 2013 में दिल्‍ली में खोला गया और आज इसके स्‍टोर मेट्रो, टीयर-1, टीयर-2 शहरों के साथ दक्षिण एशिया और मिडिल ईस्‍ट में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है।

जीएमपी बता रहा कितना होगा मुनाफा

मुनाफे की बात करें तो इनवेस्‍टोग्रेन के मुताबिक, लेंसकार्ट का जीएमपी करीब 85 रुपये प्रीमियम पर ट्रेडिंग दिखा रहा। अगर आईपीओ के अपर प्राइस यानी 401 रुपय के भाव पर देखें तो जीएमपी अभी करीब 21.14 फीसदी उछाल पर दिख रहा है। अगर इसी प्रीमियम पर स्‍टॉक लिस्‍ट होते हैं तो 487 रुपये का भाव मिलेगा। इस भाव पर निवेशकों को एक लॉट के आईपीओ पर 3,145 रुपये का मुनाफा होगा।

कंपनी का 7,278 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्‍य

लेंसकार्ट ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 382 से 402 रुपये के बीच फिक्‍स किया था. इसे 37 इक्विटी शेयरों के लॉट में उतारा गया था. इसका मतलब है कि निवेशक 37 शेयरों से कम की खरीद नहीं कर सकेंगे। इस आईपीओ के जरिये कंपनी ने 7,278 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्‍य रखा है। आईपीओ की शुरुआत 31 अक्‍टूबर से हुई थी, लेकिन एंकर निवेशकों के लिए 30 अक्‍टूबर को ही खोल दिया गया था।

पहले दिन मिला उम्मीद से बढ़कर सब्‍सक्रिप्‍शन

एनएसई के आंकड़े देखें तो पता चलता है कि कंपनी ने 9,97,61,257 शेयरों के लिए अपना आईपीओ खोला था। पहले दिन ही इसके 11,22,94,482 शेयरों के लिए निवेशकों ने बोलियां लगाईं। लेंसकार्ट सॉल्‍यूशंस लिमिटेड का आईपीओ बीते शुक्रवार को पहले दिन ही 1.13 गुना सब्‍सक्राइब हो चुका था। इसमें क्‍वालीफाइड इंस्‍टीट्यूशनल बॉयर्स का सब्‍सक्रिप्‍शन 1.42 गुना रहा है। खुदरा निवेशकों के लिए निर्धारित कोटा भी पहले ही दिन 1.31 गुना सब्‍सक्राइब हो चुका है। हालांकि, गैर संस्‍थागत निवेशकों के लिए निर्धारित कोटा पहले दिन 41 फीसदी ही सब्‍सक्राइब हुआ है। जबकि ऐसा देखा गया है कि आमतौर पर बड़े निवेशक अंतिम दिन ही अधिक सक्रिय होते हैं, इसलिए आगे और बढ़त होने की उम्मीद की जा रही है।

कब तक एलॉटेड होंगे आईपीओ के शेयर

कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, आईपीओ के शेयरों का अलॉटमेंट 6 नवंबर को किया जाएगा। कंपनी ने बीएसई और एनएसई पर आईपीओ लिस्‍ट कराने की फाइनल डेट 10 नवंबर रखी है।

क्या कहता है ब्रोकरेज का भरोसा

लॉन्ग-टर्म के लिए सब्सक्राइब रेटिंग

एसबीआई सिक्योरिटीज ने लेंसकार्ट को ‘लॉन्ग- टर्म के लिए सब्सक्राइब’ सलाह दी है। जबकि वेंचुरा सिक्योरिटीज ने इसे विजनरी बिजनेस मॉडल बताया है। निर्मल बंग के अनुसार वैल्यूएशन ऊंचा जरूर है, लेकिन ट्रेंट और मेट्रो जैसे आधुनिक रिटेल प्लेयर्स की तुलना में यह कहीं अधिक भरोसेमंद साबित होता है। सभी प्रमुख ब्रोकरेज ने इसपर अपना भरोसा जाहिर करते लॉन्गटर्म में पोर्टफोलियो को फायदेमंद सौदा बताया है।


डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी बाजार विश्लेषण और ब्रोकरेज रिपोर्ट पर आधारित है। यह निवेश सलाह नहीं है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।

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