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Azamgarh News: इंजेक्शन लगाते ही दलित बालिका की मौत, अस्पताल में बवाल | जांच की मांग पर अड़े परिजन
Azamgarh News: आजमगढ़ में दलित बालिका की इलाज के दौरान मौत पर बवाल, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, परिजनों का हंगामा, जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन।
Azamgarh News: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। तरवां थाना क्षेत्र स्थित सौ शैय्या सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान 12 वर्षीय दलित बालिका अंशिका की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है, जिसके बाद इलाके में भारी बवाल और विरोध प्रदर्शन हुआ।
क्या है मामला?
मृत बच्ची अंशिका, गांव निवासी मदन राम की बेटी थी, जो कई दिनों से पैर में फोड़े की समस्या से पीड़ित थी। शुक्रवार को पिता इलाज के लिए उसे तरवां स्थित अस्पताल लेकर पहुंचे। परिजनों के अनुसार, जैसे ही डॉक्टर ने सुई लगाई, बच्ची की तबीयत अचानक बिगड़ गई और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
गुस्साए ग्रामीणों का हंगामा
मौत की सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ अस्पताल परिसर में जुट गई और डॉक्टरों व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
स्थिति बिगड़ती देख सीओ लालगंज भूपेश पांडेय, नायब तहसीलदार मनोज गिरी, और आसपास के करीब आधा दर्जन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ को समझाने में अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
जांच का भरोसा, पोस्टमार्टम को भेजा शव
अधिकारियों ने परिजनों को समझाया कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भीड़ शांत हुई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
सवालों के घेरे में स्वास्थ्य महकमा
इस घटना ने सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कार्यशैली और जिम्मेदारी पर फिर से प्रश्न खड़े कर दिए हैं। दलित बालिका की मौत ने जातीय और सामाजिक संवेदनाओं को भी झकझोर दिया है, जिससे शासन-प्रशासन पर मामले को संवेदनशीलता से निपटाने का दबाव है।
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