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Akhilesh Yadav Birthday: मुलायम सिंह के उत्तराधिकारी से बदलाव के प्रतीक कैसे बने अखिलेश यादव?
Akhilesh Yadav Birthday: अखिलेश यादव आज एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने युवा सोच, आधुनिक विचारधारा और विकास को प्राथमिकता देते हुए अपनी अलग पहचान बनाई है।
Akhilesh Yadav Birthday (Social Media)
Akhilesh Yadav Birthday: उत्तर प्रदेश की राजनीति में अगर किसी युवा नेता ने तेजी से पहचान बनाई है, तो वह हैं अखिलेश यादव। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 1 जुलाई 2025 को अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं।
उनका जन्म 1 जुलाई 1973 को इटावा जिले के सैफई में हुआ था। वे समाजवादी पार्टी के संस्थापक और दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव के बेटे हैं।
पढ़ाई से राजनीति तक का सफर
अखिलेश यादव की शुरुआती पढ़ाई राजस्थान के मिलिट्री स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी से उच्च शिक्षा प्राप्त की। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे सीधा राजनीति में उतर गए और अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाया।
राजनीति में एंट्री और सफलता
अखिलेश यादव ने साल 2000 में राजनीति में कदम रखा और 3 बार सांसद बने। वे खासतौर पर कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर चर्चा में आए। कन्नौज सीट समाजवादी पार्टी का मजबूत गढ़ मानी जाती है और अखिलेश का इससे गहरा नाता है।
साल 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी की कमान संभाली और शानदार जीत के बाद 15 मार्च 2012 को उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने। उस समय उनकी उम्र केवल 38 वर्ष थी।
मुख्यमंत्री रहते कई विकास कार्य
मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव ने प्रदेश में कई बड़े विकास कार्य कराए। उनकी प्रमुख उपलब्धियों में शामिल हैं।
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे: भारत का सबसे आधुनिक एक्सप्रेसवे
- लखनऊ मेट्रो की शुरुआत
- यूपी100 पुलिस सेवा
- 108 एंबुलेंस सेवा: तत्काल चिकित्सा सुविधा के लिए
- 1090 वीमेन पावर लाइन: महिलाओं की सुरक्षा के लिए
- जनेश्वर मिश्र पार्क: एशिया का सबसे बड़ा पार्क
- लखनऊ का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर
इन सब योजनाओं ने अखिलेश यादव को एक विकासशील सोच वाला नेता साबित किया।
अखिलेश यादव की चुनावी उतार-चढ़ाव
2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को बीजेपी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को सत्ता नहीं मिली, लेकिन अखिलेश ने हार मानने के बजाय पार्टी को और मजबूत करने की दिशा में काम किया।
2024 लोकसभा चुनाव की बड़ी जीत
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने एक बार फिर दमदार वापसी की। उन्होंने कन्नौज लोकसभा सीट से बीजेपी के सुब्रत पाठक को हराया और संसद पहुंचे। इस बार उन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर INDIA गठबंधन बनाया और मोदी लहर के बावजूद समाजवादी पार्टी ने अकेले 37 सीटें जीत लीं। कुल मिलाकर गठबंधन को 43 सीटें मिलीं। यह प्रदर्शन अखिलेश की रणनीति और लोकप्रियता का उदाहरण है।
अखिलेश यादव की प्राइवेट लाइफस्टाइल
अखिलेश यादव का विवाह 24 नवंबर 1999 को डिंपल यादव से हुआ था। डिंपल यादव भी राजनीति में सक्रिय रही हैं और कन्नौज से सांसद रह चुकी हैं। इस दंपति के तीन बच्चे हैं।
अखिलेश यादव आज एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने युवा सोच, आधुनिक विचारधारा और विकास को प्राथमिकता देते हुए अपनी अलग पहचान बनाई है। चाहे बात सामाजिक योजनाओं की हो या चुनावी रणनीति की, उन्होंने हर बार अपनी समझदारी का परिचय दिया है। उनका जीवन युवाओं के लिए प्रेरणादायक है कि कैसे मेहनत और ईमानदारी से राजनीति में भी बदलाव लाया जा सकता है।
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