TRENDING TAGS :
UP News: अयोध्या में भक्ति और संस्कृति का अद्भुत संगम: रामायण के सात कांडों का दिखा जीवंत प्रदर्शन
पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व में दीपोत्सव का हर संस्करण स्वयं का रिकॉर्ड तोड़ते हुए आस्था और भव्यता के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
Uttar Pradesh News: भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या में रविवार को एक ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला, जब पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने साकेत महाविद्यालय परिसर से जय श्रीराम का ध्वज लहराते हुए और ढोल-नगाड़े बजाकर रामायण पर आधारित एक भव्य शोभायात्रा को रवाना किया। यह शोभायात्रा दीपोत्सव 2025 के तहत आयोजित की गई, और ‘त्रेता युग’ की छटा बिखेरती हुई श्रद्धा, लोकनृत्य और सांस्कृतिक उत्साह का अद्भुत मिश्रण बनी।
इस विशेष अवसर पर पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व में दीपोत्सव का हर संस्करण स्वयं का रिकॉर्ड तोड़ते हुए आस्था और भव्यता के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस वर्ष का दीपोत्सव केवल दिव्यता का उत्सव नहीं, बल्कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना का सशक्त प्रतीक भी है। यह सांस्कृतिक एकता और सामाजिक सौहार्द का संदेश देता है।
उन्होंने कहा कि शोभायात्रा की झांकियों में महिला सशक्तिकरण और स्वच्छ भारत अभियान के संदेशों को भी प्रमुखता से दर्शाया गया, जो हर नागरिक को राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनने के लिए प्रेरित करता है।
रामायण के सात कांडों का जीवंत प्रदर्शन
साकेत महाविद्यालय से प्रारंभ होकर रामकथा पार्क तक पहुंची इस भव्य शोभायात्रा में रामायण के सातों कांड-बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किन्धाकांड, सुंदरकांड, लंकाकांड और उत्तरकांड-को जीवंत करती 22 आकर्षक झांकियों ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। इन झांकियों के माध्यम से रामायण की गाथाएं एक बार फिर जीवित हो उठीं।
लोकनृत्य और श्रद्धालुओं का जोश
दर्शकों की संख्या भी इस शोभायात्रा में अभूतपूर्व रही, जहां देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने मयूर, बढ़वां, देहड़िया, धोबिया और अन्य लोकनृत्यों के माध्यम से माहौल को उल्लासमय बना दिया। श्रद्धालुओं ने मार्ग भर पुष्पवर्षा और दीपदान कर रामपथ को आस्था और प्रकाश से आलोकित कर दिया। इस शोभायात्रा ने अयोध्या की गलियों में न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक उत्सव का नया रंग भर दिया।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
इस दौरान प्रयागराज से आए दर्शक आयुष सिंह ने कहा कि इस शोभायात्रा ने भारत की विविधता में एकता का जीवंत दर्शन कराया। हर झांकी और हर नृत्य ने श्रीराम के शाश्वत आदर्शों और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा को प्रदर्शित किया। वहीं इस शोभायात्रा के माध्यम से अयोध्या ने एक बार फिर अपनी सांस्कृतिक धरोहर को पूरे देश और दुनिया में प्रस्तुत किया, और दीपोत्सव 2025 को एक अविस्मरणीय अनुभव बना दिया।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!