Barabanki News: बाराबंकी: कपड़ा व्यापारी नीरज जैन के वायरल ऑडियो में धमकी का खुलासा

Barabanki News: बाराबंकी में नीरज जैन की आत्महत्या के बाद सात नामजद आरोपियों पर एफआईआर; वायरल ऑडियो, सुसाइड नोट व कॉल रिकॉर्ड की फोरेंसिक जांच जारी, परिवार तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।

Sarfaraz Warsi
Published on: 14 Oct 2025 9:38 PM IST
Cloth trader Neeraj Jain reveals threats in viral audio
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 कपड़ा व्यापारी नीरज जैन के वायरल ऑडियो में धमकी का खुलासा (Photo- Newstrack)

Barabanki News: बाराबंकी में कपड़ा व्यापारी नीरज जैन की आत्महत्या से जुड़ा मामला अब वायरल ऑडियो और सुसाइड नोट की तलाशी में घूम रहा है। पुलिस ने इस घटना में सात नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की दिशा बदल दी है। सोशल मीडिया पर साझा की गई एक ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर वसूली, 10 प्रतिशत मासिक ब्याज और हत्या तक की धमकियाँ सामने आई हैं, जो मामले को और गंभीर बनाती हैं।

ऑडियो क्लिप में दो आवाजें सुनी जा सकती हैं — एक जिसे नीरज जैन का बताया जा रहा है और दूसरी उमाकांत उपाध्याय की, जो कि सेवानिवृत्त दारोगा हैं। क्लिप में नीरज यह बताते सुनाई देते हैं कि उन्होंने 28 लाख रुपये उधार लिए थे और ब्याज के कारण वह 42 लाख तक पहुंच गया था। दूसरी ओर कथित धमकी में कहा गया, "या तो खुद को गोली मार लो, वरना मैं सरेबाजार मारूंगा" और "फांसी लगाकर मर जाओ, तो सब माफ हो जाएगा" जैसी बातें दर्ज हैं।

पुलिस ने कहा है कि वायरल ऑडियो की कठोर फोरेंसिक जांच कराई जाएगी ताकि इसकी प्रामाणिकता स्थापित की जा सके। सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग और मृतक के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। जांच अधिकारी स्पष्ट कर रहे हैं कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तकनीकी साक्ष्यों और वैज्ञानिक परीक्षणों को प्राथमिकता दी जाएगी।

मृतक के भाइयों ने आरोपियों पर मानसिक उत्पीड़न और जबरन वसूली का आरोप लगाया है और उन्होंने तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। परिवार का कहना है कि वायरल ऑडियो व सुसाइड नोट से संकेत मिलते हैं कि नीरज पर तंत्रिकीय दबाव डाला गया था। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और साक्ष्यों के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मामले की जांच वर्तमान में सर्वदृष्टि से विस्तृत जारी है और पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अगर ऑडियो व सुसाइड नोट की जांच में किसी प्रकार की हेराफेरी या दबाव का संकेत मिलता है तो केस और व्यापक हो सकता है, जिससे जांच एजेंसियों को और अधिक साक्ष्य जुटाने की जरूरत पड़ेगी।

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